Amrud farming: हर सीजन में बेहतर होंगे अमरूद के फल और पौधे, फलों में कीड़े नहीं पड़ेंगे, पौधे देगे बड़े साइज के अमरूद, अपनाए ये ₹50 का देसी नुस्खा
Amrud farming: हर सीजन में बेहतर होंगे अमरूद के फल और पौधे, फलों में कीड़े नहीं पड़ेंगे, पौधे देगे बड़े साइज के अमरूद, अपनाए ये ₹50 का देसी नुस्खा
जो किसान भाई अमरूद की बागवानी करते हैं उनके लिए यह लेख काफी फायदेमंद साबित होने वाला है, अमरूद के पत्तों में पीलापन आ रहा है और अगर अमरूद के फलों में कीड़े भी है तो यह नुस्खा आपके लिए कारगर साबित होने वाला है। गमले में लगे पौधे पर भी और अगर आपके पास बड़ा पौधा है तो उसे पौधे पर भी यह ट्रिक बिल्कुल सौ परसेंट काम करेगी।
यह एक ऐसी प्रक्रिया है इसे आप सितंबर के अंतिम सप्ताह से लेकर अक्टूबर के अंतिम सप्ताह तक कर पाएंगे और आप अमरुद, अनार और आम तीनों तरह के पौधों पर यह प्रक्रिया कर सकते हैं जमीन में लगे अमरूद के पौधे पर या गमले में आसपास के एक से डेढ़ फीट की एरिया तक मिट्टी को अच्छे तरीके से साफ कर लेना है। जो भी घास खरपतवार निकल आया है उसे काट दे। अमरूद के जड़ों में हर साल कुछ नए पौधे उग जाते हैं और हम लालच कर लेते हैं कि यह पौधे भी बड़े होकर फल देंगे लेकिन ऐसा नहीं होता यह बड़े पौधों को खराब करते हैं और फलों का साइज छोटा कर देते है आपका अमरूद के पौधे को बहुत जल्दी सूखा देते हैं साथ ही साथ अमरूद के फलों का साइज भी छोटा हो जाता है तो आपके यहां इस तरह के जितने भी जड़ों में से जो पौधे निकले हैं उन्हें काटकर अलग कर देना है।
गुड़ाई कैसे करे
गुड़ाई करने का कारण यह है कि अमरुद, अनार या आम के जड़ों के पास चीटियां दीमक अपने जो घर बना लेते हैं उन घरों को नष्ट करना है तो इसके लिए हल्की गुड़ाई करेंगे और अब इसे एक दिन के लिए छोड़ देंगे, हल्की-फुल्की धूप और हवा लग जाने के लिए अगले दिन आपको सफेद चुना लेना है। यह वही चुना है जिससे हम पुताई करते हैं यह कैल्शियम का बहुत अच्छा स्रोत है इसके अलावा जैविक कीटनाशक पेस्टिसाइड बनाने के लिए इसका प्रयोग बड़े स्तर पर किया जाता है आम, अनार, अमरुद और आलू की खेती में इसका जो काफी प्रयोग करते हैं किस तो आपको करना यह है कि लगभग 1 किलो चुना लेना है और उसे किसी मिट्टी के बर्तन में डालना है और लगभग इसमें 3 लीटर या 4 लीटर पानी मिक्स कर देंगे और इसे छोड़ देंगे एक से दो दिन के लिए।
लेकिन चुना और पानी मिलने पर आपस में संक्रिया होती है और इसमें गैस निकलेगी और हम इसे बुझाने के लिए छोड़ देंगे यानी कि इसकी गर्मी खत्म करेंगे और दो दिन बाद यह तैयार हो जाएगा हमारे अमरूद के पौधे पर प्रयोग किए जाने के लिए।
कैसे करें इस्तेमाल
पहले दिन जो अमरूद की गुड़ाई की थी और अब हम अपने अमरुद को बूस्ट करेंगे हमारे अमरूद के पौधे पर जो फल और फूल आने की तैयारी हो रही है इसके लिए दो से तीन किलो जो है पुराना गोबर खाद लेना है गोबर खाद न मिले तो वर्मी कंपोस्ट दे सकते हैं और अमरूद के पौधे की गुड़ाई की जगह पर इस खाद को बिखेर देना हैअमरूद के फूल आ रहे हैं उन्हें ऑर्गेनिक खाद देंगे जिससे फुल गिरेगा नहीं
फूलों में निषेचन की क्रिया बहुत तेजी से होगी और ज्यादा होगी।आपके पौधे पर ज्यादा से ज्यादा फल बनेगा
ध्यान रहे पौधों को ऑर्गेनिक खाद देनी है अब हम आपको बताते हैं कि चुने का इस्तेमाल कैसे करना हैं दूसरे दिन यह मटेरियल तैयार हो जाएगा आईए जानते हैं अब इसे अप्लाई कैसे करेंगे
जो चुना पानी में भिगो के रखा था वह पूरी तरह से गल जाएगा और बिल्कुल मुलायम हो गया होगा तो हम अपने हाथों से अच्छे तरीके से मिक्स करके इसका एक पेस्ट बनाएंगे और अगर आप इसे और बढ़िया बनाना चाहते हैं तो आप इसमें 20 ग्राम नीला थोथा मिला दें जिससे हमारा यह पूछा चुना और भी पावरफुल हो जाएगा, आपका फलदार पौधों के आसपास अगर बहुत सारी चीटियां हो गई होगी और यह चीटियां बीमारियों को एक पौधे से दूसरे पौधे तक ले जाती है इनका निदान करना बहुत जरूरी है तो इसके लिए हम इस बुझे चूने की सहायता से अपने अमरूद के पौधे के तने को नीचे से लेकर ऊपर तक दो से तीन फीट की ऊंचाई तक अच्छे तरीके से पेट कर देंगे
पेंट करने के कई फायदे हैं पहला फायदा है कि चींटी दीमक या अन्य जो कीड़े हैं वह आपके पौधे पर चढ़ नहीं पाएंगे तो बीमारियों और कीटाणु है वह एक पौधे से दूसरे पौधे तक नहीं ले जा पाएंगे और अमरूद के फूलों में बीमारियां नहीं पहुच पाएगी जिससे फल भी खराब नही होंगे और इस प्रक्रिया का प्रयोग किसान अपने बागों में अगर हर साल करते हैं खासकर आम और अमरूद के पौधे पर तो यह रामबाण उपाय है आपको सिर्फ सावधानी यह रखनी है कि आप जो अपने अमरूद के पौधे का तना पेंट कर रहे हैं से अच्छे तरीके से कीजिए और सुबह शाम दो बार में कीजिए जिससे अच्छे तरीके से आपके अमरूद का तना अच्छे तरीके से पेट हो जाए और यह प्रक्रिया ऑर्गेनिक प्रक्रिया है और अगर हम इस प्रक्रिया को कर लेंगे तो हमारी दवा का खर्च भी बचेगा और बहुत सस्ते में काम हो जाएगा।
यह नुस्खा अपनाने से पौधे पर दवा का छिड़काव करने की आवश्यकता नहीं होती है
लेकिन अब हमे अपने फलों के साइज को बढ़ाने के लिए क्या करना चाहिए इसके लिए लगभग 3 से 4 लीटर पानी लेंगे और 50 ग्राम वही बुझा चूना लेना है इस 50 ग्राम बुझा चूना लगभग 4 लीटर पानी में मिक्स करके इस अच्छे तरीके से घोल लेंगे अच्छे तरीके से और इस मिश्रण को अमरूद के जड़ो में डाल दे यह फलों के लिए रामबाण तरीका है यह सिर्फ एक सीजन में एक बार करना है और 6 महीने में एक बार करना है बार-बार यह प्रक्रिया आपको नहीं करनी पड़ेगी तो यह तो काम अभी कर दीजिए फिर देखिए पूरे सीजन आपके यहां बहुत अच्छे अमरुद मिलते रहेंगे