फसल मुआवजा लेने के लिए किसान दे रहे पशु बाड़े और ईंट भट्टे की फोटो, क्या ऐसा करने से दूसरे किसानों को मिल पाएगा लाभ

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By. Khetkhajana.com

फसल मुआवजा लेने के लिए किसान दे रहे पशु बाड़े और ईंट भट्टे की फोटो, क्या ऐसा करने से दूसरे किसानों को मिल पाएगा लाभ

पिछले दिनों हुई मौसमी बारिश ने किसानों की फसलों पर पानी फेर दिया है। फसलों का उत्पादन कम होने के कारण किसान मुआवजे की मांग कर रहे हैं। सरकार द्वारा किसानों को फसल बर्बादी का मुआवजा देने का वायदा किया गया है। फसल मुआवजा राशि के आवेदन के लिए सरकार द्वारा क्षतिपूर्ति पोर्टल खोला गया था। जिसमें लाखों किसानों ने आवेदन किया फसल क्षतिपूर्ति पोर्टल पर प्रदेश के 6187 गांवों के 2.64 लाख किसानों ने 17.15 लाख एकड़ में मुआवजा लेने लिए पोर्टल पर Apply किया है।

बिना रकबे की जानकारी दिए किसान कर रहे मुआवजे की मांग

फसल मुआवजा के लिए कई किसानों द्वारा बड़ा गोलमाल किया गया। कहीं किसानों ने ईट भट्टे तो कई अपने पशु बाड़े की फोटो को दिखा रहे है। कई किसानों ने गेहूं की फसल की जगह घास की क्यारियों की फोटो दी हुई है तो कई किसानों ने धार्मिक स्थल पर बोई गई फसल को दर्शाया है। इस पर पटवारियों का कहना है कि वे बारीकी से इस जानकारी पर जांच कर ही रिपोर्ट आगे भेजेंगे।

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पटवारियों ने Deputy CM कों लिखा पत्र

एसोसिएशन प्रदेशाध्यक्ष जयवीर चहल का कहना है कि प्रदेश में फसल कटाई का कार्य तेज गति से चल रहा है. एसोसिएशन ने कहा कि क्षतिपूर्ति Portal पर दर्ज खसरा नंबर की ही गिरदावरी करनी है या सामान्य या Special गिरदावरी की जानी है. इस बारे में जिलों में डीसी के मौखिक आदेश जारी है. इसे स्पष्ट किया जाए. एक जिले में DC ने कहा कि पटवारियों द्वारा ही सहायकों की व्यवस्था होगी, ऐसे में एसोसिएशन ने कहा कि सरकार ने डीसी के माध्यम से नियुक्ति के आदेश दिए हैं, इसलिए प्रशासन सहायकों की नियुक्ति स्वयं करें. इन सभी ने मांग की कि सहायकों की भर्ती कर जल्द उन्हें भेजा जाए.

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