सूखे में भी लहराएगी सोने वरगी फसल, किसान इस खास बागवानी योजना का ले लाभ, आधी लागत आपकी और आधा खर्चा देगी सरकार

यह योजना किसानों को सब्सिडी के साथ अनार, बेर, चीकू, लीची, आंवला, आडू, नाशपाती, अमरूद, आम, नींबू वर्गीय फल, अलूचा, अंगूर, पपीता, ड्रैगन फ्रूट आदि की खेती के लिए सहायता प्रदान करने का लक्ष्य रखती है।

सूखे में भी लहराएगी सोने वरगी  फसल, किसान इस खास बागवानी योजना का ले लाभ, आधी लागत आपकी और आधा खर्चा देगी सरकार
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सूखे में भी लहराएगी सोने वरगी फसल, किसान इस खास बागवानी योजना का ले लाभ, आधी लागत आपकी और आधा खर्चा देगी सरकार

हरियाणा सरकार ने किसानों को सब्जियों और फलों की खेती को प्रोत्साहित करने के लिए एक महत्वपूर्ण अनुदान योजना शुरू की है। यह योजना किसानों को सब्सिडी के साथ अनार, बेर, चीकू, लीची, आंवला, आडू, नाशपाती, अमरूद, आम, नींबू वर्गीय फल, अलूचा, अंगूर, पपीता, ड्रैगन फ्रूट आदि की खेती के लिए सहायता प्रदान करने का लक्ष्य रखती है। इससे किसानों को अच्छा लाभ होगा और उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।

अनुदान योजना के लाभ:

सब्सिडी का लाभ: हरियाणा सरकार ने इस योजना के अंतर्गत किसानों को सब्सिडी के रूप में आर्थिक सहायता प्रदान करने का निर्णय लिया है। इससे किसानों को फलों के बाग लगाने में मदद मिलेगी और उनकी आर्थिक बोझ कम होगा।

विभिन्न फलों की खेती: यह योजना किसानों को विभिन्न फलों की खेती करने के लिए प्रोत्साहित करती है, जैसे कि अनार, बेर, चीकू, लीची, आंवला, आडू, नाशपाती, अमरूद, आम, नींबू वर्गीय फल, अलूचा, अंगूर, पपीता, ड्रैगन फ्रूट आदि। यह विविधता को बढ़ावा देने के साथ-साथ किसानों की आय भी बढ़ाएगा।

ट्रेलाइजिंग सिस्टम /पौधा जाल प्रणाली के लिए किसानों को लागत का 50 प्रतिशत सब्सिडी दी जाएगी। ट्रेलाइजिंग सिस्टम /पौधा जाल प्रणाली के लिए लागत मूल्य 1,40,000 रुपए रखी गई है। इसमें से सरकार की ओर से किसानों को 70,000 रुपए का अनुदान दिया जाएगा। यह राशि किसानों को एक बार में ही पूरी दी जाएगी।

वाणिज्यिक मूल्य में वृद्धि: फलों की खेती करने से किसान अधिक वाणिज्यिक मूल्य प्राप्त कर सकते हैं। उन्हें बाजार में बेहतर मूल्य मिलेगा और उनकी कमाई में वृद्धि होगी।

योजना के आवेदन प्रक्रिया:

किसानों को आवेदन करने के लिए हरियाणा सरकार ने आवेदन प्रक्रिया शुरू की है। किसानों को आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन करना होगा।

आवेदन प्रक्रिया में आवश्यक दस्तावेजों की सूचना भी दी गई है, जिसमें पहचान प्रमाण, जन्म प्रमाणपत्र, खेती संबंधित दस्तावेज शामिल हैं।

किसानों को उनके आवेदन की स्थिति को नियमित रूप से जांचने की सुविधा भी उपलब्ध होगी।

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