UP में लगवाएगी 30 हजार सोलर पंप, जानें कितना अनुदान मिलेगा, लोन में ब्याज भी देगी सरकार देगी

यूपी के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने इस स्कीम को लागू करने के लिए संशोधित कार्ययोजना को मंजूरी दी है।

Update: 2024-01-14 09:53 GMT

प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा उत्थान महाभियान, जिसे पीएम कुसुम योजना के नाम से जाना जाता है, उत्तर प्रदेश में एक महत्वपूर्ण कदम की ओर बढ़ रहा है। इसके तहत, सौर ऊर्जा पर आधारित इरीगेशन पंपों की स्थापना के माध्यम से किसानों को सुधारित सिंचाई सुविधा प्रदान की जा रही है। यह स्कीम पूरे प्रदेश में 434 करोड़ रुपए के बजट के साथ क्रियान्वित की जा रही है, जिससे 30,000 सोलर फोटो वोल्टिक इरीगेशन पंपों की स्थापना की जाएगी।

यूपी के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने इस स्कीम को लागू करने के लिए संशोधित कार्ययोजना को मंजूरी दी है। इसमें 217.84 करोड़ रुपए राज्यांश और 217.09 करोड़ रुपए केंद्रांश के रूप में विभाजित किए गए हैं। योगी सरकार का लक्ष्य है कि यह स्कीम सफलता से किसानों को सौर ऊर्जा पर आधारित सिंचाई सुविधा पहुंचाए और उन्हें अधिक उत्पादक बनाए रखे।

इस कार्ययोजना के अनुसार, स्टैंड-अलोन सोलर पंपों की स्थापना पर 30 प्रतिशत केंद्रांश और 30 प्रतिशत राज्यांश का अनुदान किया जाएगा। कृषि अवस्थापना निधि के तहत इन पंपों को लगवाने के लिए किसान बैंक से ऋण ले सकते हैं, जिसपर केंद्र सरकार 3 प्रतिशत और राज्य सरकार 3 प्रतिशत की छूट ब्याज में प्रदान करेगी। इससे किसानों को सौर ऊर्जा से चलने वाले पंप्स की स्थापना करने में सहायता मिलेगी।

संशोधित कार्ययोजना के अनुसार, यूपीनेडा 1800 वॉट 2 एचपी डीसी और एसी सरफेस तथा सबमर्सिबल पंप, 3000 वॉट 3 एचपी डीसी-एसी सबमर्सिबल पंप, 4800 वॉट 5 एचपी एसी सबमर्सिबल पंप, 6750 वॉट 7.5 एचपी एसी सबमर्सिबल पंप, और 9000 वॉट 10 एचपी एसी सबमर्सिबल सोलर पंपों की स्थापना में मदद करेगी। इसके लिए किसानों को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करना होगा और उन्हें स्थापित किए गए पंप की श्रेणी के अनुसार आवेदन करना होगा।

इस प्रक्रिया के बाद, किसानों को टोकन अलॉटमेंट की प्रक्रिया में शामिल होना होगा, जो 'पहले आओ, पहले पाओ' के आधार पर होगी। आवेदन करने के लिए किसानों को ऑनलाइन 5000 रुपए का टोकन मनी जमा करना होगा। सोलर पंप्स के इंस्टॉलेशन के लिए, सभी जिलों के लक्ष्यों के आधार पर किसानों को सब्सिडी प्रदान की जाएगी।

इस प्रयास से यूपी में किसानों को सुधारित सिंचाई सुविधा प्रदान करने का प्रयास किया जा रहा है, जिससे उन्हें सौर ऊर्जा का उपयोग करके अधिक पैदावार हासिल करने में मदद मिल सकती है। इस स्कीम के माध्यम से साफ ऊर्जा का प्रयोग करने से पर्यावरण को भी लाभ होगा, और समृद्धि की दिशा में कदम बढ़ाया जा सकता है।

इस योजना के अंतर्गत, किसानों को सौर ऊर्जा पर आधारित पंपों की स्थापना के लिए आसान वित्तीय समर्थन प्रदान किया जा रहा है, जिससे उन्हें उनकी सिंचाई की जिम्मेदारियों को सही तरीके से संचालित करने का अवसर मिलेगा। इससे उनकी कृषि उत्पादकता में वृद्धि होगी और उन्हें अधिक आय की संभावना होगी। यह योजना किसानों को नए ऊर्जा स्रोत के साथ जोड़ने का एक और प्रमुख प्रयास है, जिससे प्रदेश की कृषि व्यवसायिकता में सुधार हो सकता है।

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