Solar Light : सोलर पैनल लगाने पर मिलेगी 300 यूनिट मुफ्त बिजली: यूपी के इस जिले में शुरू हुई योजना

Solar Light : सोलर पैनल लगाने पर मिलेगी 300 यूनिट मुफ्त बिजली: यूपी के इस जिले में शुरू हुई योजना
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Solar Light : सोलर पैनल लगाने पर मिलेगी 300 यूनिट मुफ्त बिजली: यूपी के इस जिले में शुरू हुई योजना

खेत खजाना : Solar Light, अगर आप भी अपने घर या ऑफिस में सोलर पैनल लगाने का सोच रहे हैं, तो यह खबर आपके लिए है। उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में सोलर पैनल लगाने वाले बिजली (Solar Light) उपभोक्ताओं को केंद्र सरकार की तरफ से एक बड़ा तोहफा मिला है। वित्तमंत्री ने हाल ही में अंतरिम बजट में घोषणा की है कि सूर्योदय योजना के तहत सोलर पैनल लगाने पर सरकार 300 यूनिट तक की बिजली मुफ्त देगी।

सोलर पैनल के लिए कौन-कौन हैं पात्र?

इस योजना का लाभ उठाने के लिए बिजली उपभोक्ताओं को कुछ शर्तों को पूरा करना होगा। इनमें से कुछ हैं:

उपभोक्ता का कनेक्शन नेट मीटरिंग के अंतर्गत होना चाहिए। नेट मीटरिंग का मतलब है कि उपभोक्ता के यहां उत्पादित बिजली का जो भी शेष रह जाए, वह ग्रिड पर ट्रांसफर हो जाएगा।

उपभोक्ता का कनेक्शन 10 किलोवाट तक का होना चाहिए। इससे ज्यादा कनेक्शन वाले इस योजना के लिए पात्र नहीं हैं।

उपभोक्ता को पीएम आवास योजना का लाभार्थी होना चाहिए। इस योजना के तहत सरकार गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों को सस्ते घर देने का प्रयास कर रही है।

सोलर पैनल के लिए कितनी सब्सिडी मिलेगी?

सोलर पैनल लगाने के लिए उपभोक्ताओं को सरकार की ओर से दो प्रकार की सब्सिडी मिलेगी।

पहली सब्सिडी तो सोलर पैनल की लागत पर मिलेगी। इसके लिए एमएनआरई की ओर से योजना तैयार की जा रही है। इसमें सोलर पैनल की लागत का कुछ हिस्सा सरकार देगी और बाकी का हिस्सा उपभोक्ता देगा।

दूसरी सब्सिडी तो बिजली बिल (Solar Light) पर मिलेगी। इसके लिए ऊर्जा विभाग की ओर से योजना बनाई गई है। इसमें उपभोक्ता को 300 यूनिट तक की बिजली मुफ्त मिलेगी। इसके लिए उपभोक्ता के बिल में पैनल से आने वाली यूनिट को डिस्काम कर दिया जाएगा।

सोलर पैनल के फायदे क्या हैं?

सोलर पैनल लगाने से उपभोक्ताओं को कई फायदे होते हैं। इनमें से कुछ हैं:

सोलर पैनल से उत्पादित बिजली प्राकृतिक और नवीकरणीय स्रोत से आती है। इससे पर्यावरण की रक्षा होती है और प्रदूषण कम होता है।

सोलर पैनल से उत्पादित बिजली (Solar Light) सस्ती और आत्मनिर्भर होती है। इससे उपभोक्ता को बिजली के बढ़ते दामों और कटौतियों की चिंता नहीं होती है।

सोलर पैनल से उत्पादित बिजली का जो भी शेष रह जाता है, वह ग्रिड पर ट्रांसफर हो जाता है। इससे उपभोक्ता को ग्रिड से बिजली लेने का भी विकल्प मिलता है।

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