सीएम साहब वापस ले लो टैब... बच्चे देख रहे असभ्य चीजें, अभिभावकों की बढ़ी चिंता
खेत खजाना : आधुनिक तकनीकी साधनों के उपयोग के साथ साथ उनके दुरुपयोग की भी चिंता हरियाणा के जींद जिले के ढिगाना गांव में अभिभावकों द्वारा दर्ज किये गए शिकायतों से प्रकट होती है। इन शिकायतों में से एक बड़ी चिंता टैबलेट के दुरुपयोग की है। अभिभावकों का दावा है कि उनके बच्चे टैबलेट का सही उपयोग नहीं कर रहे हैं और इसके कारण उनकी पढ़ाई और अन्य गतिविधियों में प्रतिबंध हो रहा है।
टैबलेट के दुरुपयोग के प्रमुख कारण
टैबलेट के दुरुपयोग के पीछे कुछ मुख्य कारण हैं, जिनमें से कुछ निम्नलिखित हैं:
विज्ञापनों का प्रभाव: बच्चों को टैबलेट के विज्ञापनों का प्रभाव होता है और वे नए-नए एप्स और गेम्स डाउनलोड करने के लिए प्रोत्साहित होते हैं। इससे उन्हें अधिक समय टैबलेट पर बिताने में होता है और पढ़ाई की ओर उनका ध्यान नहीं जाता।
अनुशासन की कमी: टैबलेट के साथ आने वाली मुक्ति के कारण बच्चे ज्यादा समय खर्च करने की अनुमति पाते हैं और इससे उनका अनुशासन भ्रष्ट हो जाता है। वे अपनी इच्छानुसार ही विभिन्न गेम्स और वीडियोस देखते रहते हैं।
अपार्थिक विषय में दृष्टि बिगड़ना: टैबलेट के जरिए बच्चे अपार्थिक विषयों में वीडियोस और फोटोस देखते हैं, जिससे उनकी दृष्टि पर बुरा प्रभाव पड़ता है। इसके कारण उनकी पढ़ाई पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
समाधान की दिशा
अभिभावकों के आग्रह के चलते जींद के ढिगाना गांव की पंचायत ने एक पत्र लिखकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल और शिक्षा विभाग के अधिकारियों को टैबलेट वापस लेने की मांग की है। साथ ही, टैबलेट के उपयोग के साथ साथ उनके दुरुपयोग से बच्चों को बेहतर तरीके से नियंत्रित करने की जरूरत है।
विज्ञान और तकनीक के उदय के साथ, टैबलेट एक अच्छा शिक्षा साधन बन सकता है, लेकिन सही तरीके से उपयोग न किया जाए तो इसका दुरुपयोग हो सकता है। अभिभावकों को बच्चों के टैबलेट के उपयोग पर नजर रखने और उन्हें संबंधित सामग्री से दूर रखने के लिए सक्रिय रूप से काम करना चाहिए। शिक्षा विभाग को भी अपनी ओर से इस समस्या का समाधान करने के लिए उचित उपायों को बढ़ावा देना चाहिए। इस प्रकार, टैबलेट का सही उपयोग होकर बच्चों की पढ़ाई और उनके संबंधित गतिविधियों में सुधार हो सकता है।