घर के लिए सोलर सिस्टम या सोलर पैनल "Solar Panel for Home" 1kw, 2kw, 3kw 5kw

घर के लिए सोलर सिस्टम या सोलर पैनल Solar Panel for Home 1kw, 2kw, 3kw 5kw
X

सौर ऊर्जा प्रणाली तकनीकी महत्वपूर्णता दिने में बदल रही है। इसके अलावा, आमतौर पर लोग सोलर पैनल को सोलर सिस्टम का प्रतिष्ठित हिस्सा मानते हैं, जबकि इस विचार की हकीकत अलग है। आजकल, सोलर पैनल, सोलर इनवर्टर, और बैटरी इत्यादि सभी को सोलर सिस्टम कहा जाता है। इस लेख में हम इन संघटकों के बारे में विस्तृत जानकारी देंगे और सोलर सिस्टम की महत्वपूर्णता पर बल देंगे।

सोलर सिस्टम क्या होता है?

Solar System एक ऐसा सिस्टम है, जो सूर्य की किरणों से ऊर्जा को अवशोषित करके उसे Electric Energy में बदल देती है। बता दें कि यह Solar Panel, Solar Battery, Solar Inverter और Solar Stand के एक सेट होता है। इसमें हर एक Component, Balancing Of System (BOS) के लिए जरूरी है। आज के समय में लोग अपनी जरूरत के हिसाब से 1 किलोवाट से लेकर Microgrid Level (1kW, 2kW, 3kW, 5kW, 10kW, 15kW, 25kW, 35kW, 50kW, 100kW) तक के सोलर सिस्टम को अपने यहाँ लगाते हैं।

सौर ऊर्जा क्या होता है? (What is Solar Energy)

बता दें कि Solar Energy सूर्य से निकलने वाली ऊष्मा है, जिसे एक तकनीक के माध्यम से विद्युत ऊर्जा में बदला जाता है। इसके लिए आज के समय में Photovoltaic Panel, Solar Heater, Silicon आदि जैसे कई तकनीकों का इस्तेमाल किया जाता है। यह ऊर्जा का एक ऐसा स्त्रोत है, जो कभी खत्म नहीं हो सकता है और भारत में इस क्षेत्र में संभावनाओं की कोई भी कमी नहीं है।

1. सोलर पैनल (Solar Panel)

सोलर पैनल एक ऐसा उपकरण है, जो सूर्य की रोशनी को विद्युत ऊर्जा में बदल देता है। बता दें कि यह एक फोटोवोल्टिक मॉड्यूल होता है और आज के समय में पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा सोलर पैनल सिलिकॉन से बनते हैं।

बता दें कि यदि आप अपने घर में सोलर पैनल लगाना चाहते हैं, तो इसका चयन आप अपनी जरूरत के हिसाब से करते हैं। जैसे यदि आप अपने घर में सोलर पैनल (Small Solar Panel) से सिर्फ मोबाइल चार्ज करना चाहते हैं या लाइट जलाना चाहते हैं, तो आप अपनी इन जरूरतों को 10-20 वाट के सोलर पैनल को लगा कर भी पूरा कर सकते हैं। वहीं, यदि आप 8-10 बल्ब और 3-4 पंखा वगैरह चलाना चाहते हैं, तो आप 1 किलो वाट का सोलर पैनल (1kW Solar Panel System) लगा सकते हैं। इसके अलावा यदि आप पानी का मोटर या फ्रिज चलाना चाहते हैं, तो आप 3 किलो वाट का सोलर पैनल (3kW Solar Panel System) ले सकते हैं। वहीं, यदि आप अपने घर में एसी लगाना चाहते हैं, तो आपको 5 किलो वाट का सोलर पैनल (5kW Solar Panel System) खरीदना होगा। इससे आप बिजली के मामले में लगभग पूरी तरह से आत्मनिर्भर बन जाएंगे।

आज के समय में बाजार में सोलर पैनल की तलाश ग्राहकों के अलावा डीलरो, डिस्ट्रीब्यूटरों और मैन्यूफैक्चररों को भी रहता है। हालांकि आज के समय में बाजार में इसकी कीमतों को लेकर काफी अनिश्चिता बनी हुई है और ग्राहकों को काफी कन्फ्यूजन का सामना करना पड़ता है।

इस प्रकार आज सोलर पैनलों की कीमत 750 रुपये से लेकर 25 हजार रुपये तक है। एक सिंगल पैनल से आप जितना चाहें, उतनी क्षमता के सोलर सिस्टम को अपने घर में इंस्टाल कर सकते हैं।

Previous Content

सोलर सिस्टम का सबसे मुख्य भाग सोलर पैनल होता है| सोलर पैनल सूर्य से आने वाली किरणों को दिष्ट विद्युत धारा में परिवर्तित करता है| सोलर पैनल की कीमत लगभग पूरे सोलर सिस्टम की 40% तक होती है| वर्तमान समय में भारत में 2 तरह के सोलर पैनल उपलब्ध है जिसमें से एक है पॉलीक्रिस्टलाइन (Polycrystalline) और दूसरा है मोनोक्रिस्टलाइन (Monocrystalline)|

पॉलीक्रिस्टलाइन (Polycrystalline Solar Panel) पुरानी तकनीक से बना हुआ है जो कुछ परिस्थितियों में सही ढंग से काम नहीं कर पाता है जैसे- बारिश के मौसम में और बादल होने पर|

जबकि दूसरे मोनोक्रिस्टलाइन सोलर पैनल (Monocrystalline Solar Panel) आधुनिक तकनीक पर बने हुए हैं और यह सामान्य सोलर पैनल की तुलना में ज्यादा सही तरीके से काम करते हैं| यह पैनल बारिश के मौसम और बादल होने पर भी बिजली उत्पन्न करते हैं|

यदि बात करे 1kW सोलर पैनल (Cost of 1kW Solar Panel) की कीमत की तो इसकी कीमत लगभग 35,000 रुपये से लेकर 35,000 रुपये तक मिलता है, ये निर्भर करता है सोलर पैनल की Technology, Quantity, Quality, Brand और उसके Service पर निर्भर करता है. यदि बात करे सौर उर्जा प्लेट पर वाट की कीमत की तो आपको 18 रुपये से लेकर 36 रुपये तक मार्केट में उपलब्ध है.

सोलर पैनल्स माडल सेल्लिंग प्राइस प्राइस/वाट

10W ₹ 1050 ₹ 105

20W ₹ 1650 ₹ 82.5

40W ₹ 2550 ₹ 63.75

50W ₹ 3050 ₹ 61

75W ₹ 5500 ₹ 73.33

125W ₹ 8500 ₹ 68

200W ₹ 10000 ₹ 50.00

445W ₹ 21000 ₹ 47.19

Shark 550W, 24V ₹ 25,000 ₹ 45.45

Bifacial Solar Panel 440-530W ₹ 21,750 ₹ 49.43

2. इनवर्टर (Inverter)

इनवर्टर सोलर पैनल के बाद दूसरा मुख्य भाग है जो सोलर पैनल के द्वारा उत्पन्न हुई बिजली को दिष्ट विद्युत धारा या डीसी करंट को प्रत्यावर्ती धारा या एसी करंट में परिवर्तित करता है| सामान्तः सोलर इनवर्टर की कीमत पूरे सोलर सिस्टम की लगभग 25% होती है|

सोलर इन्वर्टर माडल सेल्लिंग प्राइस प्राइस/वाट

750 VA/12V ₹ 750 ₹ 75

1100 VA/12V ₹ 1300 ₹ 65

1400 VA/12V ₹ 1900 ₹ 47

1800 VA/24V ₹ 2400 ₹ 48

2.5 KVA/48V ₹ 4000 ₹ 53

3.7 KVA/48V ₹ 6000 ₹ 48

7.5 KVA/96V ₹ 7500 ₹ 41

9.5 KVA / 96V ₹ 11500 ₹ 34

12.5 KVA / 96V ₹ 13000 ₹ 34

3. बैटरी (Battery)

सोलर पैनल से उत्पन्न हुई बिजली को संग्रहित करने के लिए बैटरी का प्रयोग किया जाता है क्योंकि रात्रि के समय सोलर पैनल को धूप ना मिलने के कारण सोलर पैनल काम करना बंद कर देते हैं और उस समय बिजली के लिए बैटरी की जरूरत होती है| बैटरी की संग्रहण क्षमता को दर्शाने के लिए Ah का प्रयोग किया जाता है जिसमें सामान्य 150Ah सबसे अधिक बिकता है| 150Ah की बैटरी से लगभग हम 3 से 4 घंटे तक 400 वाट बिजली की वस्तुओं को काम में ले सकते हैं और लगभग पूरी रात एलईडी बल्ब और पंखा चला सकते हैं|

4. सोलर पैनल ढांचा (Solar Panel Stand)

सोलर पैनल के लिए एक सही ढांचे का प्रयोग किया जाना बहुत जरूरी है क्योंकि सोलर पैनल छत पर लगाए जाते हैं और तेज हवा चलने से यह गिर कर टूट भी सकते है| इसके साथ-साथ सोलर पैनल को सही दिशा में और सही कोण में लगाने के लिए अच्छी गुणवत्ता के सोलर स्ट्रक्चर या ढांचे की आवश्यकता होती है |

भारत में दो तरह के सोलर सिस्टम मुख्यतः होते हैं ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम और ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम| ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम (On Grid Solar System) में सोलर सिस्टम सीधे बिजली के खंभों से जुड़ा हुआ होता है और नेट मीटर की सहायता से बिजली का आदान प्रदान करता है जबकि ऑफ ग्रिड सोलर (Off Grid Solar System) में सोलर सिस्टम स्वतंत्रता पूर्वक कार्य करता है सोलर सिस्टम को चलने के लिए किसी भी प्रकार की अलग से बिजली की आवश्यकता नहीं होती है|

सोलर सिस्टम की जरूरत क्यों है?

प्रौद्योगिकी में हर तरफ विकास हो रहा है लेकिन बिजली उत्पन्न करने के लिए आज भी कोयले का ही प्रयोग किया जाता है जिससे वातावरण में प्रदूषण बढ़ता है और कई तरह की बीमारियां उत्पन्न होती है| इस समस्या को सोलर सिस्टम के द्वारा समाप्त किया जा सकता है| हम सोलर सिस्टम लगाकर खुद की बिजली को उत्पन्न कर सकते हैं और होने वाले प्रदूषण को रोक सकते हैं| आइए देखते हैं सोलर पैनल से हमें क्या क्या लाभ मिलते हैं|

लोग हमेशा अपने बचाए हुए पैसों को कहीं ना कहीं निवेश करने के अवसर की तलाश करते हैं और उन सभी का एक ही लक्ष्य होता है कि जितना ज्यादा हो सके मुनाफा मिले और पैसे डूबने का जोखिम ना हो| क्या आप जानते हैं? आप सोलर में निवेश करके सबसे ज्यादा मुनाफ़ा कमा सकते हैं और यहां जोखिम भी नहीं होता है| वर्तमान समय में बाजार में निवेश के लिए निम्न विकल्प है शेयर बाजार (Share Market), सावधि जमा या फ़िक्स डिपॉजिट (Fixed Deposit), एल आई सी (LIC), म्यूच्यूअल फंड (Mutual Fund), इत्यादि

इन सभी विकल्पों में किसी में मुनाफ़ा ज्यादा है तो रुपए डूब ने का जोखिम भी ज्यादा है और किसी में जोखिम कम है तो वहां पर मुनाफ़ा भी कम है| अब यदि हम बात करें सोलर सिस्टम की तो लगभग 1 किलोवाट सोलर सिस्टम से हम साल भर में लगभग 1500 यूनिट बिजली उत्पन्न कर सकते हैं| जिसकी कीमत आवासीय स्थानों पर लगभग 12000 रुपए तक होती है और यदि हम बात करें व्यावसायिक स्थानों पर तो लगभग प्रति यूनिट ₹11 होता है जिसके अनुसार लगभग साल के हम ₹15000 तक का बिजली का बिल बचा सकते हैं और 1 किलोवाट सोलर सिस्टम की कीमत मात्र ₹60000 होती है यानी कि सोलर सिस्टम हमें 1 साल में 20% तक का मुनाफ़ा देता है और प्रति 5 वर्ष में हमारा मूल-धन दोगुना हो रहा है| क्योंकि जो पैसे हम बचाते हैं वही पैसे हम कमाते हैं| तो आज तक हमने सोलर सिस्टम को एक वस्तु की तरह ही देखा है लेकिन यह हमारे लिए एक अच्छा निवेश का विकल्प हो सकता है|

2. बिजली का बिल कम करने के लिए (Reduce Electricity Bill)

सोलर सिस्टम का मुख्य फायदा है इससे हम हर महीने आने वाले बिजली के बिल से छुटकारा पा सकते हैं और उन पैसों को दूसरे कामों में ले सकते हैं| एक सामान्य घर का बिजली का बिल सालाना ₹60000 होता है और हमें मेहनत और कठिन परिश्रम से कमाए हुए रुपए से यह चुकाना होता है यदि हम सोलर सिस्टम लगा ले तो इन रुपए को हम बचा सकते हैं|

3. बिजली संग्रहण के लिए (Power Backup)

बिजली संग्रहण के लिए

आज भी भारत में ऐसे कई स्थान है जहां पर सही तरीके से बिजली नहीं पहुंच पाई है और वहां के लोग डीजल जनरेटर का प्रयोग करते हैं जिससे काफी ज्यादा प्रदूषण होता है और उन्हें बार-बार डीजल खरीद कर लाना पड़ता है यदि उन स्थानों पर सोलर सिस्टम लगा दिया जाए तो एक ही बार में बार-बार के डीजल खरीदने से छुटकारा मिल जाएगा और प्रदूषण भी नहीं होगा| इसलिए सोलर बिजली संग्रहण के लिए भी एक अच्छा विकल्प हो सकता है|

सोलर के बारे में कल्पित तथ्य या Myths:-

1. क्या सोलर कश्मीर और हिमाचल में काम करेगा?

हां, सोलर सिस्टम कश्मीर और हिमाचल या किसी भी ठंडे प्रदेश में भी सही तरह से कार्य करेगा क्योंकि सोलर से बिजली उत्पन्न करने के लिए धूप की आवश्यकता होती है| जहां तक सूरज की किरणों की पहुंच होगी वहां पर बिजली को पैदा किया जा सकता है| लेकिन जहां सोलर पूरे वर्ष काम करता है उसकी जगह कश्मीर और हिमाचल में सोलर लगभग 200 से 250 दिन तक ही काम करेगा क्योंकि भारी बर्फबारी होने के कारण सोलर पैनल को पर्याप्त धूप नहीं मिल पाएगी और यह बिजली उत्पन्न करने में असमर्थ हो जाएंगे| यानी सोलर सिस्टम कश्मीर या किसी भी ठंडे स्थान पर भी सही तरह से काम करेंगे|

सोलर सिस्टम की श्रेणी और इससे कितनी बिजली उत्पन्न कर सकते हैं?

सोलर सिस्टम की श्रेणी

वर्तमान समय में सोलर सिस्टम का चलन काफी बढ़ रहा है और सोलर सिस्टम को आसानी से स्कूल, कॉलेज, पेट्रोल पंप, हॉस्पिटल, घरों, बैंक, एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन पर देखा जा सकता है| सोलर सिस्टम अलग-अलग आकार में बाजार में उपलब्ध है और इन्हें सामान्यतः दो श्रेणियों में बांटा गया है|

1 से 10 किलोवाट - 1 से 10 किलो वाट तक के सोलर पैनल आवासीय श्रेणी में आते हैं और सरकार द्वारा इन पर सब्सिडी भी उपलब्ध कराई जाती है|

10 किलोवाट से ज्यादा - इस श्रेणी के सोलर सिस्टम को व्यावसायिक श्रेणी में गिना जाता है और इन पर किसी प्रकार की सब्सिडी उपलब्ध नहीं होती है|

इंडिया में सोलर सिस्टम की कीमतें

इंडिया में ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम (On Grid Solar System) लगभग 80,000 रुपए में उपलब्ध है और ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम (Off Grid Solar System) 95,000 रुपए में उपलब्ध है| निचे दिये गये सोलर सिस्टम की कीमत में Product की Delivery आपके घर तक, सिस्टम का इंस्टालेशन करना सभी जुड़ा हुआ है.

पावर प्लांट ऑफ ग्रिड ऑन ग्रिड

500 Watts ₹ 50,000 ₹ 28,000

1 kW ₹ 95,000 ₹ 80,000

2 kW ₹ 199,000 ₹ 160,000

3 kW ₹ 285,000 ₹ 240,000

5 kW ₹ 485,000 ₹ 400,000

7 kW ₹ 665,000 ₹ 560,000

10 kW ₹ 950,000 ₹ 800,000

कोई भी उपभोक्ता सोलर सिस्टम (Solar System) खरीदने से पहले यह देखता है कि सोलर सिस्टम पर सब्सिडी कितनी उपलब्ध है| भारत सरकार द्वारा सोलर सिस्टम पर 20% से 40% तक सब्सिडी उपलब्ध कराई जाती है| 1 किलो वाट से 3 किलो वाट तक के सोलर सिस्टम पर सरकार द्वारा 40% की सब्सिडी उपलब्ध कराई गई है और 4 किलो वाट से लगाकर 10 किलो वाट के सोलर सिस्टम पर 20% की सब्सिडी उपलब्ध कराई गई है|

सब्सिडी सिर्फ घरों में सोलर पैनल लगने पर ही लगने पर दिया जाता है. सब्सिडी स्कीम के तहत सोलर पैनल लगाने के लिए अपने एरिया के डिस्कॉम (Electricity Department) से प्रमाणित कम्पनी से ही लगाना पड़ता है. इसके लिए आपको अपने एरिया के State Renewable Energy Website पता करना होगा. जैसे कि उत्तर प्रदेश का UPDNEDA, पंजाब का PEDA, हरियाणा का HAREDA, केरला का KSEB, बिहार का BAREDA, झारखण्ड का JHAREDA, etc.

लेकिन भारत में सोलर सब्सिडी प्राप्त करना आसान कार्य नहीं है इसके लिए काफी मशक्कत का सामना करना पड़ता है और कुछ ऐसी शर्ते हैं जिस पर सब्सिडी दी जाती है|

घरेलू सोलर योजना - Solar Subsidy Scheme

आज के समय में पूरे देश में बिजली की किल्लत (Power Crisis in India) की समस्या काफी बढ़ गई है। यही कारण है कि आज लोगों ने बड़े पैमाने पर Solar System को अपनाना शुरू कर दिया है। सरकार द्वारा भी लोगों को Solar Energy के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए कई Rooftop Solar Scheme को शुरू किया गया है, जहाँ आपको 3 किलोवाट के सोलर सिस्टम के लिए आपको करीब 73 हजार रुपये, 5 किलोवाट के सिस्टम के लिए करीब 88 हजार रुपये और 10 किलोवाट के सिस्टम के लिए करीब 1.25 लाख रुपये सब्सिडी के रूप में मिलते हैं। इसके अलावा, आप यहाँ कई प्रकार की Loan Facility का भी लाभ उठा सकते हैं। इस प्रकार, अपने यहाँ सोलर सिस्टम लगाने से आप खुद को बिजली के मामले में पूरी तरह से आत्मनिर्भर बना सकते हैं और हर महीने हजारों के बिजली बिल को बचा सकते हैं।

राजस्थान में सोलर सिस्टम की कीमत - Rooftop Solar System Price in Rajasthan

राजस्थान एक ऐसा राज्य है, जहाँ पूरे देश में सबसे अधिक धूप रहती है। साथ ही, यहाँ खाली जगहों की भी कोई कमी नहीं है। यही कारण है कि यह Solar System Installation के लिए सबसे उपयुक्त जगहों में से एक है। बता दें कि राजस्थान (Solar in Jaipur, Rajasthan) में लोगों के लिए बिजली की सुविधा हमेशा रहती है और यहाँ का तापमान भी काफी अधिक रहता है। ऐसे में, वे अपने घर और ऑफिसों में बिजली की जरूरतों को पूरा करने के लिए Grid Connected Solar System को अपना सकते हैं और महीने के अंत में आने वाले बिजली बिल को काफी हद तक कम कर सकते हैं।

बता दें कि यदि आप 1 किलोवाट के Grid Connected Solar System को लगाते हैं, तो आपको करीब 65 हजार रुपये का खर्च आता है। इसके लिए आपको सबसे पहले बिजली विभाग से परमिशन लेनी पड़ती है। इस परमिशन के लिए सरकार द्वारा Single Window Portal की सुविधा दी गई है। आप https://solarrooftop.gov.in/ पर जाकर इसके लिए आवेदन कर सकते हैं।

200 वाट के सोलर पैनल की कीमत (200W Solar Panel Price)

बता दें कि 200W Solar Panel की जरूरत मुख्य रूप से वैसे लोगों को सबसे अधिक होती है, जिनके पास 80 AH की बैटरी है या पहले से पुरानी बैटरी है। इस सोलर पैनल से आप अपने घर में Power Cut की स्थिति में Light, TV, Fan जैसी कई जरूरी चीजें आसानी से चला सकते हैं। यदि आप बाजार में सोलर पैनल लेने के लिए जाते हैं, तो आपको यह प्रति वाट के हिसाब से मिलता है। आज के समय में 200 वाट के सोलर पैनल की कीमत करीब 7 हजार रुपये है। वहीं, यदि आप Latest technology के Mono Perc Solar Panel को खरीदते हैं, तो इसमें आपको करीब 10500 रुपये का खर्च आएगा। इस पैनल का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह आपको कम धूप या Cloudy Weather में भी पूरी बिजली बना कर देगा।

क्या आप भी सोलर बेचना चाहते हैं?

solar panel for sale

यदि आप भी सोलर में व्यापार करना चाहते हैं तो आप लूम सोलर की डीलरशिप ले सकते हैं| लूम सोलर की भारत के सभी राज्यों में पहुंच है| आप लूम सोलर से आसानी से संपर्क कर सकते हैं और अपने क्षेत्र के डीलर बन सकते हैं| लूम सोलर का मुख्यालय फरीदाबाद हरियाणा में है| लूम सोलर भारत की मुख्य कंपनियों में से एक है और यह एकमात्र ऐसी कंपनी है जो मोनोक्रिस्टलाइन पैनल बनाती है| लूम सोलर ऑनलाइन बाजार और ऑफलाइन बाजार दोनों में काम करती है| इसी के साथ-साथ लूम सोलर ग्राहकों को सोलर खरीदने से लेकर लगाने तक की सहायता प्रदान करती है|

भारत के 10 मुख्य सोलर कंपनियां

भारत में कई सारी सोलर निर्माता कंपनी है जो काफी बढ़िया काम कर रही है लेकिन आज हम जानेंगे भारतीय मुख्य 10 सोलर कंपनियों के बारे में और वह किन किन बागों में काम करती है|

1. लूम सोलर (Loom Solar)

लूम सोलर

मुख्य – ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम

लूम सोलर ऑनलाइन बाजार की तेजी से बढ़ने वाली एक कंपनी है जो काफी अच्छा काम कर रही है इसका मुख्यालय फरीदाबाद हरियाणा में है| लूम सोलर अपने मोनोक्रिस्टलाइन के लिए जानी जाती है जो काफी आधुनिक तकनीक पर बना हुआ है इसी के साथ साथ यह कंपनी मात्र 3 दिन के अंदर सोलर सिस्टम को पूरे इंडिया में वितरण या डिलीवर करती है| लूम सोलर भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त कंपनी है जो आसानी से ग्राहकों को सब्सिडी प्रदान करती है और नेट मीटर भी लगा कर देती है| लूम सोलर के पास 10 वाट से लगाकर 350 वोट तक के सोलर पैनल उपलब्ध है|

कंपनी वेबसाइट: www.loomsolar.com

2. लुमिनस (Luminous)

लुमिनस (Luminous)

मुख्य – ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम

लुमिनस दिल्ली कि एक इनवर्टर निर्माता कंपनी है जिसको Schneider ने खरीद लिया hai| यह कंपनी ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम बेचती है| और बाजार में यह पिछले 30 वर्षों से कार्यरत हैं|

कंपनी वेबसाइट: www.luminousindia.com

3. माइक्रोटेक (Microtek)

माइक्रोटेक (Microtek)

मुख्य – ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम

माइक्रोटेक भारत के प्रमुख सोलर इनवर्टर निर्माता कंपनी है इनका सोलर इनवर्टर बाजार में काफी प्रसिद्ध है|

कंपनी वेबसाइट: www.microtekdirect.com

4. टाटा पावर सोलर (Tata Power Solar)

टाटा पावर सोलर

मुख्य – ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम

टाटा सोलर भारत के मुख्य सोलर कंपनियों में से एक है यह कंपनी मुख्यतः व्यवसाय संस्थानों पर सोलर सिस्टम लगाने का कार्य करती है| टाटा सोलर ऑन ग्रिड सिस्टम पर कार्य करती है| इन्होंने अभी तक 1.4 गीगा वाट सोलर पैनल विश्व भर में लगाए हैं और लगभग 200 मेगा वाट सोलर सिस्टम भारत में लगाए हैं पिछले 20 वर्षों में|

कंपनी वेबसाइट: www.tatapowersolar.com

5. पतंजलि सोलर (Patanjali Solar)

पतंजलि सोलर

मुख्य – ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम

पतंजलि सोलर एक तेजी से बढ़ती हुई सोलर कंपनी है पतंजलि सोलर अभी तक 150 मेगा वाट सोलर सिस्टम लगा चुकी है और 2021 तक इनका लक्ष्य 500 मेगा वाट सोलर सिस्टम का है|

कंपनी वेबसाइट: www.patanjaliayurved.net

6. गौतम सोलर (Gautam Solar)

गौतम सोलर

मुख्य– सोलर रोड लाइटिंग

गौतम सोलर भारत का विश्वसनीय सोलर निर्माता है यह कंपनी 10 देशों के अंदर काम कर रही है और ज्यादातर सड़कों पर देखा गया सोलर लाइटिंग सिस्टम इन्हीं के द्वारा बनाया हुआ होता है|

कंपनी वेबसाइट: www.gautamsolar.com

7. शक्ति सोलर (Shakti Solar)

शक्ति सोलर

मुख्य– सोलर वाटर पंप

शक्ति सोलर भारत की मुख्य सोलर पंप निर्माता कंपनी है| ज्यादातर खेतों में इन्हीं के वाटर पंप देखे जाते हैं|

कंपनी वेबसाइट: www.shaktipumps.com

8. लूबी सोलर (Lubi Solar)

लूबी सोलर

मुख्य– सोलर वाटर पंप

लूबी सोलर सोलर वाटर पंप निर्माता कंपनी है| लूबी सोलर का मुख्यालय गांधीनगर गुजरात में है यह कंपनी 2012 में शुरू की गई थी और अभी तक उन्होंने काफी सफलता प्राप्त की है|

कंपनी वेबसाइट: www.lubisolar.com



https://todayharyana.com/viral-news/sirsas-youth-sacrificed-his-life-to-save-the-lives-of-his/cid11569926.htm


Tags:
Next Story
Share it