गेहूं के दाम बढ़े तो भूसे के भाव ने भी पकड़ी तेजी, गेहूं का सीजन आने से भी नहीं कम हुए भूसे के भाव, जानिए ताजा रेट

गेहूं के दाम बढ़े तो भूसे के भाव ने भी पकड़ी तेजी, गेहूं का सीजन आने से भी नहीं कम हुए भूसे के भाव, जानिए ताजा रेट
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By. Khetkhajana.com

गेहूँ के दाम बढ़े तो भूसे के भाव ने भी पकड़ी तेजी, गेहूं का सीजन आने से भी नहीं कम हुए भूसे के भाव, जानिए ताजा रेट

गेहूं का सीजन चल रहा है लेकिन भूसे की कमी ज्यों की त्यों बनी हुई है किसान अपने खेतों में कंबाइन लगवा कर गेहूं कटवा रहे हैं और डंठल के पराली बना रहे हैं। जिन पशुपालकों के पास गेहूं बोने के लिए जमीन नहीं है वे गेहूं का भूसा खरीदने के लिए किसानों के खेतों के चक्कर लगा रहे हैं लेकिन पिछले महीने हुई बरसात में ओलावृष्टि ने गेहूं की फसल को चौपट कर के रख दिया है। किसान अब अपना भूसा बेचने को तैयार नहीं है क्योंकि वह खुद भूसा इकट्ठा करने में लगी हुए है।

भूसे के दाम में नहीं आया बदलाव

अबकी बार भी पिछले साल की तरह गेहूं का उत्पादन कम होने की संभावना दिखाई दे रही है। इसी के साथ भूसे के बढ़ते रेटों में भी कोई फर्क नही पड़ा। गेहूं की तरह भूसे का रेट भी आसमान छू रहा है। गेहूं का भूसा अब भी ₹600 से लेकर ₹700 क्विंटल तक बिक रहा है गेहूं का सीजन चल रहा है लेकिन फिर भी गेहूं के दाम बढ़ रहे हैं आम जनता महंगाई के कारण पहले ही पस्त है अब गेहूं व आटा के रेट के कारण आम जनता को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही हैं

किसान गेहूं का भूसा बेचने को तैयार नहीं

गेहूं के भूसा का रेट बढ़ने से पशुपालक परेशान हैं। गेहूं कटाई से ठीक पहले हुई बेमौसम की बारिश और ओलावृष्टि ने गेहूं की फसल को लगभग नष्ट कर दिया है। बारिश के कारण किसानों की फसल चौपट हो गई है गेहूं का उत्पादन कम होने के कारण भूसे मैं भी भारी कमी देखी गई है। किसान अपना भूसा बेचने को तैयार नहीं है। बारिश के डर से सभी किसान अपनी फसलों को कटाई और कढ़ाई में लगे हुए हैं। ताकि उनका और नुकसान ना हो सके।

क्या भूसे के दाम होंगे कम

पशुपालकों को भूसे की किल्लत सता रही है उन्हें डर है कि अगर यही भाव रहा तो उनके पशुओं के लिए चारा नहीं बच पाएगा। पिछले 6 महीने से भूसे के रेट में लगातार तेजी आ रही है। जिसके कारण दूध भी महंगा हो गया है। फिलहाल तो गेहूं के भाव तेजी पकड़ रहे हैं लेकिन अगर गेहूं के भाव यूं ही बढ़ते रहे तो भूसे के भाव भी बढ़ेंगे।

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