यूपी वालों की हुई बल्ले बल्ले, यहां बनेगा 1600 करोड़ रुपये की लागत से रिंग रोड, इन गांवों की जमीन होगी अधिग्रहीत
यूपी वालों की हुई बल्ले बल्ले, यहां बनेगा 1600 करोड़ रुपये की लागत से रिंग रोड, इन गांवों की जमीन होगी अधिग्रहीत
खेत खजाना : बरेली रिंग रोड बरेली शहर के चारों ओर रिंग रोड बनाने की परियोजना को हाल ही में सैद्धांतिक मंजूरी मिल गई है। इस परियोजना का उद्देश्य शहर की बढ़ती आबादी और यातायात की समस्या को कम करना है। रिंग रोड की लागत 1,600 करोड़ रुपये अनुमानित की गई है। रिंग रोड के दो हिस्से बनेंगे, जिनमें से पहला हिस्सा 20 किलोमीटर और दूसरा हिस्सा 12 किलोमीटर का होगा। रिंग रोड के बनने से शहर के आस-पास के 22 गांवों की जमीन का अधिग्रहण होगा। रिंग रोड का काम 80 फीसदी जमीन के अधिग्रहण के बाद शुरू होगा।
रिंग रोड के फायदे
रिंग रोड के बनने से शहर के अंदर और बाहर जाने वाले वाहनों का आवागमन आसान हो जाएगा।
रिंग रोड के किनारे हेलिपैड, रेस्तरां, यात्री सुविधाएं और अन्य विकास कार्य होंगे।
रिंग रोड के बनने से शहर की प्रदूषण, भीड़ और दुर्घटनाओं की संख्या कम होगी।
रिंग रोड के बनने से शहर के आस-पास के क्षेत्रों का विकास और आर्थिक उत्थान होगा।
रिंग रोड के बनने से शहर का नजारा और आकर्षक होगा।
रिंग रोड की विशेषताएं
रिंग रोड की कुल लंबाई 32 किलोमीटर होगी।
रिंग रोड की चौड़ाई 45 मीटर होगी।
रिंग रोड पर 6 लेन (3+3) की सड़क होगी।
रिंग रोड पर 10 मीटर की डिवाइडर होगी।
रिंग रोड पर 2.5 मीटर की साइकिल ट्रैक होगी।
रिंग रोड पर 1.5 मीटर की पथ होगी।
रिंग रोड पर 3 मीटर की सर्विस लेन होगी।
रिंग रोड पर 4 फ्लाईओवर, 3 रेलवे उपरगामी पुल और 2 अंडरपास बनेंगे।
रिंग रोड पर एक्सप्रेस-वे के मानकों पर बनेगा।
रिंग रोड का निर्माण कैसे होगा
रिंग रोड का निर्माण दो चरणों में होगा।
पहला चरण ग्राम धंतिया से ग्राम चौबारी मुस्तकिल तक का होगा। इसमें 20 किलोमीटर की सड़क बनेगी।
दूसरा चरण ग्राम चौबारी मुस्तकिल से ग्राम रजऊ परसपुर तक का होगा। इसमें 12 किलोमीटर की सड़क बनेगी।
रिंग रोड के लिए 22 गांवों की जमीन का अधिग्रहण होगा।
रिंग रोड का काम 80 फीसदी जमीन के अधिग्रहण के बाद शुरू होगा।
रिंग रोड का काम 2027 तक पूरा होने की उम्मीद है।