सोयाबीन का अब तक का टॉप मंडी रेट, 5500 रूपये प्रति क्विंटल पहुंचा भाव, किसानों को सुझाव- सोयाबीन फसल को बेचने का बिल्कुल सही समय

नवम्बर 2023 में सोयाबीन के रेट में बढ़ोतरी हो रही है, जिससे किसानों को यह सोझाव दिया जा रहा है कि वे अपनी पैदावार को न्यूनतम 5400 रुपये प्रति क्विंटल पर बेचें

सोयाबीन का अब तक का टॉप मंडी रेट, 5500 रूपये प्रति क्विंटल पहुंचा भाव, किसानों को सुझाव- सोयाबीन फसल को बेचने का बिल्कुल सही समय
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सोयाबीन का अब तक का टॉप मंडी रेट, 5500 रूपये प्रति क्विंटल पहुंचा भाव, किसानों को सुझाव- सोयाबीन फसल को बेचने का बिल्कुल सही समय

नवम्बर 2023 में सोयाबीन के रेट में बढ़ोतरी हो रही है, जिससे किसानों को यह सुझाव दिया जा रहा है कि वे अपनी पैदावार को न्यूनतम 5400 रुपये प्रति क्विंटल पर बेचें। इस सलाह का आधार भारत की मंडियों में प्रचलित औसत दरों पर है, लेकिन हर राज्य में थोड़ी भिन्नता हो सकती है।

सोयाबीन रेट के बढ़ने के कारण

पिछले दो महीनों में डीओसी (डी-ऑयल केक) के रेट में वृद्धि होने के कारण, सोयाबीन के रेट में भी वृद्धि हुई है। इसलिए, किसानों को यह सुझाव दिया जा रहा है कि वे अगर उनके क्षेत्र में सोयाबीन का रेट 5400 से 5500 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच गया है, तो वे इसे सबसे अच्छा रेट मानें।

स्थानीय रूझान की जांच

यह सलाह भारत भर में विभिन्न मंडियों के लिए है, लेकिन राज्यों और क्षेत्रों में रूझान हो सकता है। किसानों को अपनी स्थानीय मंडी के रूझान की जांच करने और अंतिम निर्णय करने की सलाह दी जा रही है।

अंतरराष्ट्रीय तेल दरों का प्रभाव

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेल की दरों में वृद्धि होने के कारण, सोयाबीन को अधिकतम दर पर बेचने का समय है। हालांकि, इसमें जल्द ही कमी आ सकती है, इसलिए किसानों को तेजी से निर्णय लेने की सलाह दी जा रही है।

अन्य फसलों के लिए सुझाव

इस समय कपास को 7500 रुपये प्रति क्विंटल के रेट पर बेचने का सुझाव दिया जा रहा है, जबकि इस वर्ष चने को भी अच्छी कीमत मिल सकती है। धनिया को इस साल अप्रत्याशित ऊंची कीमत मिल सकती है, इसलिए किसानों से संजीवनी बुआई करने का सुझाव दिया जा रहा है।

इस पूरे मामले में, यह सुनिश्चित करें कि आप अपने क्षेत्र की विशेष आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हैं और स्थानीय मंडी की नवीनतम जानकारी का उपयोग करते हैं।

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