अविवाहित युवतियां भी बन सकेंगी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, राज्य सरकार ने मानदेय भी बढ़ाया

• जिले में 82 आंगनबाड़ी केंद्रों पर होगी नई भर्ती, 4 अप्रैल तक आवेदन

Update: 2024-03-27 08:41 GMT

जिले में युवा लड़कियों के लिए अच्छी खबर है। इसके तहत आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की नियुक्ति का दायरा बढ़ा दिया गया है। अब यहां अविवाहित युवतियां भी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका बन सकेंगी। राज्य सरकार ने विवाहित होने की शर्त हटा दी है। इससे युवतियों को नौकरी के दो नए विकल्प मिल गए हैं। साथ ही कार्यकर्ताओं का मानदेय भी बढ़ा दिया है। महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों के मुताबिक जिले में 82 आंगनबाड़ी केंद्रों पर नई भर्ती की जानी है। ऐसे में इच्छुक लड़कियां 4 अप्रैल तक आवेदन कर सकती हैं। चयन के लिए आवेदक महिलाओं को अपने क्षेत्र में संबंधित कार्यालय में ऑनलाइन आवेदन करना होगा।

महिला एवं बाल विकास विभाग के उपनिदेशक प्रवेश कुमार सोलंकी ने बताया कि राज्य सरकार ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की चयन शर्तों में संशोधन की स्वीकृति देकर अविवाहित महिलाओं को भी इस क्षेत्र में अवसर देने की पहल की है। इसके अलावा राज्य में जो साथिन 2 का अनुभव रखती हैं उन्हें आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका नौकरी में वरीयता दी जाएगी। उन्हें बोनस में चार अंक दिए जाएंगे, ताकि उनका चयन होना और आसान हो जाएगा।

अब नई भर्ती में युवतियां आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका दोनों बन सकेंगी। महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए राज्य में पहली बार यह निर्णय लिया गया है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका के पदों के आवेदन के लिए सभी महिलाएं और युवतियां पात्र होंगी। इसके लिए चयन शर्तों में संशोधन किया गया है। इससे युवतियों को फायदा मिलेगा।


Similar News