Meerut: सौर ऊर्जा से जगमग होगा मेडिकल कॉलेज, 1.5 मेगा वाट क्षमता के रूफ टॉप सोलर पावर प्रोजेक्ट का हुआ लोकार्पण, बचेगी एक करोड़ की बिजली
Meerut: सौर ऊर्जा से जगमग होगा मेडिकल कॉलेज, 1.5 मेगा वाट क्षमता के रूफ टॉप सोलर पावर प्रोजेक्ट का हुआ लोकार्पण, बचेगी एक करोड़ की बिजली
खेत खजाना : मेरठ के एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए सौर ऊर्जा का प्रयोग शुरू किया है, जिससे इस स्वास्थ्य सेवा संस्थान को सालाना एक करोड़ रुपये की बचत होगी। शनिवार को ऊर्जा राज्यमंत्री डॉ सोमेंद्र तोमर ने 1.5 मेगा वाट क्षमता के रूफ टॉप सोलर पावर प्रोजेक्ट का लोकार्पण किया, जिससे मेडिकल कॉलेज को बिजली बिल में करीब एक करोड़ रुपये की बचत होगी।
प्राचार्य डॉ आरसी गुप्ता ने बताया कि पहले सोलर पावर प्रोजेक्ट का लोकार्पण मेडिकल कॉलेज के स्थापना दिवस पर 28 जनवरी को होना था, लेकिन उस दिन अधिक व्यस्तता रहने के कारण अब 27 जनवरी को लोकार्पण करने का निर्णय लिया गया है। मेडिकल कॉलेज के 35 भवनों के छतों पर सोलर पैनल लगाए जाने से 1.5 मेगा वाट विद्युत उत्पन्न होगी, जिसका उपयोग मेडिकल कॉलेज परिसर, चिकित्सालय, मरीज और छात्र हित में किया जाएगा। इस सालाना बचत का उपयोग मरीजों के लाभ में किया जाएगा।
डॉ सोमेंद्र तोमर ने बताया कि सौर ऊर्जा एक बेहतर और सुरक्षित विकल्प है और इससे विद्युत आपूर्ति में स्थिरता बनी रहती है। उत्तर प्रदेश सरकार ने पहले से ही किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज लखनऊ और बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज गोरखपुर में सोलर पावर प्रोजेक्ट्स को सफलतापूर्वक लागू किया है। अब मेरठ के लाला लाजपत राय स्मारक मेडिकल कॉलेज भी इस योजना में शामिल हो गया है।
इस प्रोजेक्ट के शुरू होने के बाद, आने वाले वर्षों में सालाना 90 लाख से एक करोड़ रुपये की बिजली बिल की बचत होगी, जो मरीजों के उपचार और सुधार के लिए उपयोग किया जाएगा। यह परियोजना जापान की एक अग्रणी कंपनी के साथ मिलकर शुरू की गई थी, और इसमें उच्च गुणवत्ता के सोलर पैनल और उपकरणों का उपयोग किया गया है। इससे मेडिकल कॉलेज को निर्बाध रूप से विद्युत आपूर्ति मिलने की सुनिश्चितता होगी।
सौर ऊर्जा का प्रयोग न केवल आर्थिक बचत का साधन है, बल्कि यह पर्यावरण के प्रति हमारे दायित्व का भी हिस्सा है। इस पहल के माध्यम से, एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज ने एक नेतृत्वी कदम उठाया है और समाज को एक ऊर्जा संवेदनशील दृष्टिकोण की दिशा में प्रेरित किया है। इस सालाना बचत का उपयोग मरीजों के सुधार और उनके लक्ष्यों की प्राप्ति में किया जाएगा, जो स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम है।
इस योजना के माध्यम से, उत्तर प्रदेश सरकार ने एक और सकारात्मक कदम उठाया है और राज्य में सौर ऊर्जा के प्रयोग को बढ़ावा देने का संकल्प दिखाया है। यह साबित करता है कि हम एक हरित पर्यावरण की दिशा में अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक स्वस्थ और सस्ते ऊर्जा स्रोत की दिशा में कदम उठा रहे हैं।
इस समर्थन में, लोगों में ऊर्जा बचत के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए शिक्षा और जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित किए जा सकते हैं, ताकि वे भी इस सकारात्मक पहल का हिस्सा बन सकें। इससे सामाजिक संबंध बढ़ेगा और लोग अपने आस-पास के स्वतंत्र पर्यावरण में सहयोग करने के लिए प्रेरित होंगे।
सौर ऊर्जा का सफल प्रयोग एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज को एक उदाहरण स्थापित करता है, जिससे अन्य स्वास्थ्य सेवा संस्थान भी इस दिशा में कदम उठाएं और ऊर्जा के प्रयोग में सावधानी बरतें। इस प्रकार, हम समृद्धि, स्वास्थ्य, और पर्यावरण सुरक्षा की दिशा में एक सकारात्मक परिवर्तन की ओर बढ़ रहे हैं।