खतरे की घंटी: अत्यंत गंभीर तूफान में बदला चक्रवात बिपर्जय, ये हो सकता है नुकसान

खतरे की घंटी: अत्यंत गंभीर तूफान में बदला चक्रवात बिपर्जय, ये हो सकता है नुकसान

खतरे की घंटी: अत्यंत गंभीर तूफान में बदला चक्रवात बिपर्जय, ये हो सकता है नुकसान
X

खतरे की घंटी: अत्यंत गंभीर तूफान में बदला चक्रवात बिपर्जय, ये हो सकता है नुकसान

खेत खजाना, नई दिल्ली: अरब सागर का चक्रवात बिपर्जय हफ्तेभर बाद अत्यंत गंभीर तूफान में बदल चुका है। यह अभी तक 175 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ चुका है। अभी चक्रवात की स्थिति पूर्व मध्य अरब सागर में है। यह 15 जून की दोपहर तक सौराष्ट्र-कच्छ के पास तट से टकराएगा। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) का मानना है कि तट से टकराने के दौरान हवा की गति थोड़ी धीमी हो जाएगी, लेकिन फिर भी यह कम से कम 150 किलोमीटर प्रति घंटे तक रह सकती है। समुद्र में अभी से हलचल बढ़ने लगी है। सबसे ज्यादा खतरा गुजरात के तटीय जिलों पर है। देवभूमि द्वारका, पोरबंदर, कच्छ, जामनगर, राजकोट, मोरबी एवं जूनागढ़ के पास तीन से चार मीटर तक ऊंची लहरें उठ सकती हैं और 14-15 जून को भारी से बहुत भारी वर्षा हो सकती है। महाराष्ट्र के तटीय क्षेत्र एवं राजस्थान के पश्चिमी जिलों में तेज हवा के साथ वर्षा के आसार हैं।

7,500 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचायाः तटवर्ती क्षेत्रों से निकासी शुरू कर दी गई है। अधिकारियों ने बताया कि 7,500 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है। पोरबंदर के 31 गांवों से 3,000 लोगों और देवभूमि द्वारका में 1,500 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। करीब 3,000 लोगों, खासकर मछुआरों व श्रमिकों को कांडला में स्थानांतरित कर दिया गया है।

• चक्रवात 15 जून की दोपहर तक सौराष्ट्र-कच्छ के पास तट से टकराएगा

• गुजरात, महाराष्ट्र के तटीय इलाकों एवं राजस्थान के सीमावर्ती जिलों में चढ़ा खतरा

• अत्यधिक वर्षा और 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की आशंका

गुजरात में तटों के आसपास से निकासी शुरू, लोगों से तटों से दूर रहने को कहा गया

Tags:
Next Story
Share it