हरियाणा में सब्जी मंडी के आढ़तियों का विरोध प्रदर्शन: जानें क्या है मामला

हरियाणा में सब्जी मंडी के आढ़तियों ने सरकार के खिलाफ अनिश्चितकालीन हड़ताल का ऐलान किया है। उनका आरोप है कि सरकार ने उनकी मांगों को नजरअंदाज किया है। उनकी मुख्य मांग है कि सरकार द्वारा लगाए गए मार्केट फीस और HRDF को समाप्त किया जाए।

Update: 2024-02-10 09:42 GMT

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हरियाणा में सब्जी मंडी के आढ़तियों का विरोध प्रदर्शन

मार्केट फीस क्या है?

मार्केट फीस या मंडी शुल्क वह शुल्क है जो सब्जी मंडी में बेचने वाले आढ़तियों से वसूला जाता है। इस शुल्क का उद्देश्य है कि मंडी का संचालन, विकास और सुधार किया जा सके। इस शुल्क की दर प्रदेश के अनुसार अलग-अलग होती है। हरियाणा में इस शुल्क की दर 2% है।

HRDF क्या है?

HRDF या हरियाणा राज्य कृषि विपणन विकास फंड वह फंड है जो सब्जी मंडी में बेचने वाले आढ़तियों से वसूला जाता है। इस फंड का उद्देश्य है कि कृषि विपणन के क्षेत्र में नवाचार, शोध और प्रशिक्षण को बढ़ावा दिया जा सके। इस फंड की दर 1% है।

आढ़तियों का विरोध

आढ़तियों का कहना है कि मार्केट फीस और HRDF उनके लिए अतिरिक्त बोझ हैं। उनका दावा है कि इन शुल्कों का उन्हें कोई लाभ नहीं मिलता है। उन्होंने सरकार से इन शुल्कों को रद्द करने की मांग की है।

आढ़तियों ने 10 फरवरी को प्रदेशभर की सभी सब्जी मंडियों पर ताले लगा दिए। इससे दिल्ली और अन्य प्रदेशों से आने वाली सब्जी की आपूर्ति प्रभावित हुई। इससे सब्जी के दामों में भी उछाल देखा गया।

सरकार का रुख

सरकार ने आढ़तियों के विरोध प्रदर्शन को गंभीरता से लिया है। सरकार के प्रतिनिधियों ने आढ़तियों के साथ बातचीत की है। सरकार ने मार्केट फीस को कम करने का प्रस्ताव रखा है। लेकिन आढ़तियों ने इसे अस्वीकार कर दिया है। उन्होंने कहा है कि वे मार्केट फीस को पूरी तरह से माफ करने की मांग पर अड़े हैं।

आगे की संभावनाएं

आढ़तियों और सरकार के बीच गतिरोध बना हुआ है। दोनों पक्षों के बीच कोई समझौता नहीं हो पा रहा है। इससे सब्जी मंडी का संचालन अधिरोहित हो रहा है। इसका असर आम जनता पर भी पड़ रहा है। अगर जल्द ही कोई हल नहीं निकला, तो सब्जी मंडी का मुद्दा और बढ़ सकता है।

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