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अब आटा होगा महंगा : देश में आएगी आटे की कमी, विदेश से मंगाना पड़ेगा आटा

अब आटा होगा महंगा : देश में आएगी आटे की कमी, विदेश से मंगाना पड़ेगा आटा

खेत खजाना : नई दिल्ली, गेहूं एक साल में 8% महंगा हुआ है। पिछले 15 दिन में ही कीमतें 7% बढ़ी हैं, जो अगले 15 दिन में 7% और बढ़ सकती हैं। दरअसल, गेहूं के सरकारी भंडारों में हर वक्त 3 माह का स्टॉक (138 लाख टन) होना चाहिए। पर इस बार खरीद सत्र शुरू होने से पहले यह सिर्फ 75 लाख टन था। 2007-08 में 58 लाख टन था यानी अभी यह 16 साल में न्यूनतम है। 2023 में 84 लाख टन, 2022 में 180 लाख, 2021 में 280 लाख टन स्टॉक था।

रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद से दुनिया में गेहूं का सरकारी स्टॉक घटता जा रहा है। हालांकि, सरकार अभी तक 264 लाख टन गेहूं खरीद चुकी है, लेकिन लक्ष्य 372 लाख टन है। खरोद समय भी 22 जून तक बढ़ा दिया है, लेकिन खरीद केंद्रों में नगण्य गेहूं ही आ रहा है। ऐसे में ‘मुफ्त अनाज योजना’, बीपीएल की जरूरतें पूरी करने को तत्काल गेहूं का आयात करना पड़ सकता है।

प्रति एकड़ पैदावार 5 क्विंटल घटी, स्टॉक लिमिट से व्यापारियों के पास पुराना गेहूं नहीं बचा

गेहूं के फसल चक्र के दौरान कोहरे और हवा के कारण इसकी प्रति एकड़ उत्पादकता 5 क्विंटल तक कम हो गई। सामान्य स्थिति में पैदावार 20 क्विंटल तक होती है। मप्र में पिछली बार से 22.67 लाख टन कम खरीद हुई है।

 आटे के बढ़ते दामों को थामने के लिए सरकार ने व्यापारियों के लिए स्टॉक लिमिट लगा दी थी। वे 5000 क्विंटल से ज्यादा का भंडारण नहीं कर सकते थे। नतीजतन, व्यापारियों के पास गेहूं नहीं है। हर साल उनके पास पुराना गेहूं रहता है। इसलिए वे भी ज्यादा गेहूं खरीद रहे हैं।

सरकार ने गेहूं के दामों पर नियंत्रण को एक साल में कई बार गेहूं ओपन मार्केट में बेचा। इससे भी स्टॉक में कमी आई। • सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (सीएमआईई) के अनुसार, देश में 2023-24 के दौरान कुल 11.2 करोड़ मीट्रिक टन गेहूं की पैदावार होने का अनुमान है, जो पिछले साल करीब 11 करोड़ मीट्रिक टन था। यानी पैदावार 20 लाख मीट्रिक टन तक बढ़ने का अनुमान है।

भारत ने आखिरी बार ऑस्ट्रेलिया और यूक्रेन से 17-18 में 15 लाख टन गेहूं आयात किया था। 21-22 में कुल 80 लाख टन 22-23 में 55 लाख टन और 2023-24 में 5 लाख टन गेहूं का निर्यात किया था ।
15 दिन में ₹3 बढ़ सकते हैं दाम

 मिल वाले राखी से शुरू होने वाले त्योत्ह्यारी
सीजन से पहले सरकारी स्टॉक की ओपन मार्केट में नीलामी का इंतजार कर रहे हैं। खुले बाजार में गेहूं 2600-2700 रु. क्विंटल है। ऐसे में 15 दिन में दाम 3 रु. बढ़ सकते हैं। महंगा गेहूं खरीदकर बना आटा 30-31 रु.
किलो बेचना पड़ेगा। अभी 28 रु. है। सुनील अग्रवाल, फ्लोर मिल एसो, भोपाल

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