UP News: यूपी में अब सरकार रैम्प योजना के तहत सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों को मिलेगा प्लेटफार्म, 90 लाख एमएसएमई इकाइयों पर होंगे 153 करोड़ रुपये खर्च
UP News: यूपी में अब सरकार रैम्प योजना के तहत सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों को मिलेगा प्लेटफार्म, 90 लाख एमएसएमई इकाइयों पर होंगे 153 करोड़ रुपये खर्च
खेत खजाना : लखनऊ, 2 जुलाई, 2024: सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) को सशक्त बनाने और उन्हें बेहतर बाजार उपलब्ध कराने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार “रेजिंग एंड एक्सेलेरेटिंग परफार्मेंस योजना” (रैम्प) को तेजी से लागू कर रही है। यह योजना भारत सरकार द्वारा शुरू की गई है, जिसका उद्देश्य प्रदेश की छोटी इकाइयों को बाजार में प्रतिस्पर्धा करने के लिए तैयार करना है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अंतरराष्ट्रीय एमएसएमई दिवस के अवसर पर इस योजना का शुभारंभ किया था। इसका उद्देश्य सूक्ष्म उद्यमियों को ऋण प्राप्त करने में भी सहायता करना है। चालू वित्तीय वर्ष में रैम्प योजना के तहत 153 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
रैम्प योजना को प्रभावी बनाने के लिए एमएसएमई विभाग ने 10 बिंदुओं की कार्ययोजना तैयार की है। इसमें छोटी इकाइयों को अपग्रेड करने के लिए कौशल विकास प्रशिक्षण प्रदान करना शामिल है। वित्तीय सहायता के साथ-साथ, सक्षम इकाइयों को निर्यात मानकों के अनुरूप ढालने का भी प्रयास किया जाएगा। नवाचार को अपनाकर रोजगार सृजन और नए व्यवसायों और उद्यमिता को बढ़ावा देना इस योजना का मुख्य लक्ष्य है।
उत्तर प्रदेश में 90 लाख एमएसएमई इकाइयां हैं, जिनसे 1.65 करोड़ लोग जुड़े हुए हैं। पिछले पांच वर्षों में प्रदेश में एमएसएमई क्षेत्र की वृद्धि 9.7 प्रतिशत रही है। एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए, एमएसएमई क्षेत्र में दोगुनी वृद्धि का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
रैम्प योजना के प्रमुख लाभ:
बाजार तक बेहतर पहुंच: रैम्प योजना छोटी इकाइयों को घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों तक बेहतर पहुंच प्रदान करेगी।
वित्तीय सहायता: योजना के तहत सूक्ष्म उद्यमियों को ऋण प्राप्त करने में आसानी होगी।
कौशल विकास: योजना के तहत छोटी इकाइयों के कर्मचारियों को कौशल विकास प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।
निर्यात को बढ़ावा: योजना का उद्देश्य सक्षम इकाइयों को निर्यात मानकों के अनुरूप ढालकर निर्यात को बढ़ावा देना है।
नवाचार और उद्यमिता को प्रोत्साहन: रैम्प योजना नवाचार और उद्यमिता को प्रोत्साहित करेगी, जिससे नए व्यवसायों और रोजगार के अवसरों का सृजन होगा।
रैम्प योजना से एमएसएमई क्षेत्र को मजबूती मिलेगी और उत्तर प्रदेश को एक प्रमुख आर्थिक शक्ति बनाने में मदद मिलेगी।
योजना के तहत कुछ प्रमुख पहल:
रोजगार मेले का आयोजन: एमएसएमई क्षेत्र में रोजगार के अवसरों को बढ़ावा देने के लिए रोजगार मेले आयोजित किए जाएंगे।
सम्मेलन और कार्यशालाएं: एमएसएमई उद्यमियों को नवीनतम रुझानों और प्रौद्योगिकियों के बारे में शिक्षित करने के लिए सम्मेलन और कार्यशालाएं आयोजित की जाएंगी।
आर्थिक सलाह: एमएसएमई उद्यमियों को वित्तीय और व्यावसायिक मामलों पर सलाह प्रदान करने के लिए हेल्पलाइन और सलाह केंद्र स्थापित किए जाएंगे।