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पुरानी बात हो गई, अब न कोई खुरचण खाता है न मळाई, एक दिन से ज्यादा कहाँ...
पुरानी बात हो गई, अब न कोई खुरचण खाता है न मळाई, एक दिन से ज्यादा कहाँ रुकता है अब जमाई ।खेत खजाना, यह तो सच है कि भोजन...