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कालेज के प्रिंसिपल व स्टाफ की अश्लील वीडियो डालने पर केस

यमुनानगर के एक तकनीकी कॉलेज के प्रिंसिपल और स्टाफ की फर्जी अश्लील वीडियो वायरल होने पर पुलिस ने केस दर्ज किया। जानें कैसे सोशल मीडिया का गलत इस्तेमाल हो रहा है।

यमुनानगर : जिले के एक तकनीकी कालेज के प्रिंसिपल और अन्य की एक वीडियो वायरल होने पर पुलिस ने शुक्रवार को केस दर्ज किया है। इस मामले में जब प्रिंसिपल से बात की तो उनका कहना है कि फर्जी अश्लील वीडियो साजिश के तहत बनाई गई है। प्रिंसिपल का कहना है कि उन्होंने मामले में जगाधरी थाने में शिकायत दी थी लेकिन जब यहां पर कार्रवाई नहीं हुई तो उन्होंने पंचकूला में शिकायत दर्ज कराई। एक इंस्टाग्राम अकाउंट से उनकी और उनके स्टाफ की अश्लील वीडियो पोस्ट कर उन्हें
और उनके परिवार को बदनाम करने का प्रयास किया गया है।

11 सितंबर 2024 को कालेज के लेक्चरर ने उन्हें इस मामले की जानकारी दी। एक इंस्टाग्राम अकाउंट पर प्रोफाइल फोटो में कालेज की तस्वीर लगी है। इस अकाउंट पर पहली पोस्ट में प्रिंसिपल और लेक्चरर की अश्लील और अपमानजनक फोटो डाली गई है। अगले दिन उसी अकाउंट से एक और वीडियो पोस्ट की गई। जिसमें प्रिंसिपल और उनकी बेटी को एक समारोह में नाचते हुए दिखाया गया। इस वीडियो के साथ अश्लील और भद्दे गाने का इस्तेमाल किया था।

वीडियो वायरल की शुरुआत और शिकायत

11 सितंबर 2024 को कॉलेज के एक लेक्चरर ने प्रिंसिपल को इस मामले की जानकारी दी। एक इंस्टाग्राम अकाउंट पर कॉलेज की तस्वीर के साथ प्रोफाइल बनाई गई थी, जिसमें प्रिंसिपल और लेक्चरर की अश्लील फोटो और वीडियो पोस्ट की गईं।

प्रिंसिपल ने आरोप लगाया है कि यह वीडियो साजिश के तहत बनाई गई हैं और उनका उद्देश्य उन्हें और उनके परिवार को बदनाम करना है।

इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफॉर्म पर साइबर क्राइम का बढ़ता खतरा

आज के समय में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का गलत इस्तेमाल बढ़ता जा रहा है। इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफॉर्म पर फर्जी अकाउंट और अश्लील सामग्री को कैसे रोका जाए।


यह मामला न केवल प्रिंसिपल और उनके स्टाफ के लिए तनावपूर्ण है, बल्कि यह एक गंभीर साइबर क्राइम का उदाहरण है। इस घटना से सीख लेते हुए हमें सोशल मीडिया पर सतर्क रहने की आवश्यकता है।

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