सुप्रीम कोर्ट का निर्णय, पराली जलाने वाले किसान होंगे MSP से वंचित, बिहार के किसानों की हुई तारीफ
सुप्रीम कोर्ट ने उन किसानों को निशाना बनाया है जो पराली जलाकर कानून का उल्लंघन कर रहे हैं, उन्हें MSP का लाभ नहीं मिलना चाहिए
सुप्रीम कोर्ट का निर्णय, पराली जलाने वाले किसान होंगे MSP से वंचित, बिहार के किसानों की हुई तारीफ
सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली एनसीआर प्रदूषण और पराली जलाने के मामले में सुनवाई करते हुए पराली जलाने वालों पर सख्त निर्णय सुनाया है। कोर्ट ने पूछा कि कानून का उल्लंघन करने वालों को आर्थिक लाभ क्यों मिले और इस पर सख्त टिप्पणी की।
बिहार के किसानों की तारीफ
बिहार के किसानों की तारीफ करते हुए कोर्ट ने कहा कि बिहार के किसान पराली नहीं जलाते, बल्कि हाथ से काटते हैं। इस बयान से साफ होता है कि उन्हें मुख्यत: अन्य राज्यों की तुलना में कम प्रदूषण उत्पन्न करने की प्रवृत्ति है।
MSP से वंचित किसानों पर ध्यान केंद्रित
सुप्रीम कोर्ट ने उन किसानों को निशाना बनाया है जो पराली जलाकर कानून का उल्लंघन कर रहे हैं, उन्हें MSP का लाभ नहीं मिलना चाहिए, इसमें FIR और जुर्माने के अलावा MSP से वंचित रखने की भी बात की गई है।
इंसेंटिव की मांग
कोर्ट ने जस्टिस संजय किशन कौल के माध्यम से उजागर किया कि ऐसे फसलों को MSP जैसा इंसेंटिव दिया जाना चाहिए जिन्हें जलाने की आवश्यकता नहीं है। इससे किसानों को प्रेरित करने में मदद हो सकती है और प्रदूषण को कम करने के लिए एक सकारात्मक कदम हो सकता है।
राजनीतिक विवाद से कोर्ट की चेतावनी
पंजाब सरकार ने कहा कि पराली बहुत कम जलती है और अन्य पड़ोसी राज्यों का भी इस पर प्रभाव है। कोर्ट ने इस पर चेतावनी देते हुए कहा कि इस मुद्दे पर राजनीति नहीं करनी चाहिए और किसान को विलेन बनाने का प्रयास किया जा रहा है।