आज का मंडी भाव

sarso ka bhav सरसों के बाजार में उतार-चढ़ाव: किस मंडी में मिला सबसे अच्छा भाव?

sarso ka bhav सरसों के दामों में उतार-चढ़ाव का मुख्य कारण आवक और मांग का संतुलन है। मंडियों में सरसों की आवक बढ़ने पर दाम घटते हैं, जबकि कम आवक के साथ मांग बढ़ने पर तेजी देखने को मिलती है।

जयपुर, 17 जनवरी 2025: सरसों के sarso ka bhav ताजा बाजार भाव में उतार-चढ़ाव का सिलसिला जारी है। मंडियों में सरसों के दाम में हल्की तेजी और मंदी देखने को मिली है। किसान और व्यापारी लगातार इस बात पर नजर रखे हुए हैं कि किस मंडी में उन्हें बेहतर रेट मिल सकता है। जयपुर मंडी, दिल्ली मंडी, और अलवर मंडी जैसे प्रमुख बाजारों से सरसों के भाव में उतार-चढ़ाव की खबरें आई हैं।

आज के जयपुर मंडी में सरसों का भाव ₹6450 दर्ज किया गया, जो ₹25 की गिरावट के साथ है। दूसरी ओर, भरतपुर मंडी में ₹6070 का रेट देखने को मिला, जहां ₹18 की मामूली तेजी रही। दिल्ली मंडी में सरसों का भाव ₹6300 रहा, जो ₹50 की मंदी दर्शाता है।

सरसों के दामों में प्रमुख बदलाव क्यों?

सरसों के दामों में उतार-चढ़ाव का मुख्य कारण आवक और मांग का संतुलन है। मंडियों में सरसों की आवक बढ़ने पर दाम घटते हैं, जबकि कम आवक के साथ मांग बढ़ने पर तेजी देखने को मिलती है। इसके अलावा, तेल उद्योग और निर्यात मांग भी दामों को प्रभावित करते हैं।

प्रमुख मंडियों का हाल

अलवर मंडी में आज सरसों का भाव ₹6000 स्थिर रहा, जबकि आवक लगभग 2000 बोरी दर्ज की गई। चरखी दादरी मंडी में सरसों का भाव ₹6250 रहा, जो ₹75 की मंदी के साथ है। वहीं, ग्वालियर मंडी में ₹5900 का भाव दर्ज हुआ, जिसमें ₹100 की बड़ी गिरावट देखने को मिली।

अन्य मंडियों के ताजा भाव

हिसार मंडी और बरवाला मंडी में सरसों का भाव ₹6200 स्थिर रहा। मुरैना मंडी में भाव ₹5850 पर स्थिर रहा, जबकि आवक लगभग 500 बोरी रही। खैरथल मंडी में ₹5950 का भाव दर्ज किया गया, जहां स्थिति स्थिर बनी रही।

सरसों तेल और खल के भाव

तेल और खल के दामों में भी बदलाव देखने को मिला। जयपुर मंडी में एक्सपेलर तेल का भाव ₹1315 दर्ज हुआ, जो ₹6 की मंदी दर्शाता है। कच्ची घानी तेल का भाव ₹1325 रहा, जिसमें ₹6 की गिरावट आई। खल का भाव ₹2290 रहा, जिसमें ₹30 की मंदी रही।

सरसों की खरीद-फरोख्त पर असर

सरसों के भाव में गिरावट का असर किसानों और व्यापारियों पर पड़ा है। किसान जहां बेहतर रेट की तलाश में हैं, वहीं व्यापारी दामों में स्थिरता की उम्मीद कर रहे हैं। शमसाबाद आगरा में सरसों सलोनी प्लांट का भाव ₹7125 दर्ज हुआ, जो ₹25 की मंदी के साथ है।

कोटा और अलवर में स्थिरता

कोटा मंडी में सरसों का भाव ₹6900 स्थिर रहा। वहीं, अलवर मंडी में सरसों के दाम ₹7000 रहे, जो ₹25 की मामूली गिरावट दर्शाता है। गंगानगर मंडी में कच्ची घानी तेल का भाव ₹1315 पर ₹5 की तेजी के साथ दर्ज किया गया।

सरसों की नई फसल का अनुमान

विशेषज्ञों के अनुसार, सरसों की नई फसल की आवक जल्द शुरू होगी। इससे दामों में स्थिरता आने की संभावना है। उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश में सरसों की खेती बड़े पैमाने पर होती है, जहां इस बार बेहतर उत्पादन की उम्मीद है।

सरसों की कीमतें क्यों हैं महत्वपूर्ण?

सरसों की कीमतें न केवल किसानों बल्कि तेल मिलों और निर्यातकों के लिए भी महत्वपूर्ण हैं। यह भारत के खाद्य तेल बाजार में एक प्रमुख स्थान रखता है। सरसों तेल की बढ़ती मांग और स्थानीय खपत दामों को प्रभावित करती है।

क्या करना चाहिए?

किसानों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी फसल बेचने से पहले मंडियों के भाव पर नजर रखें। इसके अलावा, भविष्य की योजनाओं के लिए विशेषज्ञों की राय लेना भी जरूरी है।

सरसों के दामों में उतार-चढ़ाव एक सामान्य प्रक्रिया है, लेकिन इससे किसान और व्यापारी सीधे तौर पर प्रभावित होते हैं। जयपुर, दिल्ली, और अलवर जैसी प्रमुख मंडियों में सरसों के दाम लगातार बदलते रहते हैं। बेहतर दाम पाने के लिए मंडी भाव की जानकारी रखना बेहद जरूरी है।

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