किसान समय पर करें नरमा की बुआई, रखें इन बातों का ध्यान, जाने कृषि विशेषज्ञ की राय
फिलहाल किसान अपनी नरमा की बुवाई के लिए लगे हुए है। जहां तक हरियाणा के सिरसा जिला की बात की जाए तो इस बार लगभग किसानों ने नरमा की बुआई कूल विधि से की है। कम पानी वाले हिस्सों में कारगर साबित होने वाली कूल विधि के साथ साथ किसानों ने अगेती बुवाई के चलते सीधी बिजाई का भी प्रयोग किया है।
लेकिन अब मई महीना चल रहा है, फिलहाल नरमा बुवाई का काम जोरों शोरों पर है। कुछ किसान सही समय के इंतजार में है, उन किसानों के लिए यह खबर बहुत जरूरी है।
फिलहाल मौसम जानकारी के अनुसार देखा जाए तो मई महिना अब तक ठंडा ही रहा है। जिन किसानों ने कपास की अगेती बुवाई की है उन किसानों की फसल बहुत अच्छी है। किसान अपनी अगेती फसलों की फोटो सोशल मीडिया पर अपलोड कर रहे है।
जिसमें से साफ अंदाजा लगाया जा सकता है जिन किसानों ने कपास की अगेती बुवाई की है उन किसानों की फसल बहुत अच्छी है। आने वाले समय में नरमा उत्पादन भी बहुत अधिक होगा।
क्या कहते है कृषि विशेषज्ञ ?
किसान नरमा की बुवाई सही और उचित समय करें ताकि किसानों को नरमा उत्पादन में अधिक से अधिक लाभ मिल सके। किसानों के लिए मई महीना कपास की बुआई के लिए बहुत ही खास है । किसान 15 मई से पहले पहले ही नरमा बुवाई का काम निपटा ले, क्योंकि 15 मई के बाद मौसम बदलाव का अनुमान लगाया जा रहा है। तेज गर्मी होने की संभावना जताई जा रही है। कड़कड़ाती धूप मे नरमा के पोधों को लगाना मुस्किल हो सकता है इसलिए किसान 15 मई से पहले पहले नरमा बुआई का काम पूर्ण कर लें।