Indore-Manmad : इंदौर-मनमाड़ रेल लाइन के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू, जानिए कौन-कौन से गांव शामिल हैं ?
इंदौर-मनमाड़ रेल लाइन परियोजना के तहत जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। जानिए कौन-कौन से गांव शामिल हैं और परियोजना की प्रगति।

Indore-Manmad : इंदौर-मनमाड़ रेल लाइन के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू, जानिए कौन-कौन से गांव शामिल हैं ?
इंदौर, 21 जनवरी 2025 – इंदौर-मनमाड़ रेल लाइन परियोजना के तहत भारतीय रेलवे ने जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस परियोजना में मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के गांवों का अधिग्रहण किया जाएगा। रेल मंत्रालय की ओर से इस संबंध में आदेश जारी किए गए हैं।
परियोजना का उद्देश्य
इंदौर-मनमाड़ रेल परियोजना के तहत मध्य प्रदेश के इंदौर जिले और महाराष्ट्र के धुलिया जिले में नई रेल लाइन बिछाई जाएगी। इस परियोजना का उद्देश्य दो राज्यों के बीच रेलवे कनेक्टिविटी को मजबूत करना और यातायात की सुविधा प्रदान करना है।
मध्य प्रदेश के गांवों का अधिग्रहण
इंदौर जिले के 22 गांवों का अधिग्रहण किया जाएगा। इनमें खेडी ईस्तमुरार, चैनपुरा, कमदपुर, खुदालपुरा, कुराडा खेडी, अहिल्यापुर, नांदेड़, जामली, केलोद, बेरछा खेड़ी, गवली, पलास्या, आशापुर, मालेडी, कोदरिया, बोरखेड़ी, चोरडिंया, न्यू गुराडिया, मऊ कैंट अर्थात डॉक्टर अंबेडकर नगर तक भू-अधिग्रहण किया जाएगा।
महाराष्ट्र के गांवों का अधिग्रहण
महाराष्ट्र के धुलिया जिले के 10 गांवों और शिंदखेड़ा तहसील के 9 गांवों का अधिग्रहण किया जाएगा। धुलिया जिले के गांवों में पुरमे पाडा, आर्वी कस्बे, लडिंग, रणमाला, दीमर, सवाल, देअवधान, पिंपरी और वडजई शामिल हैं। शिंदखेड़ा तहसील में नरडाणा, डाबली, धन्दारने, अजंडे खुर्द, पिंपराड, गव्हाणे, शिराले, वर्शी और दाभाषी के गांव अधिग्रहित किए जाएंगे।
परियोजना की प्रगति
मनमाड़-इंदौर रेलवे संघर्ष समिती के प्रमुख मनोज मराठे ने बताया कि विशेष परियोजना के रूप में इसे योजना आयोग (नीति आयोग) और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कार्यालय से मंजूरी मिली है। इसके चलते परियोजना की गति तेज हो गई है।