UP में फिर से गरजा योगी 'बाबा' का बुलडोजर... इस नगर में हुए कई मकान ध्वस्त, फिर आएगी इन अवैध कालोनियों की बारी
UP में फिर से गरजा योगी 'बाबा' का बुलडोजर... इस नगर में हुए कई मकान ध्वस्त, फिर आएगी इन अवैध कालोनियों की बारी
Khet Khajana : नोएडा: नोएडा, उत्तर प्रदेश में योगी सरकार ने अवैध निर्माण पर अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद में बिल्डरों और अन्य लोगों द्वारा सरकारी जमीन पर किए गए अवैध कब्जे को तोड़ने के लिए प्राधिकरण और निगम ने बुलडोजर का इस्तेमाल किया है। इस कार्रवाई में कई मकान और इमारतें ध्वस्त हो गई हैं और लाखों रुपये की जमीन को मुक्त कराया गया है।
इस कार्रवाई का आदेश योगी सरकार ने दिया था। योगी सरकार ने प्राधिकरण और निगम को निर्देश दिया था कि वे अपने एरिया में अवैध निर्माण और कब्जे को खत्म करें और इसके लिए जरूरी कार्रवाई करें। योगी सरकार ने कहा था कि इससे न केवल सरकारी जमीन को बचाया जाएगा बल्कि शहर की व्यवस्था और सुंदरता भी बनी रहेगी।
नूरनगर और बिसरख में हुई कार्रवाई
पहली कार्रवाई में गाजियाबाद के नूरनगर में नगर निगम ने 10 करोड़ रुपये की 1640 वर्गमीटर जमीन पर बुलडोजर चलाकर अवैध निर्माण को तोड़ दिया। इस जमीन पर एक खास समुदाय के लोगों ने कब्जा कर लिया था। निगम ने इस जमीन पर चारदीवारी बनाने का काम शुरू कर दिया है और इसकी रिपोर्ट शासन को भेज दी है। निगम ने प्रशासन से अनुरोध किया है कि इस मामले में मुकदमा दर्ज कराया जाए।
दूसरी कार्रवाई में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने बिसरख के पास हिंडन नदी के डूब क्षेत्र में अवैध निर्माण पर बुलडोजर चलाकर 40 हजार वर्ग मीटर से अधिक जमीन को मुक्त कराया। यहां पर भी बड़े पैमाने पर लोगों ने प्राधिकरण की जमीन पर कब्जा कर रखा था। प्राधिकरण ने इस कार्रवाई के बाद चेतावनी दी है कि अगर कोई भी व्यक्ति प्राधिकरण की जमीन या उसके एरिया में अवैध कब्जे की कोशिश करेगा तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
जमीन खरीदने से पहले जानकारी लें
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने लोगों से अपील की है कि अगर वे जमीन खरीदने का प्लान बना रहे हैं तो संबंधित जमीन के बारे में पूरी जानकारी लें और फिर ही प्रॉपर्टी डीलर या बिल्डर को पैसा दें। प्राधिकरण ने कहा है कि ग्रेटर नोएडा के किसी भी एरिया में जमीन खरीदने से पहले प्राधिकरण के कार्यालय में आकर पूरी जानकारी हासिल करें और जमीन की रजिस्ट्री कराएं। इससे उन्हें बाद में कोई परेशानी नहीं होगी और उनका पैसा भी सुरक्षित रहेगा।