सूरज की किरणों से जगमग होंगे 300 गांव, बिहार में ऊर्जा के वैकल्पिक स्रोत का करामाती उपयोग
बिहार के पटना जिले में हो रहा है एक कारागार योजना, जिसके तहत सूरज की किरणों से 300 से अधिक गांवों को जगमगाया जा रहा है। इस योजना के अंतर्गत, सोलर स्ट्रीट लाइटें लगाकर बिजली की खपत को कम किया जा रहा है, और ग्रामीणों को बेहतर ऊर्जा स्रोत का लाभ मिल रहा है। इस लेख में, हम आपको इस योजना के बारे में विस्तार से बताएंगे और इसके महत्व को समझाएंगे।
बिहार में सोलर स्ट्रीट लाइटें: बिहार के पटना जिले के गांवों को सूरज की किरणों से जगमग किया जा रहा है। इस योजना के अंतर्गत, 33,000 से अधिक सोलर स्ट्रीट लाइटें लगाई जा रही हैं। इस पर काम शुरू हो गया है और इसका लक्ष्य है कि 31 मार्च 2024 तक सभी ग्राम पंचायतों को सोलर स्ट्रीट लाइटों से जगमग किया जाए।
योजना के मुख्य उद्देश्य: इस योजना का मुख्य उद्देश्य ऊर्जा के वैकल्पिक स्रोत को प्रोत्साहित करना है। सूरज की किरणों से चलने वाली सोलर स्ट्रीट लाइटें वातावरण के लिए भी अच्छी होती हैं और बिजली की खपत को कम करती हैं। इसके अलावा, इस योजना से ग्रामीणों को भी बेहतर सुविधा मिलती है, क्योंकि उन्हें रात के समय भी सड़कों पर सुरक्षित रहने का मौका मिलता है।
योजना के प्रमुख विशेषताएँ: इस योजना के तहत, पटना जिले के हजारों गांवों को सोलर स्ट्रीट लाइटों से लाभ मिलेगा। यहां कुछ प्रमुख विशेषताएँ हैं:
1. बिजली की खपत कम होगी: सोलर स्ट्रीट लाइटें बिजली की खपत को कम करेंगी, जिससे ऊर्जा की बचत होगी और पर्यावरण को भी फायदा होगा।
2. ग्रामीण सुविधा: ग्रामीणों को रात के समय सुरक्षित रहने का मौका मिलेगा, क्योंकि सोलर स्ट्रीट लाइटें सड़कों को जगमगाएंगी।
3. ऊर्जा के वैकल्पिक स्रोत की बढ़ती महत्वपूर्णता: इस योजना से ऊर्जा के वैकल्पिक स्रोत को प्रोत्साहित किया जा रहा है, जिससे बिजली की खपत को कम किया जा सकेगा।
4. पटना जिले का उन्नतिकरण: इस योजना से पटना जिले का उन्नतिकरण होगा, और गांवों में बेहतर जीवन गुणवत्ता मिलेगी।
योजना के लिए सोलर स्ट्रीट लाइटें की संख्या बढ़ाई गई: पटना जिले में पहले प्रत्येक वार्ड में चार सोलर स्ट्रीट लाइटें लगाने की योजना बनाई गई थी, लेकिन अब इसमें बदलाव किया गया है। प्रत्येक वार्ड में सोलर स्ट्रीट लाइटों की संख्या पहले की तुलना में दोगुनी कर दी गई है। इससे पटना जिले में सोलर स्ट्रीट लाइटों की कुल संख्या 33,000 से अधिक हो गई है। प्रत्येक वार्ड में चार की जगह आठ सोलर स्ट्रीट लाइटें लगेंगी, जिससे पूरे गांव को जगमग किया जा सकेगा।
ऊर्जा के वैकल्पिक स्रोत को प्रोत्साहित करना: इस योजना के माध्यम से, ऊर्जा के वैकल्पिक स्रोत को प्रोत्साहित करने का कदम उठाया गया है। सूरज की किरणों से चलने वाली सोलर स्ट्रीट लाइटें ग्रामीण इलाकों में बिजली की खपत को कम करेंगी और साथ ही पर्यावरण को भी बचायेंगी।