सरसों तेल की मांग बढ़ने से सरसों के भाव मे तेजी की पूरी संभावना, कीमतों में आ सकता है मोटा उछाल, जाने सरसों के ताजा भाव

विशेष रूप से नफजगढ़ मंडी में सरसों के भाव लूज में 5000 / 5100 रुपए प्रति क्विंटल हैं, जो पिछले साल की तुलना में कम है।

सरसों तेल की मांग बढ़ने से सरसों के भाव मे तेजी की पूरी संभावना, कीमतों में आ सकता है मोटा उछाल, जाने सरसों के ताजा भाव
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सरसों तेल की मांग बढ़ने से सरसों के भाव मे तेजी की पूरी संभावना, कीमतों में आ सकता है मोटा उछाल, जाने सरसों के ताजा भाव


सरसों भारतीय रसोईयों के लिए एक महत्वपूर्ण तेलीय फसल है, और इसका महत्व त्योहारिक और वैवाहिक समय में और भी बढ़ जाता है। यह त्योहारों और खास अवसरों के खाने के लिए आवश्यक तेल के रूप में प्रयुक्त होता है।





सरसों के भाव के बदलाव

त्योहारों और शादी सीजन के चलते , सरसों के भाव में वृद्धि की उम्मीदें हैं। हालांकि, इस वर्ष कुछ परिस्थितियों के चलते, इसमें उछाल की उम्मीदें कम हो गई हैं।

सरसों के भाव में पिछले वर्ष के मुकाबले कमी

सरसों के भाव में गिरावट दिख रही है, जैसा कि विभिन्न मंडियों में दर्ज किया गया है। विशेष रूप से नफजगढ़ मंडी में सरसों के भाव लूज में 5000 / 5100 रुपए प्रति क्विंटल हैं, जो पिछले साल की तुलना में कम है।

सरसों भाव के हाल

सीजन शुरू होने से लेकर अब तक सरसों के भाव ऊपरवाले भाव से 1500 रुपए प्रति कुंतल से अधिक की गिरावट आ गई है। जयपुर में 42 प्रतिशत कंडीशन सरसों के भाव ऊपर में जो 7000 रुपए प्रति कुंतल बिक गई थी उसके भाव वर्तमान में 5800/5850 रुपए प्रति क्विंटल रह गए।

सरसों की आवक

सरसों की उत्पादन इस वर्ष अधिक हुआ है देश के कई राज्यों में सरसों के बंपर उत्पादन से किसान काफी खुश थे इसके कारण, देश में सरसों की अधिक स्टॉक है।

सरकार का समर्थन

किसानों को समर्थन मूल्य पर सरसों बेचने के लिए सरकार द्वारा कई कदम उठाए गए हैं, और इससे किसानों की ओर से सरसों की खरीद बढ़ रही है। हालांकि देश के अधिकांश मंडियों में सरसों के भाव समर्थन मूल्य से नीचे हैं, लेकिन इसका मतलब है कि सरसों का स्टॉक गत बर्ष की तुलना में अधिक है।

अंतर्राष्ट्रीय बाजार का प्रभाव

अंतर्राष्ट्रीय बाजार में मांग कम होने के कारण, सोयाबीन और क्रूड पाम आयल की कीमतें भी कम हो रही हैं, और इसका सरसों की कीमतों पर भी प्रभाव पड़ सकता है।

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