कब्जेदारों की तैयार हुई सूची यूपी के इस जिले में अवैध निर्माण पर गरजा प्रशासन का बुलडोजर

कागज न मिलने पर टीम ने ढहाया अवैध निर्माण

कब्जेदारों की तैयार हुई सूची यूपी के इस जिले में अवैध निर्माण पर गरजा प्रशासन का बुलडोजर
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फतेहपुर। तालाब पर खड़े हो रहे मकान, राजस्व अफसर हैं अंजान शीर्षक से मंगलवार के अंक में प्रकाशित दैनिक जागरण की खबर का डीएम सी. इंदुमती ने संज्ञान लेकर बड़ी कार्रवाई करा दी। बुधरामऊ गांव में तालाब और बंजर खाते की भूमि में मिट्टी भरकर दुकानें बनाने का सिलसिला जारी था, दोपहर बाद राजस्व व पुलिस की संयुक्त टीम पहुंची।

निर्मित हो रही छह दुकानों को बुलडोजर (बैकहो लोडर लगाकर जमींदोज कर दिया। वहीं गांव सभा की अन्य सरकारी जमीनों पर कब्जेदारों की सूची तैयार करने का काम शुरू किया। नायब तहसीलदार रजनीश श्रीवास्तव, कानूनगो राम आसरे और लेखपाल रमाकांत मिश्र असोथर थानाध्क्ष विनोद कुमार मौर्य के साथ बुधरामऊ गांव पहुंचे। यहां राजकरन मिश्र द्वारा छह दुकानों का निर्माण कराया जा रहा था।

कागज न मिलने पर टीम ने ढहाया अवैध निर्माण

टीम ने दुकान निर्माण वाली जगह के दस्तावेज मांगे तो निर्माण कर्ता नहीं दिखा सके। कहा क पुरखों के समय से उक्त जमीन पर कब्जा है। जिस पर राजस्व टीम ने जांच करते हुए इसे सरकारी खाते की जमीन करार दिया और तत्काल बुल्डोजर लगाकर दुकाने ढहा दी।

वहीं तालाब के एक हिस्से में ननकी देवी का मकान भी बन रहा था, जिसको भी तालाब अंश में मानते हुए स्वयं से कब्जा हटाने का निर्देश दिया। नायब तहसीलदार ने लेखपाल को मौके पर निर्देश दिये कि गांव सभा में जहां जहां भी सरकारी जमीनों पर कब्जा है उन कब्जेदारों की सूची तैयार करें। अभियान चलाकर सरकारी भूमि से कब्जा हटाया जाएगा।

अधूरी कार्रवाई कर लौटी टीम

प्रधान नितिन शुक्ला अफसरों की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं रहे। उन्होंने कहा कि राजस्व व पुलिस की टीम कब्जा हटाने पहुंची थी, लेकिन शाम को अंधेला होने से काम बंद हो गया। जबकि अब भी तालाब और सरकारी भूमियों पर अनेक लोगों का कब्जा है। अफसर सिर्फ छह दुकानें गिराकर चले गये हैं। यह अधूरी कार्रवाई है। उन्होंने मांग की एक दिन पुन: टीम आये और जहां जहां कब्जा है हटवाया जाए।

‘तालाब, बंजर, पशुचर जैसी जमीनें सुरक्षित खाते की जमीनें हैं, बुधरामऊ में टीम भेजकर कार्रवाई कराई गयी है। अगर इसके बाद भी सरकारी जमीनों पर कब्जा अवशेष रहता है तो इसके लिए लेखपाल को दोषी मानते हुए कार्रवाई के दायरे में लाया जाएगा।’----प्रभाकर त्रिपाठी एसडीएम सद

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