प्रधानमंत्री मोदी के साथ, 22 जनवरी को रामलला मंदिर में शानदार प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन.
इस शानदार कार्यक्रम में उनकी उपस्थिति के सभी अहम पहलुओं को जानने के लिए यहां एक विस्तृत योजना है:
प्रधानमंत्री मोदी के साथ, 22 जनवरी को रामलला मंदिर में शानदार प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन.
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 जनवरी को अयोध्या में रामलला मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने के लिए तैयार हैं। इस शानदार कार्यक्रम में उनकी उपस्थिति के सभी अहम पहलुओं को जानने के लिए यहां एक विस्तृत योजना है:
1. सुबह 10:25 बजे: अयोध्या एयरपोर्ट पर आगमन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या पहुंचेंगे और एयरपोर्ट पर रोमांचक रूप से स्वागत होगा।
2. सुबह 10:45 बजे: अयोध्या हेलीपैड पर आगमन
हेलीपैड से मंदिर तक का सुंदर रास्ता तय करते हुए, प्रधानमंत्री श्रीराम की नगरी में पहुंचेंगे।
3. सुबह 10:55 बजे: श्री राम जन्मभूमि पर आगमन
धार्मिक महत्वपूर्ण स्थल पर पहुंचने के बाद, प्रधानमंत्री श्री राम के जन्मभूमि की सजीवता महसूस करेंगे।
4. सुबह 11:00 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक: आरक्षित
इस समय के दौरान, प्रधानमंत्री रामलला मंदिर में ध्यान, भक्ति और साधना में लगे रहेंगे।
5. दोपहर 12:05 बजे से 12:55 बजे तक: प्राण प्रतिष्ठा समारोह
समारोह का आयोजन होगा, जिसमें प्रधानमंत्री मोदी पूरे मंदिर के विभिन्न भागों की प्रतिष्ठा करेंगे।
6. 12:55 बजे: पूजा स्थल से प्रस्थान
प्रधानमंत्री श्रीराम के दर्शन करने के बाद, पूजा स्थल से प्रस्थान करेंगे।
7. दोपहर 1:00 बजे: सार्वजनिक समारोह स्थल पर आगमन
समारोह के लिए स्थल पर पहुंचते ही, प्रधानमंत्री को स्वागत की जाएगी और समारोह का आरंभ होगा।
8. दोपहर 1:00 बजे से 2:00 बजे तक: अयोध्या में एक सार्वजनिक समारोह में भाग लेना
अयोध्या के लोगों के साथ एक सार्वजनिक समारोह में शामिल होकर, प्रधानमंत्री अपने समर्थन का भरपूर महसूस करेंगे।
9. 2:10 बजे: कुबेर टीला के दर्शन
समारोह के अंत में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कुबेर टीला के दर्शन के लिए जाएंगे।
इस कार्यक्रम के बारे में सुनकर राष्ट्र भर के लोग उत्साहित हैं और इसमें भाग लेने के लिए उम्मीदवार हैं। रामलला मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में प्रधानमंत्री मोदी की उपस्थिति ने इसे भारतीय सांस्कृतिक और धार्मिक इतिहास में एक और अद्वितीय पल बना दिया है।
यह समारोह न केवल एक आध्यात्मिक महत्वपूर्णता के साथ होगा, बल्कि इससे अयोध्या शहर का पर्यटन भी बढ़ेगा। यहां की सुंदरता, ऐतिहासिक महत्व और धार्मिक विविधता को देखकर लोग और भी ज्यादा आकर्षित होंगे।
इस यात्रा के माध्यम से, प्रधानमंत्री मोदी ने एक बार फिर दिखाया है कि उनका समर्थन धार्मिक और सांस्कृतिक मूल्यों के प्रति है और वे एक ऐसे समर्थन के लिए तैयार हैं जो लोगों को एक साथ ला सकता है।
इस अद्वितीय पर्व के दौरान, आप यहां से पूरे आयोध्या में हो रहे आयोजनों का आनंद ले सकते हैं और इसमें भाग लेने का सुअवसर पा सकते हैं। इस समारोह के लिए योजना बना लें और इस अद्वितीय और धार्मिक महके समय का आनंद लें!