Method of Growing Mango : इस विधि से करें आम की खेती, साल भर में ही तैयार हो जाएगा बाग, खटाखट लगेंगे आम
Method of Growing Mango : इस विधि से करें आम की खेती, साल भर में ही तैयार हो जाएगा बाग, खटाखट लगेंगे आम
खेत खजाना : नई दिल्ली, आम जिसे फलों का राजा भी कहा जाता है, अब नई खेती तकनीकों के साथ और भी तेजी से उगाया जा सकता है। जहाँ पहले आम के बाग को तैयार होने में 3-4 साल लगते थे, वहीं अब नई ग्राफ्टिंग तकनीक से मात्र एक साल में ही आम के पेड़ फल देने लगते हैं।
ग्राफ्टिंग एक ऐसी तकनीक है जिससे आम के पौधे तेजी से बढ़ते हैं और जल्दी फल देने लगते हैं। इस पद्धति में, आम के पौधे को मानसून के आरंभ में लगाया जाता है और फिर उसमें उपचार किया जाता है।
खेत की तैयारी
खेत की तैयारी के लिए, मिट्टी में चूना और नीम पाउडर मिलाकर जुताई की जाती है। इससे मिट्टी की गुणवत्ता बढ़ती है और पौधे को बीमारियों से बचाया जा सकता है।
आम के पौधे लगाने का सही समय
मानसून के दौरान, खासकर 15 जून से 15 जुलाई के बीच, आम के पौधे लगाने का सही समय होता है। इस समयावधि में पौधे लगाने से जड़ें अच्छी तरह से जमीन में स्थापित हो जाती हैं।
बीमारी से बचाव के उपाय
आम के पेड़ों को बीमारियों से बचाने के लिए चूना, गोंद, और नमक का मिश्रण तैयार करके पेड़ों पर लगाया जाता है। यह मिश्रण पेड़ों को दीमक और अन्य हानिकारक जीवों से बचाता है।
फूल और फल बढ़ाने के लिए दूध-शहद का छिड़काव
अगर आम के पेड़ों में फूल कम आ रहे हों या फल झड़ रहे हों, तो देसी गाय के कच्चे दूध और शहद का मिश्रण छिड़काव करने से फूल और फलों की संख्या बढ़ती है।
ग्राफ्टिंग विधि से आम का पौधा लगाने का तरीका:
खेत की तैयारी: सबसे पहले खेत में सामान्य पीएच की मिट्टी में 100 किलो चूना पाउडर और 50 किलो नीम पाउडर मिलाकर जुताई कर धूप लगने दें। गर्मी के समय 2 बाई 2 फीट का गड्ढा खोदकर एक गड्ढे में 250 ग्राम चूना पाउडर और 250 ग्राम नीम पाउडर छिड़ककर कम से कम 15 दिन के लिए छोड़ दें। काली और दोमट मिट्टी में 30 प्रतिशत रेत 30 प्रतिशत वर्मी कम्पोस्ट या नार्मल कम्पोस्ट और 40 प्रतिशत मिट्टी का मिश्रण बना कर गड्ढे में भरना है और फिर पौधे को गड्ढे के केंद्र में लगाना है।
पौधे लगाने का समय: मानसून का सीजन शुरू होते ही पहले महीने में यानी की 15 जून से 15 जुलाई के बीच में पौधे लगा सकते हैं।
ग्राफ्टिंग: जून-जुलाई में पौधा लगाने के बाद अगस्त में जड़ मजबूत हो जाती है। फिर उनमें कलम करके ग्राफ्टिंग की जाती है।
रोगों से बचाव: आम के पेड़ में चूना 10 kg, 1 लीटर गोंद, 1 kg खड़ा नमक को 30 लीटर पानी में मिलाकर मिश्रण तैयार कर लें। इससे पौधे को ज़मीन से लेकर तीन फीट की ऊंचाई तक पेंट कर दें।Method of Growing Mango
दूध-शहद का छिड़काव: अगर किसी आम में फूल नहीं आ रहे हों या फूल आते हैं पर झड़ जाते हों या फल झड़ जाते हैं या कम फूल आते हों तो फूल आने के समय 500 मिली लीटर देसी गाय का कच्चा दूध और 50
मिलीलीटर शहद को मिलाकर छिड़काव करें।
इस तरह, आम की खेती की ये आधुनिक तकनीकें किसानों को तेजी से और अधिक फल प्राप्त करने में मदद करती हैं। आम की खेती के इन नवीनतम तरीकों को अपनाकर किसान अपनी उपज को बढ़ा सकते हैं और अधिक लाभ कमा सकते हैं। अधिक जानकारी और विस्तृत गाइड के लिए, आप आकाश चौरसिया से संपर्क कर सकते हैं।Method of Growing Mango