bpl ration card बीपीएल कार्डधारकों के लिए बड़ा अपडेट: eKYC न करवाया तो राशन होगा बंद
bpl ration card राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (NFSA) के तहत यह निर्देश जारी किए गए हैं।

bpl ration card अगर आप बीपीएल राशन कार्ड धारक हैं और मुफ्त राशन का लाभ ले रहे हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है। सरकार ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि सभी राशन कार्ड धारकों को 31 जनवरी 2025 तक अपने कार्ड का eKYC कराना अनिवार्य है। अगर आपने यह काम समय पर नहीं किया, तो आपका नाम राशन कार्ड सूची से हटा दिया जाएगा और आपको मुफ्त राशन समेत अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिलेगा।
क्यों जरूरी है eKYC?
eKYC यानी इलेक्ट्रॉनिक नो योर कस्टमर प्रक्रिया का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि राशन कार्ड सही व्यक्ति के नाम पर हो। इस प्रक्रिया से सरकार यह पता लगाती है कि राशन कार्ड धारक जीवित हैं, कहीं और स्थानांतरित नहीं हुए हैं, और किसी प्रकार की अनियमितता नहीं हो रही है।
किसने जारी किए निर्देश?
राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (NFSA) के तहत यह निर्देश जारी किए गए हैं। NFSA पोर्टल के अनुसार, वैशाली जिले में 6,39,236 राशन कार्ड पंजीकृत हैं, जिनमें से 20,64,399 लाभार्थियों ने पहले ही eKYC प्रक्रिया पूरी कर ली है। लेकिन अभी भी 6,49,236 लोग ऐसे हैं, जिन्होंने eKYC नहीं करवाया है।
समय सीमा क्यों बढ़ाई गई?
पहले eKYC प्रक्रिया पूरी करने की अंतिम तिथि सितंबर 2024 थी। लेकिन धीमी प्रगति को देखते हुए इसे 31 जनवरी 2025 तक बढ़ा दिया गया है। यह सरकार की अंतिम चेतावनी है।
eKYC न कराने पर क्या होगा?
यदि आपने 31 जनवरी तक eKYC नहीं कराया, तो:
- आपका नाम राशन कार्ड सूची से हटाया जा सकता है।
- मुफ्त राशन मिलना बंद हो जाएगा।
- अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ भी नहीं मिलेगा।
eKYC कराने की प्रक्रिया
eKYC प्रक्रिया बेहद आसान है। इसके लिए आपको नजदीकी जन सेवा केंद्र (CSC) पर जाना होगा। वहां अपना आधार कार्ड, राशन कार्ड और पंजीकृत मोबाइल नंबर ले जाएं। अधिकारी आपकी बायोमेट्रिक पहचान और दस्तावेजों की जांच करेंगे।
दो राशन कार्ड वाले लोग
सरकार ने यह भी पाया है कि कई लोग दो राशन कार्ड का उपयोग कर रहे हैं। ऐसे लोगों की पहचान के लिए KYC प्रक्रिया को सख्ती से लागू किया गया है। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि हर परिवार के पास सिर्फ एक राशन कार्ड हो।
eKYC में देरी क्यों हो रही है?
पिछले एक महीने में eKYC प्रक्रिया बेहद धीमी रही है। इसके पीछे कई कारण हैं:
- लोगों की उदासीनता।
- जन सेवा केंद्रों पर भीड़।
- ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता की कमी।
विभाग की सख्ती
खाद्य आपूर्ति विभाग ने स्पष्ट किया है कि eKYC प्रक्रिया में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अब विभाग ने सख्त कदम उठाने का निर्णय लिया है।
कैसे बढ़ाएं जागरूकता?
सरकार और स्थानीय प्रशासन ने लोगों को जागरूक करने के लिए कई कदम उठाए हैं।
- मोबाइल संदेश: सभी पंजीकृत मोबाइल नंबरों पर संदेश भेजे जा रहे हैं।
- स्थानीय अभियान: पंचायत स्तर पर बैठकें की जा रही हैं।
- रेडियो और टीवी विज्ञापन: eKYC की अंतिम तिथि की जानकारी दी जा रही है।
वैशाली जिले का डेटा
वैशाली जिले में eKYC के आंकड़े यह दर्शाते हैं कि लगभग 80% लाभार्थियों ने प्रक्रिया पूरी कर ली है। बाकी बचे 6,49,236 लोग अब भी इंतजार कर रहे हैं।
अन्य राज्यों में स्थिति
देश के अन्य राज्यों में भी eKYC प्रक्रिया लागू की जा रही है। उत्तर प्रदेश, बिहार और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में यह अभियान तेजी से चल रहा है।
अंतिम चेतावनी
सरकार ने स्पष्ट किया है कि 31 जनवरी के बाद किसी भी प्रकार की छूट नहीं दी जाएगी। अगर आप चाहते हैं कि आपको मुफ्त राशन और अन्य योजनाओं का लाभ मिलता रहे, तो जल्द से जल्द अपने राशन कार्ड का eKYC करवा लें।
eKYC प्रक्रिया को लेकर सरकार बेहद गंभीर है। यह न केवल पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए जरूरी है, बल्कि इससे फर्जी लाभार्थियों की पहचान भी होगी। अगर आप बीपीएल राशन कार्ड धारक हैं, तो समय पर eKYC कराना आपके और आपके परिवार के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।