Kisan Credit Card : किसान क्रेडिट कार्ड पर 5 लाख तक का लोन, किसानों के लिए फायदे और आवेदन करने का तरीका
बजट-2025 में सरकार ने Kisan Credit Card की लिमिट को 5 लाख तक बढ़ाया है। जानिए KCC के फायदे, आवेदन प्रक्रिया और आवश्यक दस्तावेज।

Kisan Credit Card : 02 फरवरी 2025 – Kisan Credit Card Limit Increase in Budget 2025-26: बजट-2025 में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने किसानों के लिए बड़ी घोषणा की है। सरकार ने Kisan Credit Card की लिमिट को 3 लाख से बढ़ाकर 5 लाख कर दिया है। 1 अप्रैल 2025 से किसान 5 लाख तक के लोन के लिए अप्लाई कर सकेंगे, जिससे करोड़ों किसानों को फायदा मिलेगा।
किसान क्रेडिट कार्ड के फायदे
किसान क्रेडिट कार्ड क्या है? किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) किसानों को उनके खेती के काम के लिए जरूरत के हिसाब से लोन प्रदान करता है। इसमें किसानों को कम ब्याज दर पर लोन मिलता है जिससे उनकी वित्तीय जरूरतें आसानी से पूरी हो जाती हैं। समय पर लोन चुकाने पर सरकार की ओर से ब्याज पर 3% की छूट मिलती है, जिससे किसानों को आर्थिक राहत मिलती है।
डेबिट कार्ड और फसल बीमा
RuPay कार्ड और पीएम फसल बीमा योजना KCC से जुड़े RuPay कार्ड के जरिए किसान एटीएम से पैसे निकाल सकते हैं और डिजिटल पेमेंट भी कर सकते हैं। इसके अलावा, KCC धारक किसानों की फसलें प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) के तहत कवर की जा सकती हैं।
किसान क्रेडिट कार्ड की रकम का उपयोग
खेती-किसानी के लिए लोन KCC की रकम को खेती-किसानी के कामों के लिए दिया जाता है। किसान KCC की लिमिट को खेती के लिए बीज, उर्वरक, कीटनाशक और DAP खरीदने के लिए उपयोग कर सकते हैं।
किसान क्रेडिट कार्ड के लिए कैसे अप्लाई करें
ऑफलाइन और ऑनलाइन आवेदन किसान क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन करने का तरीका बहुत ही आसान है। किसान ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों तरीकों से इसके लिए आवेदन कर सकते हैं। KCC के लिए किसी भी बैंक, छोटे फाइनेंस बैंक या कॉपरेटिव में आवेदन किया जा सकता है।
आवश्यक दस्तावेज
आवेदन के लिए दस्तावेज़ किसान क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई करने के लिए आपके पास पहचान प्रमाण (आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी, ड्राइविंग लाइसेंस आदि), पते का प्रमाण (आधार कार्ड, राशन कार्ड, बिजली बिल, पानी का बिल आदि) होना चाहिए। इसके अलावा, भूमि स्वामित्व/किराएदारी का प्रमाण जैसे कि किसान के नाम पर जमीन का रिकॉर्ड (खतौनी, जमाबंदी, पट्टा आदि) या किराएदारी का वैध दस्तावेज़ होने चाहिए। चूंकि यह सिक्योर्ड लोन है, तो किसानों को उतनी ही कीमत के कोलैट्रल की जरूरत पड़ती है जितने का लोन है।