मलेरिया व डेंगू रोकथाम के लिए विभाग ने शुरू की तैयारी, रैपिड रिस्पांस टीमें करेंगी निरीक्षण

जिले में पिछले साल मिले थे 467 डेंगू व सात मलेरिया के मरीज स्वास्थ्य विभाग अलर्ट

मलेरिया व डेंगू रोकथाम के लिए विभाग ने शुरू की तैयारी, रैपिड रिस्पांस टीमें करेंगी निरीक्षण
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• मलेरिया व डेंगू रोधी गतिविधियों को बढ़ावा देने में जुटा विभाग

• पीएचसी व सीएचसी के स्टाफ देंगे रोकथाम के उपायों की जानकारी

सिरसा जिले में मलेरिया और डेंगू के संभावित खतरे को देखते हुए जिला स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से अलर्ट हो गया है। अभी तक जिले में इस सीजन के दौरान डेंगू व मलेरिया का एक भी मरीज विभाग की पकड़ में नहीं आया है परंतु अभी से मच्छरों की रोकथाम के साथ डेंगू व मलेरिया रोधी गतिविधियों को विभाग बढ़ावा देने में जुट गया।

जिला मलेरिया अधिकारी डा. गौरव अरोड़ा ने बताया कि विभाग की ओर से डेंगू व मलेरिया की रोकथाम व बचाव के लिए ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में विभागीय स्तर पर रेपिड रिस्पांस टीम का गठन किया। इस टीम में मेडिकल आफिसर, लैब टेक्नीशियन व एमपीएचडब्ल्यू शामिल रहेंगे।

टीम की देखरेख में मलेरिया और डेंगू के प्रकोप को रोकने के लिए शहर व ग्रामीण एरिया के जलभराव वाले क्षेत्र में एंटी लार्वा दवा का छिड़काव, सैंपल एकत्र किए जाएंगें। साथ ही सभी पीएचसी व सीएचसी स्टाफ की और से भी आमजन को मलेरिया व डेंगू रोकथाम के लिए अपनाए जाने वाले उपाय व रोकथाम से संबंधित जानकारी दी जाएगी। बता दें कि पिछले साल जिले में डेंगू के 127 जबकि मलेरिया के सात मरीज मिले थे। इन मरीजों को जांच के उपरांत उपचार उपलब्ध करवाया गया। जलाशयों में छोड़ी जा रही लार्वा खत्म करनी वाली मछलियां जिला मलेरिया अधिकारी डा. गौरव अरोड़ा के अनुसार मच्छरों का सीजन शुरू होने से पहले शहर के जलाशयों में मच्छरों के लार्वा को खाकर नष्ट करने के लिए गंबूजिया मछली छोड़ी जा रही है जिससे मच्छरों को पनपने से रोका जा सके। उन्होंने बताया कि आमजन को भी गर्मी बढ़ने के साथ ही कूलर व पानी भरने वाली जगह पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। हर सप्ताह अपने कूलर का पानी बदलते रहना चाहिए।

विभागीय टीमें करेंगी आमजन को जागरूक

जिले में पीएचसी स्तर पर मलेरिया व डेंगू रोकने के लिए ग्रामीण व शहरी क्षेत्र में 200 से अधिक टीमें गठित की जाएंगी। उक्त गठित टीमें संवेदनशील क्षेत्रों में पहुंचकर लोगों को मलेरिया की रोकथाम के लिए जानकारी देंगी। टीमें संबंधित क्षेत्रों में मलेरिया की रोकथाम के लिए व्यापक प्रबंध भी करना सुनिश्चित करेंगी। इसके साथ साथ सभी अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र में मलेरिया रोकथाम गतिविधियों में सहभागिता करने के साथ-साथ आवश्यक सहयोग जैसे गड्ढे भरना, नालियों की सफाई, पेयजल स्त्रोतों के आस-पास जमे हुए पानी की निकासी, खराब पड़े टायरों में पानी जमा न होने दें, डेजर्ट कूलर आदि का पानी बदलते रहे। उन्होंने बताया कि जांच के दौरान जिस विभाग की भी लापरवाही सामने आएगी, उसे भी स्वास्थ्य विभाग की ओर से नोटिस जारी किए जाएंगे

सिविल अस्पताल में 60 बेड की व्यवस्था

जिला नागरिक अस्पताल में भी विभाग नेमलेरिया व डेंगू रोगियों को भर्ती करने के लिए अलग से व्यवस्था की है। जिला मलेरिया अधिकारी डा. गौरव अरोड़ा ने बताया कि मलेरिया व डेंगू से बचाव के लिए जिला नागरिक अस्पताल के वार्ड नंबर 16 में 60 बेड मलेरिया व डेंगू संक्रमित मरीजों के लिए स्थापित किए गए हैं। वहीं जिला नागरिक अस्पताल व अन्य राजकीय स्वास्थ्य केंद्रों में जांच व उपचार बिल्कुल निःशुल्क रहेंगे। बुखार होने तथा अन्य संभावित लक्षण दिखाई देने पर मरीज को तुरंत जांच करवानी चाहिए जिससे समय रहते उपचार मिल पाए।

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