चांदी में बढ़ती कीमतें: दिवाली में कहां तक पहुंच सकती हैं भाव

सोना और चांदी में बीते हफ्ते तेजी देखी गई है। अमेरिकी महंगाई में कमी के कारण डॉलर में दबाव बढ़ा है। इसके परिणामस्वरूप, डॉलर इंडेक्स 15 महीने के निचले स्तर पर पहुंच गया है।

चांदी में बढ़ती कीमतें: दिवाली में कहां तक पहुंच सकती हैं भाव
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चांदी में उछाल: दिवाली तक की कीमत की संभावना

सोना और चांदी में बीते हफ्ते तेजी देखी गई है। अमेरिकी महंगाई में कमी के कारण डॉलर में दबाव बढ़ा है। इसके परिणामस्वरूप, डॉलर इंडेक्स 15 महीने के निचले स्तर पर पहुंच गया है। यह कॉमोडिटी बाजार के लिए एक अच्छी खबर है और यहां तेजी की माहौल बन गई है। MCX पर चांदी में 4600 रुपए से ज्यादा की उछाल आई है और इसकी कीमत 75990 रुपए प्रति किलोग्राम के स्तर पर बंद हुई है। सोने की कीमत भी 457 रुपए उछलकर 59334 रुपए प्रति दस ग्राम के स्तर पर बंद हुई है।

सोना और चांदी के बाजार की संभावित चाल

कॉमोडिटी बाजार के विशेषज्ञों का मानना है कि वर्तमान में कई कारकों ने कॉमोडिटी बाजार के लिए सकारात्मक रोल निभाया है। अमेरिकी महंगाई में कमी आने के कारण फेडरल रिजर्व पर ब्याज दरों में दबाव कम हुआ है। बाजार ने फेड की संभावित कार्रवाई को पहले से ही समाहित कर लिया है। चीन भी अपनी इकोनॉमी को सहायता प्रदान करने के लिए प्रोत्साहन पर विचार कर रहा है। इससे सोना और चांदी की मांग को मजबूती मिली है। क्रूड भी 81 डॉलर के पार पहुंच गया है, जिससे सोना और चांदी को सपोर्ट मिल रहा है। भविष्य में चांदी के लिए औद्योगिक मांग भी मजबूत होने की उम्मीद है।

IIFL सिक्योरिटीज के अनुज गुप्ता ने बताया कि आगामी हफ्ते के लिए MCX पर सोने का सपोर्ट स्तर 58900-59000 रुपए है। तेजी की स्थिति में, 60000/60800 रुपए प्रति दस ग्राम के स्तर पर अवरोध रहेगा। चांदी के लिए इमीडिएट अवरोध 77000 रुपए के स्तर पर है और उसके बाद 79000 रुपए के स्तर पर पोजिशनल अवरोध होगा। गिरावट की स्थिति में चांदी के लिए इमीडिएट सपोर्ट स्तर 73800 रुपए है, उसके बाद यह 72000 रुपए के स्तर पर है।

अनुज गुप्ता ने बताया कि लॉन्ग टर्म में सोना और चांदी के लिए बाजार की संभावित चाल सकारात्मक है। दिवाली और इस साल के अंत की बात करें तो सोने का टारगेट 63000/64000 रुपए प्रति दस ग्राम है। वहीं, चांदी के लिए प्राइस टारगेट 83000/85000 रुपए प्रति किलोग्राम पर है।

सोना और चांदी के बाजार का बजट

IBJA के सेक्रेटरी सुरेंद्र मेहता ने बताया कि चांदी की रैली तेज हो रही है, क्योंकि सोना और चांदी के बीच रेशियों में संतुलन आ रहा है। वहने कहा कि सोने में तेजी और गिरावट धीरे-धीरे होती है, जबकि चांदी की गतिविधि तेज होती है। उन्होंने कहा कि अगले 10-15 दिनों में चांदी की कीमत 79000 रुपए प्रति किलोग्राम के स्तर तक पहुंच सकती है।

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