Hyundai IPO भारतीय निवेशकों के लिए फायदेमंद नहीं हो सकता: रिपोर्ट
Hyundai Motors India के IPO को लेकर Aequitas Investments की रिपोर्ट में कई चिंताएं उठाई गई हैं। जानें कि क्यों यह आईपीओ भारतीय निवेशकों के लिए लाभकारी नहीं हो सकता है।
नई दिल्ली, 6 अक्टूबर 2024 – भारतीय बाजार में जल्द आने वाला Hyundai Motors India का प्रारंभिक सार्वजनिक प्रस्ताव (IPO) काफी चर्चा में है, लेकिन Aequitas Investments की एक ताज़ा रिपोर्ट के अनुसार, यह आईपीओ भारतीय निवेशकों के लिए उतना आकर्षक नहीं हो सकता जितना उम्मीद की जा रही थी।
रिपोर्ट में कई चिंताओं को उजागर किया गया है, जिनमें प्रमुख रूप से उद्योग की मौजूदा चुनौतियाँ और मूल्यांकन में असमानता के मुद्दे शामिल हैं। रिपोर्ट में कहा गया है, “वैश्विक ऑटोमोबाइल उद्योग को जिस तरह की कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है और भारत में संभावित मंदी के संकेतों के मद्देनजर, यह आईपीओ भारतीय निवेशकों के लिए विशेष रूप से लाभकारी नहीं हो सकता।”
Hyundai IPO के प्रमुख बिंदु
Hyundai Motor Company, जो कि दक्षिण कोरिया स्थित मुख्य कंपनी है, भारतीय बाजार में 25,000 करोड़ रुपये के शेयर ऑफर फॉर सेल (OFS) के माध्यम से बेचने की योजना बना रही है। हालांकि, रिपोर्ट में संकेत दिया गया है कि मौजूदा वैश्विक परिस्थितियों और भारत में संभावित मंदी के चलते यह आईपीओ निवेशकों के लिए आकर्षक नहीं हो सकता है।
Hyundai IPO में मूल्यांकन का मुद्दा
रिपोर्ट में Hyundai Motors India के मूल्यांकन पर विशेष चिंता जताई गई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि हालांकि भारतीय इकाई का योगदान Hyundai की वैश्विक राजस्व का केवल 6.5% और कुल लाभ का 8% है, फिर भी इसे लिस्टिंग के समय मुख्य कंपनी के बाज़ार पूंजीकरण के 42% के बराबर मूल्यांकन दिया जा रहा है। यह असंगत मूल्यांकन सवाल खड़े करता है कि क्या भारतीय इकाई की मौजूदा स्थिति के आधार पर आईपीओ मूल्य औचित्यपूर्ण है।
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि, “वैश्विक राजस्व में केवल 6.5% और लाभ में 8% का योगदान देने के बावजूद, Hyundai की भारतीय इकाई को लिस्टिंग के समय मुख्य कंपनी की बाज़ार पूंजीकरण का लगभग 42% मूल्यांकन दिया जाएगा।”
Hyundai की रणनीति
Hyundai के दृष्टिकोण से यह कदम समझ में आता है। दक्षिण कोरिया में Hyundai के शेयर वर्तमान में केवल 5x P/E अनुपात पर कारोबार कर रहे हैं, जिससे भारत में संभावित बिक्री अधिक आकर्षक बन जाती है। रिपोर्ट में तर्क दिया गया है कि Hyundai भारतीय बाजार में उच्च मूल्यांकन का लाभ उठाना चाहती है।
रिपोर्ट के अनुसार, “Hyundai के लिए यह एक साधारण कदम है, क्योंकि दक्षिण कोरिया में उनके स्टॉक का मूल्यांकन 5x P/E पर हो रहा है।”
Hyundai Motor Group की वैश्विक स्थिति
Hyundai Motor Group, जिसमें Hyundai और Kia दोनों शामिल हैं, वैश्विक स्तर पर तीसरी सबसे बड़ी वाहन निर्माता कंपनी है, जिसने 2023 में 7.3 मिलियन वाहनों की बिक्री की। Hyundai Motors India का Kia Motors India में कोई हिस्सा नहीं है, लेकिन मुख्य कंपनी Kia Motors में 34% हिस्सेदारी रखती है और Genesis Motors, एक लक्जरी ब्रांड, की पूर्ण स्वामी है।
संभावित निवेशकों के लिए सुझाव
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि भारतीय निवेशकों को इस आईपीओ में सावधानीपूर्वक विचार करना चाहिए, खासकर जब वैश्विक और भारतीय बाजार दोनों ही चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। Hyundai का यह कदम अपने शेयरधारकों के लिए भले ही फायदेमंद हो, लेकिन भारतीय निवेशकों के लिए यह सौदा उतना लाभकारी नहीं हो सकता।
निष्कर्ष
Hyundai Motors India का आगामी आईपीओ निश्चित रूप से भारतीय बाजार में दिलचस्पी बढ़ा रहा है, लेकिन निवेशकों को इस पर सावधानी से विचार करने की सलाह दी गई है। उद्योग की मौजूदा चुनौतियाँ और भारतीय इकाई का असमान मूल्यांकन इसे भारतीय निवेशकों के लिए एक जोखिम भरा सौदा बना सकता है।
Hyundai IPO की जानकारी के लिए आवश्यक लिंक
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