UP: ग्रामीणों के हुए ठाठ ! अब सौर ऊर्जा से चलेंगे इस शहर में 550 ट्यूबवेल, बिजली की चिंता खत्म, मिलेगा हर समय पानी

UP: ग्रामीणों के हुए ठाठ ! अब सौर ऊर्जा से चलेंगे इस शहर में 550 ट्यूबवेल, बिजली की चिंता खत्म, मिलेगा हर समय पानी
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ग्रामीणों के हुए ठाठ ! अब सौर ऊर्जा से चलेंगे इस शहर के 550 ट्यूबवेल, बिजली की चिंता खत्म, मिलेगा हर समय पानी

खेत खजाना : वाराणसी के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में पानी की आपूर्ति को बेहतर बनाने के लिए सौर ऊर्जा का इस्तेमाल किया जाएगा। शहर के 550 ट्यूबवेल को सौर ऊर्जा से चलाने का काम शुरू हो चुका है। इससे बिजली की बचत होगी और बिजली कटौती या फॉल्ट की वजह से पानी की कमी नहीं होगी।

सौर ऊर्जा एक प्रकार की नवीकरणीय ऊर्जा है, जो सूर्य की किरणों को बिजली में बदलती है। सौर ऊर्जा के लिए सोलर पैनल की जरूरत होती है, जो सूर्य की रोशनी को फोटोवोल्टेइक सेल में तब्दील करते हैं। सोलर पैनल की क्षमता उसके आकार, प्रकार और स्थापना के अनुसार अलग-अलग होती है। सोलर पैनल की लागत भी उसकी गुणवत्ता और उपलब्धता पर निर्भर करती है।

सौर ऊर्जा का फायदा यह है कि यह पर्यावरण के लिए सुरक्षित है, क्योंकि इससे कोई प्रदूषण नहीं होता है। इसके अलावा, सौर ऊर्जा से बिजली का उत्पादन लगातार होता है, जब तक सूर्य उपलब्ध है। सौर ऊर्जा से बिजली की लागत भी कम होती है, क्योंकि इसके लिए कोई आवर्ती खर्च नहीं होता है।

वाराणसी का प्रोजेक्ट

वाराणसी के जलकल विभाग ने सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए एक बड़ा प्रोजेक्ट शुरू किया है। इस प्रोजेक्ट के तहत, शहर के 550 ट्यूबवेल पर सोलर पैनल लगाए जाएंगे। इससे बिजली की निर्भरता कम होगी और पानी की आपूर्ति में सुधार होगा।

इस प्रोजेक्ट का एक हिस्सा जल जीवन मिशन के अंतर्गत चल रहा है। इसके तहत, देहात के 210 स्थानों पर सोलर पैनल लगाए गए हैं। इनमें से 151 ट्यूबवेल पहले ही सौर ऊर्जा से संचालित हो चुके हैं। इन ट्यूबवेल से पानी की आपूर्ति बिजली गुल होने या लोकल फॉल्ट की वजह से बाधित नहीं होती है।

इसके अलावा, शहर के अन्य 399 ट्यूबवेल पर भी सोलर पैनल लगाए जाएंगे। इन ट्यूबवेल पर पंप की क्षमता के अनुसार सोलर पैनल की क्षमता लगभग 13 किलोवाट से लेकर 45 किलोवाट तक होगी। इन ट्यूबवेल पर सोलर पैनल के साथ-साथ बरसात आदि दिनों के लिए बैकअप में जनरेटर की भी व्यवस्था की गई है।

जलकल परिसर में भी सोलर पैनल लगाया गया है। इससे कई मशीनें चलाई जा रही हैं। इस प्रकार, वाराणसी का पानी सौर ऊर्जा से चलेगा और बिजली की चिंता खत्म होगी।

जलकल विभाग के सचिव ओपी सिंह ने बताया कि सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए ट्यूबवेल पर पैनल लगाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत देहात के 151 ट्यूबवेल में पैनल लगाकर चालू किया गया है। इसके बेहतर परिणाम आ रहे है।

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