ग्राम पंचायत मुख्यालयों पर बने कचरा संग्रह केंद्र शहरी तर्ज पर घर-घर से कचरा इकट्ठा करेंगे
चारणवासी। स्वच्छ भारत मिशन के तहत 16-16 लाख रुपए से ग्राम • पंचायत मुख्यालयों पर बने अपशिष्ट प्रबंधन केंद्र बनकर तैयार हो चुके हैं। अब शहरी तर्ज पर घर-घर से कचरा इकट्ठा किया जाएगा। इससे गांव स्वच्छ बनेंगे। बताते चलें कि गांवों से निकलने वाले ठोस और तरल - अपशिष्ट का प्रबंधन व निस्तारण करने के लिए बनाए गए केंद्र में प्लास्टिक, रबड़, कांच सहित - अलग-अलग कचरा संग्रहण के लिए डस्टबिन बने है। वार्ड में कई कचरा पात्र रखे जाएंगे। जहां से प्रतिदिन या कचरा की क्षमतानुसार ग्राम पंचायत का अनुबंधित वाहन या रिक्शा
कलेक्शन कर कचरा केंद्र तक पहुंचाएगा। जहां अगल-अलग कर डस्टबिन में भंडारण होगा। भंडारित कचरे का सालाना टेंडर होने से ग्राम पंचायतों की आय बढ़ेगी। इसलिए पूरे संचालन की ग्राम पंचायत कार्यकारी एजेंसी होगी। वहीं किसानों को जैविक खाद उपलब्ध करवाने के अलग से पानी की खोळ नुमे तीन डस्टबिन बने हैं। गांव से गोबर व कचरे को डस्टबिन में भंडारण कर इनमें केंचुए छोड़कर खाद तैयार करवाई जाएगी। खाद बनाने वाले जीवों का धूप से बचाने के लिए ऊपर शेड लगाए गए हैं। यहां से बनने वाली खाद ग्राम पंचायत किसानों को बेचेगी।
ये 5 बड़े फायदे: सफाई सुधरेगी, बीमारियां घटेंगी
गांवों के घर व गलियां साफ सुधरी रहेगी, मच्छर सहित गंदगी से फैलनी वाली बीमारियों से राहत मिलेगी, ग्राम पंचायत के माध्यम से अनेक लोगों को रोजगार मिलेगा, किसानों को जैविक खाद मिलेगी, ग्राम पंचायत को आय होगी, लोगों को जागरुक किया जाएगा, जसाना सरपंच लालचंद सारसर ने बताया कि दोनों केंद्र तैयार हैं। कचरा कलेक्शन शुरू होने के बाद गांवों की सुंदरता बढ़ेगी। इसके लिए लोगों को जागरुक किया जाएगा।