+250 रुपये के उछाल के साथ सरसों के भाव में हुई तेजी, त्योहारी सीजन के चलते सरसों तेल की बढ़ी मांग, सरसों के भाव में जोरदार तेजी

सरसों की कीमतों में तेजी के पीछे का मुख्य कारण खाद्य तेलों की मांग में वृद्धि है। त्यौहारों और विवाहिक सीजन के आसपास, लोग अधिक खाद्य तेलों का उपयोग करते हैं

+250 रुपये के उछाल के साथ सरसों के भाव में हुई तेजी, त्योहारी सीजन के चलते सरसों तेल की बढ़ी मांग, सरसों के भाव में जोरदार तेजी
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+250 रुपये के उछाल के साथ सरसों के भाव में हुई तेजी, त्योहारी सीजन के चलते सरसों तेल की बढ़ी मांग, सरसों के भाव में जोरदार तेजी

आज हम आपको सरसों की कीमतों में हो रही तेजी के बारे में बताएंगे। सरसों, जो हमारे खाद्य तेलों का मुख्य घटक होता है, उसकी कीमतें बाजार में तेजी से बढ़ रही हैं। इस लेख में हम आपको सरसों के भाव में हुई तेजी के कारण, विवाहिक सीजन और त्यौहारों के सीजन का प्रभाव, और विभिन्न मंडियों में सरसों के मूल्यों की जानकारी देंगे।

सरसों की तेजी का कारण

सरसों की कीमतों में तेजी के पीछे का मुख्य कारण खाद्य तेलों की मांग में वृद्धि है। त्यौहारों और विवाहिक सीजन के आसपास, लोग अधिक खाद्य तेलों का उपयोग करते हैं, जिससे उनकी मांग बढ़ जाती है। इसके परिणामस्वरूप, सरसों के भाव में वृद्धि देखने को मिल रही है।

सरसों के भाव

यहां हम आपको कुछ मुख्य मंडियों में सरसों के भाव की जानकारी देंगे:

मंडी मिनिमम भाव (रुपये प्रति किवंटल)

रतलाम 4980, 5850

बैतूल 4825 ---

मंदसौर 4955 ---

इंदौर 5380 ---

भोपाल 4575 ---

धार 4854 ---

नीमच 5015 ---

जयपुर 4954 ---

उदयपुर 4944 ---

अनुपसर 4800 ---

नोहर 5400 ---

देवास 4765 ---

बीकानेर 5150 ---

नागौर 5200 ---

सिवाणी 5425 ---

हिसार 5321 ---

बरवाला 5300 ---


इस ताज़ा तेजी के बावजूद, सरसों की कीमतों में बदलाव बाजार के परिस्थितियों के आधार पर होता रहता है। खाद्य तेलों की मांग के साथ-साथ फसलों के प्रवृत्ति के भी परिणामस्वरूप, सरसों के भाव में तेजी या मंदी देखने को मिलती रहेगी। खरीददारों को अपनी खरीददारी में सतर्क रहना होगा और उन्हें बाजार के स्थिति को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।

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