Success Story आदिवासी पायलट जयश्री की अनोखी सफलता की कहानी जिन्होंने अपनी आईटी जॉब छोड़ दी, देखें तस्वीरें
आदिवासी पायलट जयश्री
आज हम आपको बताएंगे एक ऐसी महिला के बारे में, जिसने अपने सपने को पूरा करने के लिए अपनी आईटी जॉब छोड़ दी और दक्षिण अफ्रीका में पायलट की ट्रेनिंग ली। वह तमिलनाडु की पहली आदिवासी पायलट बनी हैं। उनका नाम है जयश्री, जो बडुगा समुदाय से ताल्लुक रखती हैं।
जयश्री का जन्म कोठागिरी के पास कुरुकाथी गांव में हुआ था। उनके पिता जे मणि एक ग्राम प्रशासनिक अधिकारी थे, जो अब सेवानिवृत्त हो गए हैं। जयश्री ने अपनी स्कूली शिक्षा और कॉलेज (एम.ई कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग) कोयंबटूर में की। उसके बाद वह एक आईटी कंपनी में काम करने लगी।
लेकिन जयश्री का सपना था कि वह पायलट बने। वह बचपन से ही आसमान में उड़ने की ख्वाहिश रखती थीं। उन्होंने अपने परिवार को अपने सपने के बारे में बताया, लेकिन उनके परिवार वाले उनके विदेश में उड़ान भरने के विचार को अच्छा नहीं समझे। उन्होंने उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन जयश्री ने अपनी बात पर अड़े रहे।
जयश्री ने अपनी नौकरी छोड़ दी और दक्षिण अफ्रीका के एक फ्लाइंग स्कूल में दाखिला लिया। वहां उन्होंने पायलट बनने के लिए आवश्यक उड़ान घंटों के साथ परीक्षा पास की। उन्होंने अपने समुदाय और राज्य का नाम रोशन किया।
जयश्री की सफलता की कहानी एक प्रेरणा है, जो दिखाती है कि अगर आप अपने सपनों के लिए जुनून और मेहनत रखते हैं, तो आप कुछ भी कर सकते हैं। जयश्री ने अपने समुदाय के लिए एक उदाहरण स्थापित किया है, जो अब तक उड़ान भरने के लिए अनजान था।