PM Kisan सम्मान निधि की 15वीं किस्त क्यों नहीं मिलेगी 2 करोड़ किसानों को? जानें इसके पीछे का कारण

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM Kisan) योजना, भारत सरकार द्वारा चलाई जाने वाली एक अहम योजना है जिसका उद्देश्य गरीब किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान करना है।

PM Kisan सम्मान निधि की 15वीं किस्त क्यों नहीं मिलेगी 2 करोड़ किसानों को? जानें इसके पीछे का कारण
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PM Kisan सम्मान निधि, भारत सरकार की महत्वपूर्ण योजनाओं में से एक है, जिसका उद्देश्य गरीब किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान करना है। लेकिन हाल के वक्त में हुए बदलावों और सख्ती के कारण, लगभग 2 करोड़ किसानों को इस योजना की 15वीं किस्त नहीं मिलेगी। इस लेख में हम जानेंगे कि यह क्यों हुआ और इसके पीछे के कारण क्या हैं।

पीएम किसान सम्मान निधि की योजना:

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM Kisan) योजना, भारत सरकार द्वारा चलाई जाने वाली एक अहम योजना है जिसका उद्देश्य गरीब किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान करना है। इस योजना के अंतर्गत, पात्र किसानों को हर साल 6000 रुपये की सहायता प्राप्त होती है, जो कि तीन किस्तों में दी जाती है। यह योजना किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार करने और उनकी आर्थिक सुरक्षा में मदद करने का प्रयास है।

15वीं किस्त की परेशानी:

इस साल की 15वीं किस्त की परेशानी के बारे में जानकारी से हम जानते हैं कि इस बार केवल 9.53 करोड़ किसानों के खातों में ही 2000 रुपये की रकम पहुंच पाई है, जबकि पिछले साल इसी समय यह रकम 11.19 करोड़ किसानों के खातों में पहुंची थी। इसमें केंद्र और राज्य सरकारों की सख्ती का महत्वपूर्ण योगदान है, जिसके कारण बहुत सारे किसान लाभार्थियों की लिस्ट से बाहर हो गए हैं।

पीएम किसान की 15वीं किस्त के बाद क्यों हुआ यह बदलाव:

15वीं किस्त के बाद हुए इस बदलाव का मुख्य कारण है योजना के परिवर्तनों और सख्ती में। इसमें कई महत्वपूर्ण परिवर्तन हुए हैं, जिनमें से कुछ मुख्य हैं:

डोर-टू-डोर सत्यापन: अब किसानों को उनके घर पर जाकर वेरीफाई किया जा रहा है। यह योजना के लाभार्थियों की पहचान को सुनिश्चित करने का प्रयास है, लेकिन इसके कारण कुछ किसान आवश्यक दस्तावेजों के अभाव में इस योजना से बाहर हो जा रहे हैं।

ई-केवाईसी की अनिवार्यता: अब किसानों को ई-केवाईसी जमा करना आवश्यक है, जो उनकी आय की सत्यापन के लिए किया जाता है। यह उनकी साक्षरता को सत्यापित करने में मदद करता है, लेकिन यह कुछ किसानों के लिए एक आधिकारिक प्रक्रिया के रूप में समस्याओं का कारण बन सकता है।

खेत के कागजात के वेरीफिकेशन: अब किसानों को उनके खेत के कागजात की सत्यापन करना होगा, जिससे खेत के मालिक की पहचान हो सके। इस प्रक्रिया में चुनौतियों का सामना करने वाले किसान भी हैं, जो कि खेत के मालिक नहीं होते हैं, लेकिन उनका नाम खेत के दस्तावेजों में नहीं होता।

पीएम किसान सम्मान निधि की 15वीं किस्त का इंतजार कब खत्म होगा:

अगर आप भी PM Kisan सम्मान निधि की 15वीं किस्त का इंतजार कर रहे हैं, तो आपको जान लेना चाहिए कि यह किस्त 30 नवंबर के पहले कभी भी आ सकती है।

कौन हैं अपात्र:

PM Kisan सम्मान निधि की योजना के तहत अपात्र होने के कई मानक हैं। यहां कुछ मुख्य बातें हैं जिनसे आप योजना के लाभार्थी नहीं हो सकते:

इनकम टैक्स देने वाले: यदि किसान परिवार में कोई टैक्स देता है, तो वह इस योजना का लाभ नहीं उठा सकता। इसका मतलब है कि पति या पत्नी में से कोई इनकम टैक्स भरता है तो वह इस योजना के लाभार्थी नहीं हो सकता।

खेत के मालिक नहीं: जो लोग खेती की जमीन का इस्तेमाल कृषि कार्य की जगह दूसरे कामों में कर रहे हैं या दूसरों के खेतों पर किसानी का काम करते हैं, लेकिन खेत के मालिक नहीं हैं, ऐसे किसान भी इस योजना का लाभ नहीं उठा सकते।

खेत के नाम पर नहीं: यदि कोई किसान खेती कर रहा है, लेकिन खेत उसके नाम पर नहीं है, तो वह इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा। अगर खेत उसके पिता या दादा के नाम है तब भी वे इस योजना का फायदा नहीं उठा सकते।

विभिन्न पेशेवरों: अपात्रों की लिस्ट में प्रोफेशनल रजिस्टर्ड डॉक्टर, इंजिनियर, वकील, चार्टर्ड अकाउंटेंट या इनके परिवार के लोग भी शामिल हो सकते हैं।

अधिक पेंशन: किसान होते हुए भी यदि आपको 10,000 रुपये महीने से अधिक पेंशन मिलती है, तो आप इस योजना के लाभार्थी नहीं हो सकते।

सरकारी कर्मचारी और राजनीतिक पदधारी: इस योजना का लाभ सरकारी कर्मचारियों, रिटायर हो चुके व्यक्तियों, मौजूदा और पूर्व सांसद, विधायक, मंत्री, या उनके परिवारों को नहीं मिल सकता।

राज्यों में पीएम किसान सम्मान निधि के लाभार्थी:

यहां हम देखते हैं कि भारत के विभिन्न राज्यों में पीएम किसान सम्मान निधि की योजना के कितने किसान इसके लाभार्थी हैं:

राज्य लाभार्थी की संख्या

उत्तर प्रदेश 18,66,031

बिहार 75,84,538

पश्चिम बंगाल 44,74,761

झारखंड 13,09,129

ओडिशा 27,03,331

छत्तीसगढ़ 20,30,470

महाराष्ट्र 85,62,584

गुजरात 45,18,428

तेलंगाना 29,78,394

आंध्र प्रदेश 41,73,950

कर्नाटक 49,65,327

गोवा 5,668

पुड्डुचेरी 8,698

तमिलनाडु 20,96,428

केरल 23,41,810

सिक्किम 10,666

असम 8,76,149

अरुणाचल प्रदेश 68,874

मणिपुर 14,867

मिजोरम 54,619

मेघालय 33,389

त्रिपुरा 2,21,493

समापन:

PM Kisan सम्मान निधि योजना भारत के किसानों के लिए महत्वपूर्ण है, लेकिन 15वीं किस्त में हुए बदलावों के कारण कई किसान इसके लाभ से वंचित हो गए हैं। इस लेख में हमने यह जानकारी दी कि इसके पीछे के कारण क्या हैं और कौन-कौन लोग इस योजना के लाभार्थी नहीं हो सकते। किसानों को योजना के तहत उनके अधिकारों का सही तरीके से लाभान्वित करने के लिए सरकार को यह सुनिश्चित करना होगा कि प्रक्रियाएँ संविदानिकता के साथ संचालित होती हैं और किसानों को कोई भी अन्याय नहीं होता।

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