Free Ration Scheme: मुफ्त राशन योजना: जानिए कौन से जिले में कितने परिवारों को मिलेगा मोटा अनाज, ये 7.99 लाख परिवार होंगे लाभार्थी
Free Ration Scheme: मुफ्त राशन योजना: जानिए कौन से जिले में कितने परिवारों को मिलेगा मोटा अनाज, ये 7.99 लाख परिवार होंगे लाभार्थी
Free Ration Scheme: मुफ्त राशन योजना या प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (PMGKAY) एक ऐसी योजना है, जिसके तहत सरकार गरीब परिवारों को हर महीने 5 किलो अनाज मुफ्त में देती है। ये अनाज उन्हें राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (NFSA) के तहत पहले से ही मिल रहे सस्ते राशन के अलावा मिलते हैं। इस योजना का उद्देश्य कोविड-19 महामारी के दौरान गरीबों को खाद्य सुरक्षा और पोषण प्रदान करना है।
इस योजना को 2020 में शुरू किया गया था, जो 2023 के दिसंबर तक चलनी थी। लेकिन, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में इस योजना को अगले पांच साल तक बढ़ाने की घोषणा की है। इससे लगभग 81 करोड़ गरीब लोगों को फायदा मिलेगा।
कौन से जिले में कितने परिवारों को मिलेगा बाजरा
इस योजना के तहत, गरीब परिवारों को गेहूं और चावल के साथ-साथ मोटा अनाज यानी बाजरा भी मिलता है। बाजरा एक बार ही साल में बांटा जाता है। इस साल, बाजरा जनवरी के बाद आया है। जल्द ही इसका वितरण शुरू हो सकता है।
उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में 7.99 लाख परिवारों को बाजरा मिलेगा। इसके लिए इसी माह तारीख तय की जाएगी। जिला पूर्ति अधिकारी नीरज सिंह ने बताया कि बाजरा आ चुका है। संभवत: 10-12 फरवरी को बाजरा व अन्य राशन बांटा जा सकता है।
बरेली जिले में 99000 अंत्योदय कार्ड धारक हैं। इन्हें 14 किलो चावल, 14 किलो गेहूं व सात किलो बाजरा मिलेगा। जबकि सात लाख सामान्य कार्ड धारकों को दो किलो चावल, एक किलो गेहूं व दो किलो बाजरा मिलेगा।
इसके अलावा, देश के अन्य राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में भी बाजरा का वितरण किया जाएगा। इसके लिए आप अपने राज्य की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अपने जिले की जानकारी देख सकते हैं। आप अपना राशन कार्ड नंबर या आधार नंबर दर्ज करके अपने राशन की उपलब्धता भी जांच सकते हैं।
मुफ्त राशन योजना के फायदे
मुफ्त राशन योजना के फायदे निम्नलिखित हैं:
इस योजना से गरीब परिवारों को खाद्य सुरक्षा और पोषण मिलता है।
इस योजना से गरीब परिवारों को अतिरिक्त राशन मिलता है, जो उनके खर्च को कम करता है।
इस योजना से गरीब परिवारों को मोटा अनाज यानी बाजरा मिलता है, जो उनके स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है।
इस योजना से गरीब परिवारों को आत्मनिर्भरता और गरिमा का एहसास होता है।