चपाती Chapati (रोटी) का इतिहास: जानिए इसकी उत्पत्ति और गोल आकार का रहस्य

चपाती भारत का प्रसिद्ध और पारंपरिक भोजन है, जिसे गेहूं के आटे से बनाया जाता है। चपाती का नाम हिंदी के शब्द 'चपत' से लिया गया है, जिसका मतलब है थप्पड़। चपाती को बेलन से गोल आकार में बेलकर तवे पर सेका जाता है।

चपाती Chapati (रोटी) का इतिहास: जानिए इसकी उत्पत्ति और गोल आकार का रहस्य
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Chapati History

चपाती को दाल, सब्जी, अचार, दही या मक्खन के साथ खाया जाता है। चपाती का इतिहास काफी पुराना और रोचक है। आइए जानते हैं कि चपाती की उत्पत्ति कैसे हुई और इसका गोल आकार क्यों रखा गया।

चपाती की उत्पत्ति

चपाती की उत्पत्ति का पता लगाना काफी मुश्किल है, क्योंकि इसके बारे में लिखित साक्ष्य बहुत कम हैं। हालांकि, कुछ विद्वानों का मानना है कि चपाती का आरंभ वैदिक काल में हुआ था, जब गेहूं को भारत में लाया गया था। गेहूं को पहले चक्की में पीसकर आटा बनाया जाता था, फिर उसे लोई बनाकर तवे पर सेका जाता था। इसे 'चपत्ती' कहा जाता था, जो बाद में 'चपाती' में बदल गया।

चपाती का एक और संभावित स्रोत इंदुस घाटी सभ्यता है, जहां लोगों ने गेहूं के आटे से बनी रोटी खाई थी। इसके साक्ष्य मिले हैं, जैसे कि गेहूं के बीज, चक्की, तवा और रोटी के टुकड़े। इस सभ्यता के पतन के बाद, चपाती का प्रचलन भारत के अन्य हिस्सों में फैला।

चपाती का एक और प्रमुख इतिहासकार अलेक्जेंडर द ग्रेट है, जिसने भारत का आक्रमण किया था। उसने अपने लोगों को चपाती बनाना सिखाया था, क्योंकि वह आसानी से बनती और लंबे समय तक ताजी रहती थी। उसने चपाती को 'अरिस्ता' कहा था, जो ग्रीक शब्द 'अरिस्तोस' से लिया गया था, जिसका मतलब है 'बेहतरीन'।

चपाती का एक और बड़ा प्रभाव मुगल साम्राज्य का था, जिसने चपाती को अपने शाही भोजन में शामिल किया था। उन्होंने चपाती को तंदूर में सेककर तंदूरी रोटी बनाया था, जो आज भी बहुत लोकप्रिय है। उन्होंने चपाती को नान, पराठा, लच्छा पराठा, रुमाली रोटी आदि के रूप में भी परिवर्तित किया था।

चपाती का गोल आकार

चपाती का गोल आकार बनाने के पीछे कई कारण हैं, जो निम्नलिखित हैं:

- गोल आकार बनाना आसान है, क्योंकि आटे की लोई गोल होती है और बेलन से बराबर बेली जा सकती है।

- गोल आकार सेकने में भी सुविधाजनक है, क्योंकि तवा भी गोल होता है और चपाती हर तरफ से सिक जाती है।

- गोल आकार में चपाती को आसानी से मोड़ा या फोला जा सकता है, जिससे इसमें सब्जी या अन्य चीजें भरकर खाया जा सकता है।

- गोल आकार में चपाती को आसानी से बांटा या तोड़ा जा सकता है,

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