बड़ी खबर: हरियाणा में पहली पंचायत हुई बर्खास्त, शैक्षणिक प्रमाणपत्र अवैध मिलने पर विभाग ने लिया एक्शन

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बड़ी खबर: हरियाणा में पहली पंचायत हुई बर्खास्त, शैक्षणिक प्रमाणपत्र अवैध मिलने पर विभाग ने लिया एक्शन

खेत खजाना, सिरसा : ऐलनाबाद खंड के गांव पोहड़का की सरपंच सुमन को उपायुक्त ने शैक्षणिक प्रमाणपत्र अवैध पाए जाने के मामले में सरपंच पद से बर्खास्त कर दिया है। इससे पहले सुमन को व्यक्तिगत सुनवाई का मौका दिया गया था जिसमें उसने अपना पक्ष रखा था लेकिन उपायुक्त ने उस द्वारा रखे गए पक्ष को नहीं माना और पंचायत विभाग को फैसले की कापी भेज दी गई है। सिरसा में नई पंचायतों के गठन के बाद सरपंच बर्खास्तगी का यह पहला मामला है।

सरपंच सुमन के खिलाफ पोहड़का गांव से ही शिकायत थी। जिसमें कहा गया था कि उनका दसवीं का प्रमाणपत्र फर्जी है । जिसके बाद पंचायत विभाग ने इस मामले में जांच बैठाई। जांच में सामने आया कि सुमन ने 2020 में झारखंड ओपन बोर्ड रांची से दसवीं पास की है।

शिकायत के बाद शिक्षा विभाग से मांगी गई थी रिपोर्ट, व्यक्तिगत सुनवाई का भी मौका मिला, 23 दिन पहले भाजपा में हुई थी शामिल

2022 में पंचायत के चुनाव करवाए गए थे। इसी चुनाव में पोहड़का में सुमन को सरपंच चुना गया था। जिसके बाद उनके प्रमाणपत्र को गलत बताते हुए गांव से दो शिकायतें प्रशासन के पास पहुंची। इन्हीं शिकायतों पर जांच बैठाई गई थी। यहां यह बता दें कि अवैध प्रमाणपत्र के मामले में दो पंचायतों के खिलाफ संगीन मामला पाया गया था जिसमें पोहड़का व चिलकनी ढाब के सरपंच के प्रमाणपत्रों की जांच करवाई

पांच अप्रैल को सरपंच सुमन ने ज्वाइन की थी भाजपा

यहां यह भी बता दें कि पोहड़का सरपंच सुमन ने गत पांच अप्रैल को भाजपा ज्वाइन की थी। उन्हें पूर्व चेयरमैन रेणु ओपन बोर्ड रांची शर्मा व भाजपा नेत्री निताशा सिहाग से पार्टी ज्वाइन करवाई थी। इससे पहले उनका परिवार वर्षों तक कांग्रेस से जुड़ा रहा है। सुमन के पति ने पूर्व में कहा था कि उनकी पत्नी के प्रमाणपत्र अवैध नहीं है।

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