जीरे की फसल बेच रहे हैं तो जरा रुकिए, जीरा में और आएगी तेजी ? रोके या बेचे, जाने पूरी जानकारी

जीरे की फसल बेच रहे हैं तो जरा रुकिए, जीरा में और आएगी तेजी ? रोके या बेचे, जाने पूरी जानकारी
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द्वारा। खेतखजाना डॉट कॉम

जीरे की बिकवाली कर रहे हैं तो जरा रुकिए, जीरा में और मिलेगी तेजी ? रोके या अटके, जाने पूरी जानकारी

जीरा के कम उत्पादन का मुख्य कारण बेमौसमी बरसात और ओलावृष्टि है लेकिन फिर भी मंडियों में जीरा काफी मात्रा में पहुंच रहा है जहां 15 दिन पहले जीरे के लिए ₹40000 प्रति क्विंटल के कम वहीं अब बढ़ कर 50 से ₹55000 प्रति क्विंटल हो गए जीरे का उत्पादन लगातार बढ़ रहा है, लेकिन फिर भी सट्टा बाजार में इसकी कीमत एकतरफा बनी हुई है, हालांकि पिछले दिनों फिस की हुई मीट में जीरे का उत्पादन 3.01 से 3.80 लाख टन होने का अनुमान लगाया गया था, लेकिन ऐसा आभास हो रहा है कि परिणाम में पोल ​​से मंडियों में लाभ अनुकूल नहीं है और दावे की रिपोर्टिंग लिवाली से बाजार आगे बढ़ रहे हैं। फर्जी बाजार में भी लगातार सटोरिए माल पकड़ रहे हैं,

जीरे का उत्पादन बढ़ने के बाबजूद भी सट्टा बाजार कीमत को एकतरफा बनाए हुए है, हालांकि पिछले दिनों फिस की हुई मीट में जीरे का उत्पादन 3.01 से बढ़ाकर 3.80 लाख टन होने का अनुमान लगाया गया था, लेकिन ऐसा आभास हो रहा है कि फसल में पोल से मंडियों में आवक अनुकूल नहीं है तथा निर्यातकों की प्रतिस्पर्धात्मक लिवाली से बाजार बढ़ते चले जा रहे हैं।

गत एक पखवाड़े के अंतराल इसमें 50 रुपए प्रति किलो की तेजी आ गई है। जो जीरा यहां 310 रुपए एवरेज क्वालिटी का बिका था, उसके बाद 350/355 रुपए हो गए हैं।

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक उत्पादक मंडियों में जीरे की कमी से इस बार आपूर्ति 42 प्रतिशत कम हो गयी हैं पिछले एक पखवाड़े से वितरक व खपत वाली मंडियों में निर्यातको की लिवाली आने से 50/55 रुपए की तेजी आ चुकी है तथा माल की कमी एवं अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में ऊंचे भाव को देखकर यहां से और तेजी के आसार बन गए हैं। इन सब के बावजूद बढ़े हुए भाव में माल बेचकर मुनाफा ले जाना चाहिए, क्योंकि इससे ऊंचे भाव में रिस्क दिखाई दे रहा है।

पिछले एक पखवाड़े के अंतराल जीरा के कम उत्पादन 42 प्रतिशत घट गई है आगे पूरे सौराष्ट्र में माल की कमी बनी हुई है तथा कजरी जीरे का निर्यातकों द्वारा पकड़ बढ़ा दी गई है। गौरतलब है कि जीरे की फसल गुजरात के काठियावाड़, पोरबंदर, जूनागढ़, ऊंझा मेहसाना एवं सौराष्ट्र के सभी उत्पादक मंडियों में स्टॉक काफी कम बचा है तथा ऊंझा से बड़े निर्यातक माल खरीद रहे हैं।

जीरा भाव भविष्य 2023

अभी भी माले की आवक 8000-8500 बोरी डेली हो रही है और स्टाक के माले की आवक ओझा में खत्म हो जाने से माले के ग्रॉस स्टाक में भारी कमी आ गई है। वहां एवरेज पोर्टफोलियो का जीरा गत एक महीने पहले ऊंझा में 5800 / 5850 रुपए 20 किलो बिक रहा था, उसके भाव 6400/6500 रुपए हो गए हैं ग्रेट माल 7500/8000 रुपये के बीच बोल रहे हैं। पेशेंटब है कि ऊंझा में पिछले सीजन में एवरेज जीरा 4400/4500 रुपए प्रति 20 किलो के बीच बिक रहा था,

उसका भाव 6400 / 6500 रुपए चल रहे हैं। दिल्ली में भी जो जीरा 240/245 रुपए में चल रहा था, उसके भाव 350/360 रुपए हो गए हैं। सिलेक्टेड माल 390/400 रुपए तक बिक रहे हैं।

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