प्रदेश में सरसों की खरीद शुरू, पहले दिन 12 के बजाय 8 जिलों में ही हुई

पिछले साल से 2 दिन पहले शुरू हुई खरीद, पहले दिन 398 मीट्रिक टन की खरीद

प्रदेश में सरसों की खरीद शुरू, पहले दिन 12 के बजाय 8 जिलों में ही हुई
X

प्रदेश में सरसों की खरीद शुरू हो गई है। अबकी बार सरसों की खरीद पिछले साल के मुकाबले दो दिन पहले शुरू हुई है। पिछले साल 28 मार्च से सरसों की खरीद शुरू हुई थी, इस बार सरकार ने 26 मार्च से सरसों की खरीद शुरू करने का निर्णय लिया है। सरसों के लिए 106 खरीद केंद्र बनाए गए हैं।

प्रदेश में 14.28 लाख एमटी सरसों के आवक की संभावना

अबकी बार सरसों की फसल 7.59 लाख हेक्टेयर से ज्यादा रकबे में है। इसमें 14.28 लाख टन उत्पादन होने की संभावना है। अबकी बार गेहूं- 417, सरसों-106, चना-11 और जौ के 25 खरीद केंद्र होंगे। पहले दिन आठ जिलों में सरसों की खरीद शुरू हुई है।

देर शाम तक 398 मीट्रिक टन सरसों की खरीद की जा चुकी है। जिन जिलों में सरसों की खरीद शुरू की गई है, उनमें रेवाड़ी, हिसार, फरीदाबाद, कैथल, करनाल, कुरुक्षेत्र, अम्बाला और पंचकूला शामिल हैं। सरकार की ओर से 12 जिलों में सरसों की खरीद होनी है। इस सीजन में सरकार की ओर से सरसों के लिए 5,650 रुपए प्रति क्विंटल न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) तय किया गया है। सरसों की सरकारी खरीद हैफेड व हरियाणा भण्डारण निगम द्वारा की जाएगी।

सरसों के लिए 106 मंडिया/खरीद केंद्र बनाए गए हैं। इस बार मंडियों में 14.28 लाख मीट्रिक टन आवक होने की संभावना हैं। हालांकि, वर्ष 2022-23 में 3.17 लाख मीट्रिक टन और वर्ष 2023-24 में 6.83 लाख मीट्रिक टन आवक हुई। करनाल और घरौंडा मंडी में मंगलवार को 3000 क्विंटल सरसों की खरीद हुई। गोहाना मंडी में मंगलवार को दो किसान सरसों लेकर पहुंचे। नमी के कारण खरीद नहीं हो सकी। अबतक 2000 क्विंटल सरसों की खरीद हुई। महेंद्रगढ़ जिले में आवक नहीं होने के कारण पहले दिन कोई खरीद नहीं हो सकी।

सिरसाः 12 फीसदी तक नमी बताई, पहले दिन नहीं हो पाई खरीद शुरू

सिरसा में सरसों की खरीद पहले दिन मंगलवार को शुरू नहीं हो पाई। अधिकारियों ने चेक किया तो नमी की मात्रा 12 फीसदी तक मिली, जबकि नियम के अनुसार नमी की मात्रा 8 फीसदी तक होनी चाहिए। वहीं, किसानों का कहना है कि जानबूझकर अधिकारी ज्यादा नमी होने का बहाना बना रहे हैं, ताकि किसान फसल को कम भाव में व्यापारियों को बेच दें।

फसल खरीद मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर दर्ज डेटा के आधार पर की जाएगी। इस पोर्टल पर सरसों के लिए 4,74,768 किसानों ने 18,06,326 एकड़ भूमि का पंजीकरण करवाया है। साथ ही, गेहूं के लिए 7,82,921 किसानों ने 41,64,324 एकड़ भूमि का पंजीकरण करवाया गया है।

गेहूं 80 लाख टन खरीद का लक्ष्य रखा, 23 लाख हेक्टेयर में है फसल

अबकी बार प्रदेश में 80 लाख टन गेहूं खरीद का लक्ष्य है। प्रदेश में अबकी बार 23.99 लाख हेक्टेयर में गेहूं की फसल है। कुल उत्पादन 121 लाख टन से ज्यादा होने की संभावना है। गेहूं की खरीद के लिए प्रदेशभर में 417 अनाज मंडियां व खरीद केंद्र बनाए जाएंगे। हरियाणा में 1 अप्रैल 2024 से गेहूं की खरीद शुरू होगी।

गेहूं के लिए 2275 रुपए प्रति क्विंटल न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) तय किया गया है। खरीद का भुगतान डीबीटी के माध्यम से सीधे किसानों के खातों में किया जाएगा। किसानों को पेमेंट में देरी न हो, इसके लिए 7300 करोड़ रुपए की कैश क्रेडिट लिमिट को मंजूरी दी है।

Tags:
Next Story
Share it