क्या आपकी 14वीं किस्त अटकी है? जानिए कैसे मिलेगा लाभ

क्या आपकी 14वीं किस्त अटकी है? जानिए कैसे मिलेगा लाभ
X

सरकार कई योजनाएं चला रही है, जो उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार करने का लक्ष्य रखती हैं। इनमें से एक है 'प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना' जिसके अंतर्गत किसानों को सालाना 6,000 रुपये की 3 किस्तें मिलती हैं। लेकिन कुछ किसानों को अटकी हुई 14वीं किस्त मिलने में समस्याएं आ रही हैं। इस लेख में हम जानेंगे कि अटकी हुई किस्त क्यों हो सकती है और उसे मिलने के लिए क्या करना होगा।

ई-केवाईसी का महत्व

किस्त अटकने का पहला कारण हो सकता है 'ई-केवाईसी' का न करवाना। यह एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है जिसके तहत किसानों को अपनी बैंकिंग जानकारी अपडेट करनी होती है। अगर आपने इसे नहीं करवाया, तो आपको किस्त का लाभ नहीं मिल सकता। आप अपने नजदीकी सीएससी सेंटर पर जा सकते हैं या आधिकारिक पोर्टल pmkisan.gov.in का उपयोग करके इस प्रक्रिया को पूरा कर सकते हैं। इसके अलावा, आप अपने बैंक में जाकर भी आवश्यक जानकारी को अपडेट कर सकते हैं।

गलत जानकारी की सुधारें

कई किसानों की किस्त अटकी हो सकती है क्योंकि उनके द्वारा प्रदान की गई बैंकिंग जानकारी में गलतियाँ हो सकती हैं। आधार नंबर, नाम, जेंडर जैसी जानकारियाँ गलत हो सकती हैं, जिसके कारण आपकी किस्त अटक सकती है। आपको अपनी जानकारी को ध्यानपूर्वक जांचने का अवसर मिलता है, और अगर कोई गलती हो, तो उसे सही करवाने से आपको किस्त का लाभ मिल सकता है।

अगली स्लाइड्स में इस बारे में जान सकते हैं...

दरअसल, बीती 27 जुलाई को 14वीं किस्त जारी हुई, जिसे खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जारी किया। किस्त के रूप में किसानों को 2 हजार रुपये मिले और ये पैसे डीबीटी के माध्यम से सीधे पात्र किसानों के बैंक खाते में पहुंचे।

क्या मिल सकती है अटकी हुई किस्त?

आपकी किस्त अटकने का पहला कारण ई-केवाईसी का न करवाना हो सकता है। अगर आपने ये नही करवाई है, तो नियमों के तहत आपको किस्त का लाभ नहीं मिलेगा। पर अगर आप ई-केवाईसी करवा लेते हैं, तो आपको अटकी हुई किस्त मिल सकती है।

आप ई-केवाईसी करवाने के लिए अपने नजदीकी सीएससी सेंटर, आधिकारिक पोर्टल pmkisan.gov.in पर जा सकते हैं, इसके अलावा आप बैंक जाकर भी इस काम को करवा सकते हैं।

कई किसानों की किस्त इसलिए भी अटकी है, क्योंकि उनके द्वारा दी गई बैंकिंग जानकारी गलत है, आधार नंबर गलत है, फॉर्म में जेंडर, नाम जैसी अन्य जानकारियां गलत हो सकती हैं। इसलिए भी उनकी किस्त अटकी है। ऐसे में इन गलतियों को ठीक कराने पर किस्त का लाभ मिल सकता है।

Tags:
Next Story
Share it