बारिश ने फिर मचाई तबाही, मूंग की फसल को हुआ 70% नुक्सान, किसानों का हुआ तीन अरब का नुकसान, कर रहे मुआवजे की मांग
जालोर और सांचोर जिलों में हुई बारिश ने मूंग की फसल को भारी नुकसान पहुंचाया है। इस बारिश के कारण किसानों को करीब तीन अरब रुपए का नुकसान हुआ है।
बारिश ने फिर मचाई तबाही, मूंग की फसल को हुआ 70% नुक्सान, किसानों का हुआ तीन अरब का नुकसान, कर रहे मुआवजे की मांग
जालोर और सांचोर में हुई बारिश ने किसानों को करीब तीन अरब रुपए का नुकसान पहुंचाया है। मूंग की फसल और बाजरा दोनों में हुई नुकसान के कारण किसान चिंता में हैं।
मूंग की फसल में भारी हानि
जालोर और सांचोर जिलों में हुई बारिश ने मूंग की फसल को भारी नुकसान पहुंचाया है। इस बारिश के कारण किसानों को करीब तीन अरब रुपए का नुकसान हुआ है। जो फसल खराब हो गई है, उसमें मूंग की बुवाई होने की जरूरत थी, लेकिन बारिश के हो जाने से फसल बर्बाद हो गई है।
किसानों के लिए यह एक बड़ी चुनौती है, क्योंकि इस समय किसान अपने मेहनत का फल पाने की उम्मीद करते हैं, लेकिन इस नुकसान से उन्हें बड़ी हानि हुई है।
कम बुवाई और बारिश के प्रभाव
कृषि विभाग के अनुसार, इस वर्ष मूंग की कम बुवाई हुई है, लेकिन फिर भी बारिश के हो जाने से फसल को नुकसान हुआ है। बारिश के बदले में अब किसानों को अपने फसलों के नुकसान का सामना करना पड़ रहा है।
कृषि विभाग और राजस्व विभाग गिरदावरी की प्रक्रिया और नुकसान के आकलन में जुटे हुए हैं, लेकिन किसानों से मिली जानकारी के मुताबिक खेतों में करीब 70 फीसदी मूंग खराब हो गए हैं। इससे अनुमानित दोनों जिलों में करीब तीन अरब रुपए का नुकसान होने की आशंका जताई जा रही है।
बाजरा की फसल पर भी पड़ा असर
इस वर्ष बाजरा की फसल को भी बारिश के प्रभाव से नुकसान हुआ है। जालोर और सांचोर जिलों में बाजरा की फसल को भी बारिश के कारण खतरा है।
किसानों की मांग
किसान चिंता में डूबे हुए हैं और उनकी मांग है कि करीब तीन अरब रुपए का नुकसान को देखते हुए क्रयांकित मुआवजा दिलाया जाए। वे इस समय केंद्रीय दल से भी मदद की उम्मीद कर रहे हैं ताकि उनका नुकसान पूरा किया जा सके।
कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक आरबी सिंह ने बताया कि इस नुकसान का आकलन अभी करना है और जिन्होंने फसल बीमा करवा रखा है, उन्हें अपनी जानकारी एप और पोर्टल पर दर्ज करवा लेनी चाहिए।