किसानो की निराशा बदली खुशियों में, 52 जिलों को मंजूर हुआ 83 करोड रुपए का मुआवजा, बारिश,ओलावृष्टि से बर्बाद हुई फसलों पर किसानों को मिलेंगे इतने रुपए

इसका मकसद उन किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान करना है जिन्हें पिछले वर्षों में प्राकृतिक आपदाओं के कारण नुकसान हुआ है।

Update: 2024-03-07 09:08 GMT

किसानो की निराशा बदली खुशियों में, 52 जिलों को मंजूर हुआ 83 करोड रुपए का मुआवजा, बारिश,ओलावृष्टि से बर्बाद हुई फसलों पर किसानों को मिलेंगे इतने रुपए 

खेती मुआवजा योजना के तहत, उत्तर प्रदेश सरकार ने 52 जिलों के किसानों को 83 करोड़ रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया है। इसका मकसद उन किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान करना है जिन्हें पिछले वर्षों में प्राकृतिक आपदाओं के कारण नुकसान हुआ है।

मुआवजा योजना की विशेषताएं

यह योजना 52 जिलों में लागू है, जो किसानों को राज्य भर में लाभ पहुंचाती है। सरकार द्वारा किसानों को मुआवजा राशि जारी करने की प्रक्रिया में तत्परता का पालन किया जा रहा है। सरकार ने नई जिलों को भी योजना में शामिल करने का निर्णय लिया है, ताकि अधिक से अधिक किसानों को लाभ मिल सके।

मुआवजा प्राप्त करने के लिए आवश्यक दस्तावेज़

दस्तावेज़ आवश्यकता

किसान की आईडी कार्ड अनिवार्य

खेत का लिंक खाता नंबर आवश्यकता

आधार कार्ड अनिवार्य

खेत का नक्शा अधिकतम लाभ के लिए

इसके अलावा, किसानों को योजना की विवरणीय जानकारी प्राप्त करने के लिए स्थानीय कृषि विभाग से संपर्क करने की सलाह दी जाती है।

नुकसान का मुआवजा

किसानों को अपनी फसलों में होने वाले प्राकृतिक नुकसान के लिए मुआवजा प्रदान करना एक महत्वपूर्ण कदम है। ताकि उन्हें आर्थिक सहायता मिल सके और वे अपनी जिम्मेदारियों का निर्वाह कर सकें। इसके लिए, सरकार ने एक समीक्षा प्रक्रिया स्थापित की है, जिसमें किसानों को अपने नुकसान की सूची सबमिट करने का अनुरोध किया जाता है। इसके बाद, सरकार द्वारा समीक्षा की जाती है और उन किसानों को मुआवजा राशि दी जाती है जिनके नुकसान सत्यापित होते हैं।

यह प्रक्रिया कई बार तकनीकी त्रुटियों या अन्य कारणों से देरी का सामना करती है, लेकिन सरकार का उद्देश्य है कि प्रत्येक किसान को उचित समय पर मुआवजा मिले।

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