Rice market price धान के बाजार में फिर मचाई हलचल, जानें आज के ताजा बोली रेट!
rice market price भारत के प्रमुख धान उत्पादक राज्यों में से एक, हरियाणा और उत्तर प्रदेश की मंडियों में धान की आवक और भाव में उतार-चढ़ाव देखा गया है।

Rice market price धान के बाजार में आज एक बार फिर से तेजी का जलवा देखने को मिला है। सिरसा मंडी, टोहाना मंडी, और नरेला मंडी सहित कई प्रमुख मंडियों में धान के भाव में इजाफा हुआ है। दोपहर तक के आंकड़े बताते हैं कि विभिन्न प्रकार के धान के भाव में तेजी देखी गई है। यहां तक कि कुछ मंडियों में कंबाइन और हाथ से पिसे हुए धान दोनों के भाव में बढ़ोतरी हुई है।
सिरसा मंडी में आज धान PB1 कंबाइन का भाव ₹3232 तक पहुंच गया, जबकि धान PB1 कंबाइन का भाव ₹2727 तक था। इससे स्पष्ट है कि बाजार में तेजी की स्थिति बनी हुई है। इसी तरह टोहाना मंडी में भी धान के भाव में स्थिरता के बावजूद कुछ किस्मों में तेजी देखी गई।
मंडियों में बढ़ते हुए धान के भाव
भारत के प्रमुख धान उत्पादक राज्यों में से एक, हरियाणा और उत्तर प्रदेश की मंडियों में धान की आवक और भाव में उतार-चढ़ाव देखा गया है। खासकर कैथल मंडी और बरवाला मंडी में धान के भाव में वृद्धि हुई है। यहां धान 1718 हाथ का भाव ₹3315 तक पहुंच चुका है, जो पिछले कुछ दिनों से अधिक है।
डबरा मंडी में धान 1121 हाथ का भाव ₹3300-₹3700 के बीच था, जो कि बढ़ोतरी का संकेत देता है। नरेला मंडी (दिल्ली) में भी धान 1718 हाथ का भाव ₹2970 तक गिरा है, लेकिन अन्य किस्मों में तेजी का रुझान बना हुआ है।
बाजार में तेजी की वजहें
आज के धान के भाव में वृद्धि के पीछे कई कारण हो सकते हैं। एक तो यह है कि धान की आवक में कुछ कमी आई है, जिससे मंडियों में धान की आपूर्ति घट गई है। साथ ही मौसम का भी प्रभाव पड़ा है, क्योंकि कुछ क्षेत्रों में बारिश के कारण फसल का नुकसान हुआ है।
उत्तर प्रदेश में धान की बढ़ती कीमतें
उत्तर प्रदेश की मथुरा मंडी और खैर मंडी में धान के भाव में उतार-चढ़ाव देखने को मिला है। जहां मथुरा मंडी में धान 1509 हाथ का भाव ₹2801 तक गिरा है, वहीं खैर मंडी में धान 1718 हाथ का भाव ₹3003 तक पहुंच गया है।
यह भी देखा गया है कि अलीगढ़ मंडी में धान 1718 हाथ का भाव ₹3105 और धान 1509 हाथ का भाव ₹2815 था। इस बदलाव ने किसानों और व्यापारियों को लाभ का मौका दिया है।
मंडी भाव में किस्मों के आधार पर अंतर
किस्मों के आधार पर धान के भाव में काफी अंतर देखा जा रहा है। उदाहरण के लिए, धान 1401 कंबाइन का भाव सिरसा मंडी में ₹3232 था, जबकि तोहाना मंडी में इसका भाव ₹3190 था। धान 1885 हाथ का भाव डबरा मंडी में ₹3000-₹3260 था, जबकि बरवाला मंडी में इसका भाव ₹3651 तक पहुंच गया।
धान के भाव में उतार-चढ़ाव का कारण
धान के भाव में इस उतार-चढ़ाव के कई कारण हो सकते हैं। मुख्य कारणों में से एक कृषि उत्पादन में बदलाव है, जिसमें विभिन्न क्षेत्रों में फसल की गुणवत्ता और मात्रा का अंतर है। मौसम की स्थिति भी एक महत्वपूर्ण कारक है, जो फसल की पैदावार को प्रभावित करती है।
मंडियों में बढ़ती आवक
कई मंडियों में आवक में भी इजाफा हुआ है। बूंदी मंडी में कुल आवक 35,000 बोरी तक पहुंची है, जबकि बबेरु मंडी में आवक 5500 बोरी रही। रानियाँ मंडी और कलायत मंडी में भी आवक के आंकड़े बढ़े हैं।
मंडी भाव पर मौसम का असर
मौसम का असर हर फसल पर पड़ता है, और धान की फसल भी इससे अछूती नहीं है। बारिश और सर्दी के मौसम के दौरान फसल का उत्पादन प्रभावित हो सकता है, जिससे मंडी में भाव बढ़ सकते हैं। किसान इस स्थिति से जूझते हुए बाजार में अपनी फसल बेचने के लिए मजबूर हो सकते हैं, जो भावों को प्रभावित करता है।
आने वाले दिनों में क्या हो सकता है?
अगर मौसम और आवक की स्थिति बनी रहती है, तो आगामी दिनों में धान के भाव में और भी तेजी देखने को मिल सकती है। खासकर उन मंडियों में जहां कंबाइन और हाथ से पिसे हुए धान की अधिक मांग है, वहां धान के भाव में स्थिरता बनी रह सकती है।
कुल मिलाकर क्या कह सकते हैं?
आज के धान के बाजार का अवलोकन यह दर्शाता है कि मंडी भाव में कुछ स्थिरता के बावजूद, कई स्थानों पर तेजी देखने को मिली है। किसान और व्यापारी दोनों को इस समय धान की बिक्री और खरीद में समझदारी से काम लेने की जरूरत है।
के रूप में, धान के भाव में तेजी की संभावना बनी हुई है, और आगामी दिनों में स्थिति बदल सकती है। इसलिए सभी संबंधित व्यक्तियों को मंडी भाव पर नजर बनाए रखनी चाहिए।