सरकार ने कि नेई योजना लागू, फ्री राशन के साथ कार्डधारकों को अब मिलेगा 10 किलो का कैरी बैग

सरकार ने कि नेई योजना लागू, फ्री राशन के साथ कार्डधारकों को अब मिलेगा 10 किलो का कैरी बैग
X

सरकार ने कि नेई योजना लागू, फ्री राशन के साथ कार्डधारकों को अब मिलेगा 10 किलो का कैरी बैग

खेत खजाना: नई दिल्ली, अगर आप भी फ्री राशन के हकदार हैं तो आपके लिए एक अच्छी खबर है। अब आपको फ्री राशन के साथ 10 किलो का कैरी बैग भी मिलेगा। ये बैग आपको राशन लेने के लिए बार-बार थैला लाने की परेशानी से बचाएगा। इस बैग का वितरण इसी माह से शुरू हो जाएगा। इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि आप कैसे इस बैग का लाभ उठा सकते हैं।

फ्री राशन के साथ 10 किलो का कैरी बैग

फ्री राशन के साथ 10 किलो का कैरी बैग एक नई पहल है जो प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (पीएमजीकेएवाई) के तहत शुरू की गई है। इस योजना के तहत राशन कार्डधारकों को हर महीने 5 किलो गेहूं या चावल और 1 किलो दाल मुफ्त में मिलता है। अब इन्हें एक बार में 10 किलो का कैरी बैग भी दिया जाएगा जिसमें वे अपना राशन आसानी से ले सकेंगे।

ये बैग पर्यावरण के लिए भी फायदेमंद हैं क्योंकि इनमें प्लास्टिक का प्रयोग नहीं किया गया है। इन बैगों को बार-बार इस्तेमाल किया जा सकता है। इन बैगों पर प्रधानमंत्री की फोटो के साथ ही योजना का नाम लिखा है। इससे लोगों को योजना के बारे में जागरूकता भी होगी।

बैग का वितरण लोकसभा चुनाव आचार संहिता लागू होने से पहले किया जाना है। इसके लिए भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) को जिम्मेदारी सौंपी गई है। एफसीआई ने अभी तक 2.90 लाख बैग लखनऊ को भेजे हैं। इन बैगों को पहले शहर के कोटेदारों को दिया जा रहा है। कोटेदार बैग का वितरण कार्डधारकों को करेंगे।

बैग का लाभ उठाने के लिए आपको कुछ आसान से कदम फॉलो करने होंगे। इन कदमों को हम नीचे बता रहे हैं।

आपको अपना राशन कार्ड लेकर अपने नजदीकी कोटेदार के पास जाना होगा।

आपको अपना राशन कार्ड और मोबाइल नंबर कोटेदार को दिखाना होगा।

कोटेदार आपको अपना राशन और 10 किलो का कैरी बैग देगा।

आपको अपना हस्ताक्षर या अंगूठा कोटेदार के रजिस्टर पर लगाना होगा।

आपको अपना राशन और बैग लेकर घर जाना होगा।

इस तरह आप फ्री राशन के साथ 10 किलो का कैरी बैग का लाभ उठा सकते हैं। ये बैग आपको हर महीने मिलेंगे। आपको बस अपना राशन लेने के लिए इन बैगों को साथ ले जाना होगा। इससे आपको राशन लेने में आसानी होगी और प्लास्टिक का प्रयोग कम होगा।

Tags:
Next Story
Share it