मूंगफली (Groundnut) के लाभ: जैविक खेती में वृद्धि का सुनहरा मौका

मूंगफली (Groundnut) के लाभ: जैविक खेती में वृद्धि का सुनहरा मौका
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मूंगफली, जिसे अंग्रेजी में Groundnut कहा जाता है, एक पौष्टिक और स्वास्थ्यवर्धक खाद्य है जो भारत में प्रमुख रूप से उत्पादित होता है। यह खाद्य फसल न केवल भोजन में ही महत्वपूर्ण है, बल्कि कृषि उत्पादन के लिए भी एक मुख्य स्रोत है। इस लेख में, हम मूंगफली के खेती के बारे में चर्चा करेंगे, इसके स्वास्थ्य लाभों के बारे में बताएंगे, और विभिन्न भागों में भारत में मूंगफली की उपज की जानकारी प्रदान करेंगे।

मूंगफली की खेती

मूंगफली की खेती भारत में मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश, गुजरात, तमिलनाडु, मध्य प्रदेश, और महाराष्ट्र में की जाती है। यह फसल अक्टूबर से फरवरी के बीच बोई जाती है और मई और जून में पूरी तरह से पूरी हो जाती है। मूंगफली की खेती के लिए अच्छी द्रावितता और अच्छे जलवायु की आवश्यकता होती है।

मूंगफली के स्वास्थ्य लाभ

मूंगफली विभिन्न पोषण लाभ प्रदान करती है। यह फसल विटामिन ई, फोलिक एसिड, और आवश्यक मिनरल्स का एक अच्छा स्रोत होती है। इसमें प्रोटीन, आयरन, मैग्नीशियम, और फॉलिक एसिड की अच्छी मात्रा मिलती है, जो स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण हैं। मूंगफली के खाने से डायबिटीज को नियंत्रित करने में मदद मिलती है और हृदय स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाती है।

भारत में मूंगफली की उपज

1. जयपुर (Jaipur): जयपुर में मूंगफली की उपज 5500 रुपये से 7000 रुपये प्रति टन के बीच है। यहां वृद्धि दर काफी अच्छी है और खेतीकरों को अच्छा मुनाफा दिला रही है।

2. जोधपुर (Jodhpur): जोधपुर में मूंगफली की उपज 7500 रुपये प्रति टन के आसपास है। यहां की खेतीकरों को भी अच्छे मुनाफे का अवसर प्राप्त हो रहा है।

3. झाँसी (Jhansi): झाँसी में मूंगफली की उपज 6000 रुपये से 7300 रुपये प्रति टन के बीच है। यहां की उपज में वृद्धि आ रही है और खेतीकरों को अच्छा लाभ हो रहा है।

4. अल्लाहगंज शाहजहांपुर: इस क्षेत्र में मूंगफली की उपज 5200 रुपये से 5300 रुपये प्रति टन है, जिससे यहां के किसानों को अच्छा मुनाफा हो रहा है।


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