अब हरियाणा सरकार इन लोगों को करेगी गरीबी रेखा से बाहर, पीपीपी से पकड़ में आ रहा फर्जीवाड़ा

• पीपीपी से पकड़ में आ रहा फर्जीवाड़ा, साढ़े • आठ लाख पेंशनर्स का आधार निकला गलत

अब हरियाणा सरकार इन लोगों को करेगी गरीबी रेखा से बाहर, पीपीपी से पकड़ में आ रहा फर्जीवाड़ा
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अब हरियाणा सरकार इन लोगों को करेगी गरीबी रेखा से बाहर, पीपीपी से पकड़ में आ रहा फर्जीवाड़ा

• अब स्कूलों के आधार पर भी सत्यापित होगी परिवार की आय, चार पहिया वाहन भी अमीरी की श्रेणी में

• पीपीपी से पकड़ में आ रहा फर्जीवाड़ा, साढ़े • आठ लाख पेंशनर्स का आधार निकला गलत

खेत खजाना, चंडीगढ़: हरियाणा में कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पात्र लोगों तक सुनिश्चित करने में जुटी प्रदेश सरकार परिवार पहचान पत्र (पीपीपी) में दर्ज आय के सत्यापन के लिए एक और तरीका अपनाने जा रही है। जिन लोगों ने अपनी आय पीपीपी में कम दिखाई है, लेकिन उनके बच्चे महंगे स्कूलों में पढ़ रहे हैं तो उन्हें भी बीपीएल की सूची से निकाला जाएगा। इसी तरह चार पहिया वाहन रखने वाले लोग भी गरीबों की श्रेणी से बाहर होंगे। प्रदेश में कुल 40 लाख वाहन हैं।

हरियाणा निवास में शनिवार को पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में पीपीपी की खूबियां गिनाते हुए मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव वी उमाशंकर ने बताया कि प्रदेश में 72 लाख परिवार हैं जिनमें से 68 लाख के पीपीपी बने हैं। गांवों में 99 प्रतिशत डाटा सत्यापित किया जा चुका है। गुरुग्राम, पंचकूला, फरीदाबाद और सोनीपत में 96 प्रतिशत पीपीपी सत्यापित हैं। परिवार पहचान पत्र योजना की कमान संभाल रहे वी उमाशंकर ने बताया कि कैसे पीपीपी से फर्जीवाड़ा रुका है। उन्होंने बताया कि पीपीपी में उपलब्ध डाटा के अनुसार एक परिवार के आठ आदमी मिले जो अनुबंध की नौकरी पर थे। जांच की तो पता चला कि एक कर्मचारी ने फर्जी तरीके से इन लोगों के नाम अनुबंधित कर्मचारियों की लिस्ट में डाल दिए और उनकी तनख्वाह के पैसे खुद हड़प रहा था। उसके खिलाफ केस दर्ज कराया गया है। इसी तरह साढ़े आठ लाख पेंशनर्स का आधार

गलत था, जिनमें से चार लाख ठीक कर दिए गए हैं। तीन लाख पेंशनर्स ऐसे हैं जिनके न मोबाइल नंबर हैं और न रिहाइश का पता । इनके बैंक खातों में पेंशन जा रही है। सीएम के प्रधान सचिव ने बताया कि पांच सदस्यीय समितियों के जरिये आय का सत्यापन कराया गया है। प्रदेश में करीब ढाई लाख परिवार हैं। जो आजीविका के लिए हरियाणा से बाहर हैं। इनमें से अधिकतर दिल्ली या चंडीगढ़ में हैं। सरकार ऐसे लोगों के भी पीपीपी बनाएगी।

हरियाणा में आधी आबादी अनुसूचित और पिछड़ा वर्ग की हरियाणा में करीब 72 लाख परिवार हैं जिनमें से 33 लाख 61 हजार 306 अनुसूचित जाति और पिछड़ा वर्ग ए और पिछड़ा वर्ग बी के हैं। इसी तरह दो करोड़ 83 लाख की आबादी में से एक करोड़ 44 लाख 51 हजार 749 परिवार अनुसूचित जाति और बीसी - ए व बीसी-बी वर्ग से हैं। यानी कि आधी आबादी पिछड़ा वर्ग से है। प्रदेश में अनुसूचित जाति के 13 लाख 68 हजार 365 परिवार हैं जिनमें 58 लाख 61 हजार 131 सदस्य हैं।

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